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Election 2024: जौनपुर में प्रत्याशी बदल सकती हैं मायावती, धनंजय की पत्नी श्रीकला की जगह मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की तैयारी

Election 2024: BSP मुखिया मायावती जौनपुर लोकसभा सीट पर बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला की जगह किसी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतार सकती हैं।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 5 May 2024 4:46 PM IST
Mayawati may change candidate in Jaunpur
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जौनपुर में प्रत्याशी बदल सकती हैं मायावती: Photo- Social Media

Election 2024: पूर्वांचल में जौनपुर समेत पांच लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होने वाला है मगर उससे पहले जौनपुर को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती जौनपुर लोकसभा सीट पर बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला की जगह किसी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतार सकती हैं।

हालांकि अभी तक इस बाबत कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है मगर सियासी हल्कों में यह चर्चा काफी तेजी से सुनी जा रही है। जौनपुर लोकसभा सीट के लिए कल नामांकन की आखिरी तारीख है। ऐसे में माना जा रहा है कि बसपा मुखिया मायावती जल्द ही इस बाबत बड़ा ऐलान कर सकती हैं।

श्रीकला की जगह मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की तैयारी

जौनपुर लोकसभा सीट पर इस बार बसपा की ओर से धनंजय की पत्नी श्रीकला को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया गया था मगर अब यहां टिकट बदलने की चर्चाएं सुनी जा रही हैं। वैसे बसपा मुखिया मायावती पूर्वांचल की कई सीटों समेत प्रदेश की तमाम लोकसभा सीटों पर पार्टी के प्रत्याशियों में फिर बदल कर चुकी हैं। अब यही चर्चा जौनपुर सीट को लेकर भी सुनी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि श्रीकला की जगह पार्टी की ओर से कोई मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।

जौनपुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और जौनपुर के मूल निवासी कृपाशंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि समाजवादी पार्टी ने किसी जमाने में मायावती के करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। श्रीकला को बसपा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद इस चुनाव क्षेत्र में कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जाती रही है।

धनंजय की रिहाई से मजबूत हुईं श्रीकला

इंजीनियर के अपहरण और रंगदारी मांगने के मामले में धनंजय को सात साल की सजा सुनाई गई है और इस मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी मगर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। बुधवार को बरेली जेल से उन्हें रिहा किया जा चुका है। हालांकि हाईकोर्ट ने उनकी सजा पर रोक नहीं लगाई है। ऐसे में वे खुद चुनाव नहीं लड़ सकते। इलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से धनंजय सिंह को जमानत मिलने के बाद अब जौनपुर लोकसभा सीट का समीकरण पूरी तरह बदलने की संभावना है।

माना जा रहा है कि धनंजय सिंह को मिली यह जमानत बड़ा असर डालेगी। इससे उनकी पत्नी श्रीकला की चुनावी संभावनाएं मजबूत होना तय माना जा रहा है। वैसे यदि बसपा की ओर से श्रीकला का टिकट काटा गया तो भी उनका चुनाव मैदान में डटे रहना तय माना जा रहा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में धनंजय सिंह खुद चुनाव न लड़ पाने की स्थिति में अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाकर ताकत दिखाना चाहते हैं।

जौनपुर में धनंजय सिंह की मजबूत पकड़

बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जौनपुर में मजबूत पकड़ मानी जाती है। उन्होंने 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में रारी सीट से जीत हासिल की थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में वे जौनपुर से बसपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे। 2009 में उन्होंने सपा के कद्दावर नेता पारस यादव को हराया था।

हालांकि उसके बाद वे लगातार चुनाव हारते रहे हैं। 2014 में उन्हें निर्दल उम्मीदवार के रूप में जौनपुर लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मल्हनी सीट पर शिकस्त झेलने पड़ी थी। 2020 में मल्हनी सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में भी वे पराजित हो गए थे।

बरेली जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने रंगदारी और अपहरण के झूठे मामले में खुद को फंसाए जाने का आरोप लगाया है। वे अपनी पत्नी श्रीकला की चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। उनकी रिहाई के बाद समर्थकों में भी उत्साह दिख रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि बसपा की ओर से श्रीकला का टिकट काट दिया गया तो भी वे निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में डटी रहेंगी।

Shashi kant gautam

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