TRENDING TAGS :
लखनऊ में भव्य तरीके से निकली जगन्नाथ रथ यात्रा: भक्तों ने खींचा रस्सा, भगवान को कराया गया नौका विहार
Jagannath Rath Yatra 2022: भगवान बलभद्र, माता सुभद्र, भगवान जगन्नाथ को अलग-अलग रथ पर विराजमान कराना और आदि गंगा गोमती नदी में भगवान को नौका विहार कराकर पुनः मां कालीजी के मंदिर में सम्पन्न हुई।
Jaganath Rath Yatra in Lucknow: राजधानी में कोरोना महामारी के बाद जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली गई। जगन्नाथ रथ यात्रा समिति द्वारा आयोजित सैकड़ों वर्ष पुरानी रथयात्रा पहले की तरह शुक्रवार को लखनऊ के चौक इलाके स्थित बड़ी काली जी मंदिर से प्रारम्भ होकर पुनः वहीं सम्पन्न हुई। इस यात्रा में पूर्व नगर विकास मंत्री विधायक आशुतोष टंडन व विधायक डॉ नीरज वोरा और यात्रा के संयोजक और पार्षद अनुराग मिश्रा ने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर रथ का रस्सा खींचा। जिसमें क्षेत्रीय और दूर-दूर से आए भक्तों ने भगवान के रथ को खींचकर यात्रा की। साथ ही, लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब का नजारा भी देखने को मिला।
भगवान को कराया गया नौका विहार
बता दें कि यह रथयात्रा अपने आप में अनूठी और आकर्षक रथयात्रा है। भगवान बलभद्र, माता सुभद्र, भगवान जगन्नाथ को अलग-अलग रथ पर विराजमान कराना और आदि गंगा गोमती नदी में भगवान को नौका विहार कराकर पुनः मां कालीजी के मंदिर में सम्पन्न हुई।
मुस्लिमों ने भक्तों को पिलाया शरबत
इसके अलावा यह रथयात्रा देश की गंगा-जमुनी तहजीब का जीता जागता उदाहरण भी है, क्योंकि ये रथयात्रा मुस्लिम बाहुल्य इलाकों से होते हुए निकलती है जहाँ पर मुस्लिम भाई लोग भी जगह-जगह यात्रा में सम्मिलित भक्तों का स्वागत लस्सी, कोल्डड्रिंक, शरबत और फूलों से करते हैं। चौक चौराहे मराठा समाज की ओर से छप्पन भोग, चौक ब्यापार मंडल से आतिशबाजी व प्रसाद का वितरण किया गया।
महाआरती के बाद हुआ समापन
इस प्रकार यह रथयात्रा भक्तगण हाथों से रस्सा खींचकर हाथी, ऊँट बच्चों के भगवान के रूप की झांकी आदि से सुशोभित होकर भगवान को नौका विहार के पश्चात पुनः बड़ी काली जी मंदिर में मूर्तियों को प्रतिस्थापित कर महाआरती करने के बाद यात्रा का समापन हुआ।