TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

कोविड का डर ऐसे हुआ कम, वायरस को खत्म करने में इसकी भूमिका अहम

वैज्ञानिक खोज को जनसामान्य तक पहुंचाने में  मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रो मौर्य ने कहा कि आग व पहिये की खोज ने मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण निभाई। उन्होंने हिंदी में विज्ञान के प्रचार-प्रसार पर बल दिया।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 26 Sept 2020 8:25 PM IST
कोविड का डर ऐसे हुआ कम, वायरस को खत्म करने में इसकी भूमिका अहम
X
प्रो मौर्य ने कहा कि आग व पहिये की खोज ने मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण निभाई। उन्होंने हिंदी में विज्ञान के प्रचार-प्रसार पर बल दिया।

जौनपुर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रो० राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान, द्वारा शनिवार को हिंदी में विज्ञान संचार आवश्यकता एवं चुनौतियां विषयक वेबिनार का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य ने किया। साथ ही कहा कि वैज्ञानिक खोज को जनसामान्य तक पहुंचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रो मौर्य ने कहा कि आग व पहिये की खोज ने मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण निभाई। उन्होंने हिंदी में विज्ञान के प्रचार-प्रसार पर बल दिया।

विज्ञान के क्षेत्र में पहचान

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रो डॉ राजाराम यादव ने कहा कि जर्मनी, चीन, जापान जैसे कई देशों ने अपने राष्ट्रभाषा में विज्ञान व तकनीकी का प्रचार प्रसार किया, जिससे इन देशों ने विश्व में अपनी विज्ञान के क्षेत्र में पहचान बनाई। हिंदी में प्रकाशित होने वाली पत्रिकायेन जैसे विज्ञान, विज्ञान प्रगति आदि ने हिंदी में विज्ञान के प्रसार में महत्वपूर्ण निभाई। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, सलाहकार व प्रमुख, राष्ट्रीय विज्ञान और प्रोद्योगिकी संचार परिषद, भारत सरकार के डॉ मनोज पटेरिया ने कहा कि वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग के प्रथम अध्यक्ष डॉ. डी. एस. कोठारी के नेतृत्व में आयोग हिंदी भाषा में विज्ञान तथा शब्दावली के प्रसार में महत्वपूर्ण निभाई। वर्तमान में इस दिशा में काफी काम करने की जरूरत है।

यह पढ़ें...आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य महिला उद्यमियों के बगैर संभव नहीं: सुब्रमण्यम स्वामी

विज्ञान को जन साधारण के मध्य लोकप्रिय बनाना

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के विज्ञान प्रसार संस्थान द्वारा विज्ञान को जन साधारण के मध्य लोकप्रिय बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण प्रयास कर रहे है। विज्ञान के प्रसार कोरोना व कोविड के बारे में जागरूकता फैलाने की दिशा में किया गया है। नेशनल सेंटर फॉर इनोवेशन इन डिस्टेंस एजुकेशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के निदेशक डॉ० ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति में हिंदी भाषा मे विज्ञान शिक्षा व शोध की दिशा में बहुत प्रभावी काम करने की जरूरत है।

jaunpur सोशल मीडिया

आधुनिकतम माध्यम से विज्ञान का संचार

ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए शोध सन्दर्भ को हिंदी भाषा में विकसित करने की जरूरत है। प्राचीन समय में लोग लोकोक्तियों के माध्यम से विज्ञान और उसकी मान्यताओं को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँचाते थे।

वर्तमान में संचार के आधुनिकतम माध्यम से विज्ञान को मातृभाषा में जन सामान्य तक पहुंच रहा है। डॉ. मेहरवान ने कहा विज्ञान के सकारात्मक प्रचार प्रसार ने कोविड को समझने और बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वेबिनार में प्रो देवराज सिंह ,डॉ धीरेंद्र कुमार चौधरी, डॉ नितेश जायसवाल शामिल हुए।

यह पढ़ें...कोविड-19 प्रोटोकॉल: 100 विशेष टीमें की गईं रवाना, देखें तस्वीरें

कपिल देव मौर्य जौनपुर



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story