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जौनपुर नगर पालिका का कारनामा: पार्क को बनाया कूड़ाघर

raghvendra
Published on: 14 Jun 2023 1:29 PM GMT (Updated on: 14 Jun 2023 10:36 AM GMT)
जौनपुर नगर पालिका का कारनामा: पार्क को बनाया कूड़ाघर
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कपिल देव मौर्य

जौनपुर: एक तरफ स्वच्छता का जोर है वहीं जौनपुर शहर की बेहद घनी बस्ती में स्वतंत्रता आन्दोलन के वीर सपूत के नाम से बने पार्क को नगर पालिका ने ही कूड़ाघर में तब्दील कर दिया है। नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि शहर में कूड़ा रखने की कहीं व्यवस्था नहीं है इसलिए पार्क का इस्तेमाल किया जा रहा है।

सब्जी मंडी के पास शहीद भगत सिंह पार्क वर्ष 1971 में नगर पालिका के तत्कालीन चेयरमैन संतसेवक लाल एडवोकेट ने पालिका की सरकारी जमीन पर बनवाया था। कहा गया था कि पार्क से शहर की घनी बस्ती के लोगों को हरियाली, स्वच्छ हवा और मार्निंग वाक के लिए एक अच्छी जगह मिल जायेगी। पार्क के चारों तरफ पक्की सडक़ का निर्माण कराया गया था। निर्माण के समय यह व्यवस्था दी गयी कि इस पार्क की आजीवन मरम्मत एवं देखरेख नगर पालिका के बजट से होगी। लेकिन आज यह पार्क अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है। स्वच्छ वातावरण के स्थान पर यह पार्क प्रदूषित वातावरण दे रहा है। पार्क के चारो तरफ विगत एक वर्ष से कूड़ा घर बना दिया गया है। नगर क्षेत्र का कूड़ा यहां रोजाना डम्प किया जाता है।

स्ूात्रों के अनुसार कई वर्षो से इस पार्क की मरम्मत के नाम पर एक रुपये के बजट की व्यवस्था नगर पालिका परिषद द्वारा नहीं की गई है। पार्क की देखभाल के लिए लगे माली व मजदूरों को हटाकर दूसरे स्थानों पर लगा दिया गया है। मरम्मत और रख रखाव के आभाव में यह पार्क अत्यन्त जर्जर अवस्था में पहुंच गया है। हरियाली गायब हो चुकी है। पार्क के चारो ओर कूड़े का साम्राज्य है। कूड़े के ढेर के कारण आस पास के डेढ़ दर्जन मुहल्लो का वातावरण अत्यंत प्रदूषित रहता है।

‘भगत सिंह अब प्रासंगिक नहीं’

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राज किशोर प्रसाद का कहना है कि नगर क्षेत्र में कूड़ा रखने का कोई स्थान नहीं है इसलिए नगर पालिका अध्यक्ष की इजाजत से भगत सिंह पार्क को कूड़ाघर बना दिया गया है। जब अधिशासी अधिकारी को भगत सिंह के योगदान एवं महत्व की याद दिलायी गयी तो उन्होंने कहा कि आज उनकी प्रासंगिकता खत्म हो चुकी है। पहले नगर की सफायी इसके बाद पार्क देखा जायेगा। नगर मजिस्ट्रेट से बात करने पर पता चला कि उन्हें पता ही नहीं कि नगर पालिका क्षेत्र में भगत सिंह के नाम से कोई पार्क भी है।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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