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Prayagraj News: आईपीएस अमिताभ ठाकुर आशुतोष दुबे के पिता के साथ पहुंचे विश्वविद्यालय, यूनिवर्सिटी में नहीं मिली एंट्री
Prayagraj News: अमिताभ ठाकुर ने कहा कि मुझे विश्वविद्यालय में जाने से क्यों रोका जा रहा है। काफी देर नोकझोंक के बाद छात्रों ने गेट के अंदर से ही ज्ञापन दिया।
Prayagraj News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रहे अघोषित आपातकाल तथा मृतक आशुतोष दुबे को न्याय दिलाने पूर्व आईपीएस अधिकारी व अधिकार सेना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचे। छात्र विश्वविद्यालय के छात्र संघ भवन पर आंदोलन कर रहे थे, और छात्र संघ भवन के मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ था। मौके पर पहुंचते ही उन्होंने इस व्यवस्था का विरोध किया, और भारी मात्रा में पुलिस फोर्स देखकर भड़क उठे। उन्हें छात्रों से मिलने नही जाने दिया गया। छात्र संघ के बाहर वहीं जमीन पर बैठ कर धरना देने लगे, और बोले कि विश्वविद्यालय में जो अघोषित आपातकाल चल रहा है और पुलिस प्रशासन की जो मनमानी चल रही है इस पर मै कोर्ट जाऊंगा और पूछूँगा कि इतनी फोर्स की जरूरत क्यों है?
15 दिन तक देंगे धरना - अमिताभ ठाकुर
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि मुझे विश्वविद्यालय में जाने से क्यों रोका जा रहा है। काफी देर नोकझोंक के बाद छात्रों ने गेट के अंदर से ही अमिताभ ठाकुर ने ज्ञापन दिया। कुलानुशासक डॉ.राकेश सिंह ने जब गेट से जाने से रोक दिया तब अमिताभ ने निर्णय लिया और बोला कि प्रशासन को ज्ञापन देकर और अनुमति लेकर 15 दिन तक यही बरगद के नीचे बैठकर धरना करेंगे। प्रॉक्टर ने उन्हें कहा कि आप किसी और गेट से एंट्री ले सकते हैं, एक के बाद दूसरे द्वार पर गए उसे बंद करके ताला लगा दिया गया। उसके बाद तीसरे द्वार पर गए वहां भी ताला लगा दिया गया। तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में जाने की अनुमति नहीं मिली।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि हम ज्ञापन देकर कुलपति से बात करना चाहते हैं। प्रॉक्टर ने मिलने से साफ मना कर दिया, और फोन पर बात करने की अनुमति दी। इस पर अमिताभ ठाकुर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में सचमुच अंग्रेजों का शासन चल रहा है। यहां छात्रों का शोषण हो रहा है। आशुतोष दुबे के साथ जो घटना घटी उसे न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा अधिकार सेना पार्टी विश्वविद्यालय प्रशासन का विरोध करते हुए छात्रों के समर्थन में हूँ। इस मौके पर मनीष कुमार, हरेंद्र यादव, आकाश यादव, सुधीर क्रांतिकारी, भानु, अनुराग, हीरेंद्र, आदित्य, सौरभ आदि लोग उपस्थित रहे।