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Jalaun News:श्री राम महायज्ञ में शामिल हुए आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, बागेश्वर धाम की जयकार से गूंजा पांडाल
Jalaun News: पचोखरा धाम में चल रहे पंच कुंडीय श्री राम महायज्ञ में शामिल होने के लिए बागेश्वर धाम के महाराज आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पहुंचते ही पांडाल जय श्री राम, बागेश्वर धाम की जयकार से पांडाल गूंज उठा।
Jalaun News: पचोखरा धाम में चल रहे पंच कुंडीय श्री राम महायज्ञ में शामिल होने के लिए बागेश्वर धाम के महाराज आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पहुंचते ही पांडाल जय श्री राम, बागेश्वर धाम की जयकार से गूंज उठा। वह सबसे पहले विश्व विख्यात संत गोलोकवासी राजेश्वरानंद उर्फ राजेश रामायणी की समाधी स्थल पर पहुंचे। वहां पर उन्होंने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए वन्दन अभिनंदन किया। इसके बाद वह मंच पर पहुंचे। अमर शांति आश्रम पचोखरा के महंत गुरुप्रसाद शर्मा ने साल श्रीफल और पुष्पमाला से वन्दन किया। बागेश्वर धाम के महंत विश्व विख्यात संत आचार्य का दर्शन पाने को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पांडाल में सुबह से ही उनके अनुयायी एकत्रित हो गए थे। मंच से उन्होंने सभी को कथा का रसपान कराया।
पांडाल में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
बता दे जालौन मे मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचे तो उनका कथावाचक स्वामी राजेश्वरानंद के पुत्र महान गुरु प्रसाद शर्मा ने उनका स्वागत किया। उसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री अमर शांति आश्रम में स्वामी राजेश्वरानंद की लगी मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उसके उपरांत भागवत कथा पंडाल में पहुंचकर श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराया। करीब 2 घंटे तक चले उनके कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने उनकी कथा का आनंद लिया। श्रद्धालुओं ने बागेश्वर धाम से मिलने की कोशिश की लेकिन जेड सुरक्षा एवं भारी पुलिस बाल होने की वजह से श्रद्धालु धीरेंद्र शास्त्री के आसपास भी नहीं भटक पाये। बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री की आने की खबर जिले में जैसे ही फैली श्रद्धालुओं की सुबह से ही यज्ञ स्थल पर पहुंचने की होड लग रही है।
माथे पर तिलक अवश्यक लगाएं
जालौन अमर शांति आश्रम पचोखरा के महंत गुरुप्रसाद शर्मा ने उनके चरणों का वंदन किया। इसके बाद वह अपने बुंदेलखंडी स्टाइल में आए और उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि पचोखरा की भूमि धन्य है जहां पर राजेश्वरा नंद जी जैसे संत ने जन्म लिया। जब कोई संत जन्म लेता है तो वहां की संस्कृति आगे बढ़ती है। उन्होंने कहा कि पचोखरा आज से मेरा भी धाम हो गया मै यहां पर आता रहूंगा। यहां के महंत गुरुप्रसाद मेरे छोटे भाई है। पचोखरा का परचम रामकथा के माध्यम से पूज्य संत राजेश्वरानंद जी ने पूरे विश्व में फहराया। इस दौरान उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में हिन्दू राष्ट्र की बात कही। उन्होंने एक साथ सभी की अर्जी लगवाई और कहा कि सनातनी अपने धर्म का पालन करें। माथे पर तिलक अवश्यक लगाएं। कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता इंतजाम रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष उर्विजा दीक्षित, विधायक मूलचंद्र निरंजन, सपा विधायक विनोद चतुर्वेदी, ब्लाक प्रमुख अजीत बेरा, चेयरमैन अरुण गुप्ता, जिला पंचायतत सदस्य पुषेंद्र सिंह सेंगर, कथा वाचक तेजस जी, श्याम जी शर्मा, मानवेंद्र पटेरिया, शीलू गौतम, सत्येंद्र पस्तोर, सुशील पाठक
सुबह आठ बजे ही पहुंच गई थी भीड़
बागेश्वर धाम के महंत विश्व विख्यात संत आचार्य का दर्शन पाने को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पांडाल में सुबह से ही उनके अनुयायी एकत्रित हो गए थे। उनके दीदार पाने के लिए घंटो इतंजार किया। जैसे ही वह आए तो उनके नाम का जयकारा लगाते हुए आस्थावानों ने अपने स्थान से ही उन्हें प्रणाम किया। कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा।