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International Yoga Day 2022: एससीईआरटी में मना योग दिवस, अधिकारी, कर्मचारियों ने किया योग
International Yoga Day: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) निशातगंज स्थित कार्यालय में भी योग दिवस मनाया गया।
International yoga day 2022: आज भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया (International yoga day 2022) गया। इस मौके पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कर्नाटक (karnataka) के मैसूर में हजारों लोगों के साथ योग किया। वहीं इसमें नेता, अधिकारियों के साथ आम लोगों ने भी अपनी पूरी सहभाकिता दिखाई। इस मौके पर लोगों ने योग कर निरोग रहने का संकल्प लिया। इसी क्रम में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) निशातगंज स्थित कार्यालय में भी योग दिवस मनाया गया।
निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह की अगुवाई में योगा का आयोजन किया गया है। जिसमें तमाम अधिकारी, कर्मचारी के साथ उनके परिवार वालों ने कैंपस में योगा किया। योगा दिवस पर हर साल एक थीम दी जाती है। इस वर्ष (2022) योग दिवस की थीम Yoga For Humanity है, जिसका अर्थ है मानवता के लिए योग।
इस मौके पर योगा अभ्यास करा रहे योग प्रशिक्षक ने लोगों को इस बात से भी अवगत कराया गया है कि किस योग से कौन सी बीमारी से बचा जा सकता है। अपने को कैसे फिट रखें, योगा को अपनी दिनचर्या में शामिल कर अनेकों बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है। मानवता के लिए योग जरुरी है। इस कार्यक्रम में मौजूद कर्मचारियों को निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ योग दिवस पर ही नहीं हमें हर रोज अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योगा करना चाहिए। आज भाग-दौड़ भरी जिंदगी, खाने-पीने के बिगड़ते क्रम में ज्यादातर लोग किसी ना किसी बीमारी से ग्रसित हैं। अगर हमें स्वस्थ रहना है तो योग का रास्ता ही चुनना होगा। जो हमें बीमारियों से दूर रखकर फिट रख सकता है।
2015 में पीएम मोदी की पहल पर हुई शुरुआत
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 2015 में की थी। जब पहली बार पूरी दुनिया में योग दिवस एक साथ मनाया गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया गया। अगले ही साल 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया। साल 2015 में 21 जून को योग दिवस मनाने का फैसला लिया गया।
21 जून ही क्यों?
सवाल है कि 21 जून को ही योग दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे एक खास वजह है। 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।