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जाजमऊ: मलबे में अब भी दबे हैं दर्जनों मजदूर, इमारत के मालिक सपा नेता पर एफआईआर दर्ज

बिल्डिंग जहां बन रही थी, पहले वहां एक बड़ा गड्ढा था, जिसे भरा गया था। बिल्डिंग जल्दबाजी में बनाने के कारण इसका आधार कमजोर रह गया और बिना मजबूत हुए ही स्लैब पर स्लैब डाल दी गईं। बिल्डिंग की 5 मंजिलें महज 2 माह में कड़ी कर दी गई थीं।

zafar
Published on: 2 Feb 2017 5:34 AM GMT
जाजमऊ: मलबे में अब भी दबे हैं दर्जनों मजदूर, इमारत के मालिक सपा नेता पर एफआईआर दर्ज
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जाजमऊ हादसा: इमारत के मलबे में अब भी दबे हैं दर्जनों मजदूर, निर्माण को लेकर प्रशासन चुप

कानपुर: चकेरी के जाजमऊ में छह मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरने से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई दर्जन मजदूर मलबे में दबे हुए हैं। मलबे से 18 मजदूरों को निकाला जा चुका है।

घायलों को काशीराम ट्रॉमा सेंटर और हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन के साथ सेना और एनडीआरएफ़ की टीम राहत और बचाव में जुटी हैं। मलबा हटाने में अभी दो दिन लग सकते हैं l

दबे हैं मजदूर

-एनडीआरएफ और सेना के जवान रात भर रेस्क्यू में जुटे रहे। सुबह चार बजे तीन साल की एक बच्ची को जिंदा मलबे से बाहर निका लिया।

-प्रस्तावित सात मंजिला इस इमारत की पांचवीं मंजिल पर स्लैब का काम चल रहा था, तभी बिल्डिंग भरभरा कर गिर पड़ी।

-बिल्डिंग के ठेकेदार पन्ना और चन्दन ने स्लैब के लिए 45 मजदूर लगाए थे, जिनमें 13 महिलाएं थीं।

-हादसे के वक्त बिल्डिंग में करीब 100 मजदूर काम कर रहे थे।

हादसे के कारण

-बताया जा रहा है कि बिल्डिंग जहां बन रही थी, पहले वहां एक बड़ा गड्ढा था, जिसे भरा गया था।

-बिल्डिंग जल्दबाजी में बनाने के कारण इसका आधार कमजोर रह गया और बिना मजबूत हुए ही स्लैब पर स्लैब डाल दी गईं।

-बिल्डिंग की 5 मंजिलें महज 2 माह में खड़ी कर दी गई थीं।

-बताया जा रहा है कि बिल्डिंग केवल पिलर पर खड़ी थी, और दीवारें होतीं तो और बड़ा हादसा हो सकता था।

-बिल्डिंग गिरने की धमक कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।

-पूरी बिल्डिंग में सरिया फैली होने और आसपास संकरी गलियों वाली घनी आबादी होने के कारण राहत और बचाव में दिक्कतें आ रही हैं।

-हादसे के बाद से घटनास्थल पर नगर निगम, केस्को, केडीए और पुलिस प्रशासन ने राहत शुरू कर दी।

-लखनऊ से एनडीआरएफ़ की टीम पहुंच गई है, वाराणसी से भी एनडीआरएफ़ टीम को बुलाया गया है।

सपा नेता पर एफआईआर

-बताया गया है कि यह निर्माणाधीन इमारत सपा नेता महताब आलम की है, जहां आसपास उनकी कई इमारतें पहले से हैं।

-केडीए के वीसी जयश्री भोज ने कहा कि अभी पता नहीं किसकी बिल्डिंग है, जांच कराई जा रही है।

-दूसरी तरफ, केडीए के विशेष कार्याधिकारी की तहरीर पर सपा नेता महताब आलम और ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

-घटना के बाद से सपा नेता महताब आलम लापता हैं और उनका मोबाइल बन्द है।

-महताब आलम सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और कानपुर जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। जाजामऊ में वह तीन टेनरी के मालिक हैं।

आगे स्लाइड्स में देखिये हादसे से जुड़े फोटोज...

जाजमऊ हादसा: इमारत के मलबे में अब भी दबे हैं दर्जनों मजदूर, निर्माण को लेकर प्रशासन चुप

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