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International Women's Day Special: यूपी की इन महिलाओं ने अपने दम पर बनाया बड़ा मुकाम

International Women's Day Special: यूपी की राजनीति में पहले और आज भी कई ऐसी नेत्रियां हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में अपना मुकाम हासिल किया है।

Shreedhar Agnihotri
Report Shreedhar AgnihotriPublished By Shreya
Published on: 8 March 2022 12:51 PM IST (Updated on: 8 March 2022 2:10 PM IST)
International Womens Day Special: यूपी की इन महिलाओं ने अपने दम पर बनाया बड़ा मुकाम
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(फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

International Women's Day Special: इन दिनों उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। सात चरण के चुनाव होने के बाद अब प्रदेश की जनता को इसके परिणाम (UP Election 2022 Result) का जहां इंतजार है वहीं इस बात पर भी लोग टकटकी लगाए हुए हैं कि 18वीं विधानसभा में कितनी महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिलेगा। परिणाम चाहे कुछ भी हो, पर यूपी की राजनीति (UP Politics) में पहले और आज भी कई ऐसी नेत्रियां हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में अपना मुकाम हासिल किया है।

(फोटो- न्यूजट्रैक)

मायावती (Mayawati)

यूपी की राजनीति में महिलाओं में सबसे पहला नाम आता है प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती का। जिन्होंने अपने दम पर न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में एक बडा नाम कमाया है। वह प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और हमेशा से राजनीति में एक ताकतवर नेत्री मानी जाती है। इस दफे विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने दम पर कई रैलियां करके अपनी पार्टी को सत्ता में लाने के लिए कडी मेहनत की है।

(फोटो- न्यूजट्रैक)

स्वाती सिंह (Swati Singh)

योगी सरकार में मंत्री रही स्वाती सिंह विधानसभा चुनाव के पहले फिर से चुनाव मैदान में उतरने को लेकर बेहद चर्चा में रही। हांलाकि सरोजनीनगर विधानसभा से बाद में उनके पति दयाशंकर सिंह से टिकट को लेकर हुए टकराव के कारण पार्टी ने प्रत्याशी नहीं बनाया पर कहा जा रहा है कि चुनाव के बाद उन्हे एमएलसी बनाया जा सकता है।

(फोटो- न्यूजट्रैक)

अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel)

केन्द्र सरकार में महिला कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल अपना दल एस की अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने अपने दम पर पार्टी को प्रदेश और केन्द्र सरकार में शामिल कराने का काम किया। साथ ही अपने पति आशीष पटेल को सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिलवाकर एमएलसी बनवाने का काम किया। मिर्जापुर जिले की तेज तर्रार सांसद और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, कुर्मी बिरादरी में खासा प्रभाव रखने वाले अपना दल के संस्थापक दिवंगत नेता सोनेलाल पटेल की बेटी हैं। 2014 में पहली बार संसद पहुंचने वाली अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार की दोनो सरकारों में मंत्री पद पर रही हैं।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

मेनका गांधी (Maneka Gandhi)

नेहरू गांधी परिवार की छोटी बहू मेनका गांधी के पति संजय गांधी की काफी कम उम्र में निधन के कारण उनका जीवन संघषों में बीता है। पति संजय गांधी के निधन के बाद उनके अपनी सास इंदिरा गांधी से बहुत मधुर संबंध नहीं रहे इसलिए वह कांग्रेस से अलग हो गईं। मेनका जब 23 साल की थीं और वरुण केवल तीन महीने के थे, तभी संजय गांधी का एक हवाई दुर्घटना में निधन हो गया। 1984 के लोकसभा चुनावों में मेनका ने मजबूत दावेदारी पेश की लेकिन राजीव गांधी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में वह निर्दलीय खड़ी हुई थीं। 1988 में उन्होंने वीपी सिंह का जनता दल ज्वाइन किया और इसकी महासचिव बनीं। इसके बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया और आंवला पीलीभीत से सांसद बनती रही हैं। फिलहाल वह जानवरों के अधिकार की लड़ाई भी लड़ती हैं।

(फोटो- न्यूजट्रैक)

डिम्पल यादव (Dimple Yadav)

पूर्व सांसद एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव बहू बनने के बाद एक राजनीतिक परिवार में आ गयी। डिंपल यादव भारतीय सेना के रिटायर्ड कर्नल सीएस रावत की बेटी हैं। यूपी चुनाव में उन्होंने अपने पति और पार्टी के लिए जमकर प्रचार किया। साथ ही समाजवादी पार्टी की सोशल मीडिया कैंपेनिंग देखने का जिम्मा भी डिंपल पर ही था। यूपी चुनाव में डिंपल की मौजूदगी ने अखिलेश-डिंपल को 'यूपी का पॉवर कपल' बना दिया।

(फोटो साभार- ट्विटर)

जूही सिंह (Juhie Singh)

समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह महिला प्रवक्ताओं में शीर्ष में गिनी जाने वाली जूही पुरुष प्रवक्ताओं के भी छक्के छुड़ा देती हैं। उनके तर्कों की आए दिन सोशल मीडिया पर चर्चा होती रहती है। राजनीति में आने के पहले जूही सिंह पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रही थीं। कहते हैं कि जूही सिंह हमेशा अपने साथ पिस्टल रखती हैं। कहा जाता है ये पिस्टल उन्हें उनके दादा जी से विरासत में मिली थी। तब से वह इसे अपने पास रखती हैं और अपने लिए शुभ मानती हैं। उनके पिता एक बडे ब्यूरोक्रेट्स रहे हैं।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

निरंजन ज्योति (Niranjan Jyoti)

भाजपा की फतेपुर से सांसद और मोदी सरकार में पूर्व केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति केवट जाति से हैं । इसके बाद 2019 में ग्रामीण विकास की राज्यमंत्री बनीं। इस दौरान वह विवादों से भी घिरी रहीं। कड़वे बोल के लिए जानी जाने वाली साध्वी निरंजन ज्योति बहुत मुखर हैं। उन्होंने सरकार में रहते हुए भी सरकार से बगावत कर दी। एक रैली के दौरान उन्होंने कहा, 'दिल्ली में बैठी सरकार या तो रामजादों द्वारा चलाई जाएगी या फिर हरामजादों द्वारा।' इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस समय वह फतेहपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

डॉ. रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi)

डा रीता बहुगुणा जोशी एक राजनीतिक परिवार से जुड़ी हैं। उनके पिता हेमवती नंदन बहुगुणा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने एमए करने के बाद इतिहास में पीएचडी भी किया है। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मध्ययुगीन और आधुनिक इतिहास में प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने इलाहाबाद की मेयर बनकर 1995 में राजनीति में प्रवेश किया। 20 अक्टूबर 2016 को, वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। इससे पहले 24 साल तक वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ थीं। रीता बहुगुणा जोशी संयुक्त राष्ट्र की ओर से दक्षिण एशिया की सबसे प्रतिष्ठित महिलाओं में शुमार की जा चुकी हैं।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आराधना मिश्र मोना (Aradhana Misra-Mona)

कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता आराधा मिश्रा मोना के पिता प्रमोद तिवारी राज्यसभा के सदस्य रहने के साथ ही पार्टी के एक बडे नेता माने जाते हैं। प्रतापगढ़ की सीट रामपुर खास से वह 9 बार विधायक रहे। ऐसे अविजित नेता की बेटी मोना मिश्रा भी कम दिग्गज नहीं हैं। वर्तमान में वह रामपुर खास से विधायक हैं। कांग्रेस की तरफ से वह उत्तर प्रदेश की ब्राह्मण नेता का चेहरा भी हैं। राजनीति में आने से पहले वह कार्पोरेट जगत में भी सक्रिय रही हैं।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अदिति सिंह (Aditi Singh)

राजनीति में आने से पहले अदिति सिंह समाज सेवा का कार्य कर रही थीं। बाहुबली नेता अखिलेश प्रताप सिंह की बेटी हैं अदिति सिंह ने अपने पिता की विरासत संभालने का काम किया है। उन्होंने अपने पिता की सदर सीट से चुनाव जीता। इस बार वह कांग्रेस से नहीं बल्कि भाजपा में शामिल हो चुकी हैं और फिर से चुनाव मैदान में हैं। अदिति ने यूएस की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री की है। डिग्री के दौरान ही उन्होंने वहां एक फैशन हाउस में 4 महीने की अनपेड इंटर्नशिप भी की। पिछले साल उन्होंने पंजाब के कांग्रेस विधायक अंगद सैनी के साथ शादी की।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अपर्णा यादव (Aparna Bisht Yadav)

अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं और पिछला चुनाव समाजवादी पार्टी से लडने के बाद इस बार भाजपा में आकर पार्टी का प्रचार प्रसार किया है। वह पत्रकार अरविंद सिंह बिष्ट की बेटी हैं। अपर्णा की रुचि लोक संस्कृति में भी है। वह गायन, नृत्य और वादन का भी शौक पालती हैं। इस शो को वह विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए पूरा करती रहती हैं।

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Shreya

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