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Lucknow News: जॉब फेयर में 47 सौ से अधिक युवाओं को मिली नौकरी, 100 से ज्यादा कंपनियों ने लिया हिस्सा
Lucknow News: जॉब फेयर में 100 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया और 4,743 उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और कौशल के अनुसार विभिन्न नौकरियों के लिए चुना गया।
Lucknow News: आईटीआई अलीगंज में आज यानी 17 जनवरी को आयोजित मेगा जॉब फेयर में करीब 8500 युवाओं ने हिस्सा लिया। जॉब फेयर में 100 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया और 4,743 उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और कौशल के अनुसार विभिन्न नौकरियों के लिए चुना गया। रोजगार मेले का उद्घाटन करते हुए, व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता व्यावसायिक शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके राज्य के उद्योगों को उनकी आवश्यकता के अनुसार युवाओं को रोजगार देना और कुशल जनशक्ति प्रदान करना है।
बीते वर्ष में उपलब्ध हुए 1.2 लाख रोजगार
उन्होंने कहा, ''अब बेहतर कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति और उद्योगों की मददगार नीतियों और अनुकूल माहौल के कारण प्रदेश में देश-विदेश के निवेशकों का रुझान बढ़ रहा है। उद्योगों को चलाने के लिए कुशल जनशक्ति की उपलब्धता एक प्रमुख आवश्यकता है और इसे देखते हुए सरकार ने कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और तेजी से और अधिक उपयोगिता के साथ बढ़ाने का संकल्प लिया है।"
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग ने पिछले पांच वर्षों में साढ़े सात लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष राज्य में मिशन रोजगार और आईटीआई द्वारा 1250 से अधिक रोजगार मेले आयोजित किए गए हैं, जिनमें 1.2 लाख युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है।
डबल ट्रेनिंग मॉड्यूल से प्रशिक्षित किए गए इतने हजार युवा
इसके अलावा उद्योगों में 5,800 से अधिक युवाओं को अप्रेंटिसशिप की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जबकि 20,000 से अधिक युवाओं को दोहरे प्रशिक्षण मॉड्यूल के माध्यम से रोजगार के साथ-साथ नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। पिछले दो वर्षों में, 1.3 लाख युवाओं को उद्योगों में ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण दिया गया है। मंत्री ने कहा कि हम आने वाले दिनों में प्रदेश के युवाओं को विदेशों में भी रोजगार उपलब्ध कराएंगे।
उन्होंने विभाग की अन्य उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि इस वर्ष दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण उपरांत रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जिसके प्रथम चरण में 2100 दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी प्रकार महिला सुरक्षा गृहों में रहने वाली निराश्रित महिलाओं, विचाराधीन बंदियों एवं सुधार गृहों में निरुद्ध किशोरियों को कुशल बनाकर समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है।