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Sonbhadra News: अंतर्राज्यीय तस्करी का भंडाफोड़, छह दबोचे गए, चोरी-लूट वाले वाहनों के जरिए तस्करी
Sonbhadra News: जिले की दुद्धी और विंढमगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने बृहस्पतिवार को अंतर्राज्यीय शराब तस्करी के गिरोह का सनसनीखेज खुलसे के साथ छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
Sonbhadra News: जिले की दुद्धी और विंढमगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने बृहस्पतिवार को अंतर्राज्यीय शराब तस्करी के गिरोह का सनसनीखेज खुलासा किया। इस दौरान तस्करी में शामिल छह आरोपियों की गिरफ्तारी और लगभग छह लाख कीमत की 5100 पाउच अंग्रेजी शराब तो बरामद की ही गई। चोरी-लूट के वाहनों पर फर्जी नेम प्लेट लगाकर यूपी के दुकानों पर बिक्री के लिए आने वाली शराब का बिहार के लिए तस्करी किए जाने का भी खुलासा सामने आया है।
मामले में लाइसेंसी दुकानदारों की भी संलिप्तता सामने आई है, जिनकी तलाश शुरू कर दी गई है। एसपी डा. यशवीर सिंह की तरफ से, इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं और यह कहां तक फैला हुआ है, इसकी जानकारी खंगालने के भी निर्देश दिए गए हैं। कामयाबी हासिल करने वाली टीम की पठ थपथनाने के साथ ही, 10 हजार के इनाम से भी नवाजा गया है।
घिवही रेल क्रासिंग के पास की गई घेरेबंदी में मिली कामयाबी
एसपी डा. यशवीर सिंह ने पुलिस लाइन में बृहस्पतिवार की दोपहर बाद कामयाबी का खुलासा किया। बताया कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि सीमावर्ती प्रांत बिहार में, जिले में आने वाली शराब की ऊंची कीमत पर तस्करी की जा रही है। इसको देखते हुए झारखंड सीमा पर स्थित विंढमगंज थाने की पुलिस को विशिष्ट निर्देश देने के साथ ही एएसपी ऑपरेशन विजयशंकर मिश्र और क्षेत्राधिकारी दुद्धी आशीष मिश्र के निर्देशन में क्राइम ब्रांच, थाना विंढमगंज और दुद्धी पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर, गिरोह के जल्द खुलासे और गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में बुधवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि फर्जी नंबर प्लेट वाली दो पिकप के जरिए भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब बिहार ले जाई जा रही है। घिवही रेलवे क्रासिंग के पास घेरेबंदी कर दोनों पिकअप को कब्जे में लेने के साथ ही, उनमें बैठे छह व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। वाहन की तलाशी में लगभग छह लाख कीमत की शराब भी बरामद की गई।
पिकप के डाला में लोहे की चादर डालकर छिपाई गई थी शराब
पिकप से ले जाई जा रही शराब नजर न आने पाए, इसके लिए पिकप के डाला और बॉडी में विशेष रूप से जगह बनाई गई थी और उसके लोहे की चादर डालकर ढंक दिया गया था। देखन से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे डाला खाली है। एसपी ने बताया कि मामले में आरोपियों के खिलाफ विंढमगंज थाने में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 411, 120बी आईपीसी और धारा 60, 63, 72 आबकारी अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। पूछताछ के बाद छहों आरोपियों का चालान कर दिया गया। इस मामले में दो लाइसेंसी दुकानदारों का भी जुड़ाव सामने आया है, जिनकी तलाश जारी है। वाहन से 5100 पाउच अंग्रेजी शराब बरामद की गई है।
हत्थे चढ़े आरोपियों ने बताए संलिप्तों के नाम, तस्करी के तरीके की दी जानकारी
मामले में सोनू राय पुत्र उमेश राय, उसके बेटे सचिन कुमार राय निवासी सबलपुर नेवल टोला, थाना सोनपुर, जिला छपरा, बिहार,. बबलू कुमार पुत्र विजय राम निवासी अनाईठ छोटी लाइन, थाना नेवादा, जिला आरा, बिहार, अजय पासवान पुत्र सुखदेव पासवान, निवासी अस्तीपुर, थाना हाजीपुर, जिला वैशाली, बिहार निवासी सबलपुर राहुल जायसवाल पुत्र लालता प्रसाद जायसवाल, निवासी म्योरपुर, थाना म्योरपुर और ध्यानचंद्र यादव पुत्र झुरई यादव, निवासी करकोरी, थाना म्योरपुर को गिरफ्तार किया गया है। वहीं आरोपियों से पूछताछ में प्रकाश में आए कौशल कुमार निवासी रेनूकुट, थाना पिपरी और अनुग्रह नरायण सिंह निवासी खड़िया, थाना शक्तिनगर, सोनभद्र की तलाश जारी है। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि जो पिकप पकड़ी गई है, वह चोरी की है। दोनों पर जो नंबर प्लेट लगा है, वह फर्जी है। इस प्रकार की तस्करी में वह अक्सर चोरी-लूट की गाड़ियों का ही इस्तेमाल करते हैं और उनके नंबर प्लेट फर्जी तरीके से बदल देते हैं। शराब बिहार ले जाई जा रही है, जहां इसे दोगुनी-तिगुनी कीमत पर बेचा जाना था। इससे पहले भी कई खेप बिहार ले जा चुके हैं।
रेणुकूट का कौशल है दुकानदारों-तस्करों के बीच की कड़ी
एसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों से जानकारी मिली है उसके मुताबिक रेणुकूट निवासी कौशल कुमार थोक दुकानदार-फुटकर दुकानदार और स्थानीय लोगों से तालमेल कर माल उपलब्ध करवाता है। ऊंचा दाम मिलने और टारगेट आसानी से पूरा होता देख कई दुकानदार तस्करों को अंग्रेजी और अन्य प्रकार की शराब उपलब्ध करा देते हैं। इसके बाद तालमेल बनाकर किसी हाते या दुकान के आस पास माल वाहन पर लोड कर लिया जाता है। जो माल पकड़ा गया है उसे म्योरपुर निवासी राहुल जयसवाल और खड़िया निवासी अनुग्रहनारायण सिंह की दुकान से जुड़ा माल था। आरोपियों ने जानकारी दी है कि कौशल ही राहुल जायसवाल, अनुग्रह नारायण सिंह इत्यादि के यहां माल के लिए भेजता है।
म्योरपुर और खड़िया से लोड किया गया था पकड़ा गया माल
राहुल जायसवाल के पिता के नाम म्योरपुर में बीयर की दुकान है। कौशल से संपर्क होने के बाद, वह अपने संपर्कों का फायदा उठाकर थोक दुकानदारों से सेटिंग करके अंग्रेजी शराब की खेप सुरक्षित जगह पर मंगवाता है और सोनू राय और अन्य से ऊंचा दाम लेकर बिहार भेज देता है। जो शराब पकड़ी गई वह गोदाम से दुकान संख्या 13678 खड़िया, शक्तिनगर जो अनुग्रह नारायण सिंह के नाम से आवंटित है के लिए निकाली गई थी लेकिन इसे दुकान पर भेजने की बजाय, निर्धारित दर से अधिक कीमत पर बिहार में शराब की तस्करी करने वाले गिरोह को बेच दिया गया। एसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों को यूपी समेत बिहार में विभिन्न स्थानों पर आपराधिक इतिहास है। तस्करी के मामले में पूर्व में भी जेल जा चुके हैं।
तस्करी के खुलासे में इन लोगों ने निभाई अहम भूमिका
प्रभारी निरीक्षक दुद्धी श्रीकांत राय, प्रभारी निरीक्षक विंढमगंज मनोज कुमार ठाकुर, एसआई विजय प्रताप सिंह, नरेंद्र प्रसाद, तेजबहादुर राय, हेड कांस्टेबल अजीत राय, कांस्टेबल सूर्या सिंह, सौरभ जायसवाल, अजय कुमार, विनय कुमार, पंकज कुमार, संजय यादव, विवेक सिंह, मनीष यादव।
अधिकृत सूचना के बाद शुरू होगी विभागीय कार्रवाई: जिला आबकारी अधिकारी
उधर, जिला आबकारी अधिकारी तुलसीराम वैश्य का सेलफोन पर कहना था कि अभी उन्हें पुलिस द्वारा किए गए खुलासे और लाइसेंसी दुकानदारों के संलिप्तता की अधिकृत जानकारी नहीं मिली है। जानकारी मिलने के बाद, विभागीय स्तर पर आबकारी अधिनियम के तहत क्या कार्रवाई की जा सकती है, इसे जांचा जाएगा। नियमानुसार जो कार्रवाई बनेगी, वह की जाएगी।