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Jaunpur News: चौकियां माई का श्रृंगार महोत्सव 23, 24 और 25 जनवरी को, कई मंत्री होंगे शामिल

Jaunpur News: कुछ वर्षों से देखा जा रहा है कि श्रृंगार महोत्सव भंडारा आदि के नाम पर कुछ लोग चंदा वसूली करते है जो ग़लत हैं। ट्रस्ट ने भक्तो से चौकियां धाम मंदिर के नाम पर किसी को भी किसी प्रकार का चंदा नहीं देने की अपील की है।

Nilesh Singh
Published on: 14 Jan 2025 7:09 PM IST
Jaunpur News Today Siddhpeeth Mata Shitala Temple Chowkiyan Mai Shringar Mahotsav
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Jaunpur News Today Siddhpeeth Mata Shitala Temple Chowkiyan Mai Shringar Mahotsav

Jaunpur News: सिद्धपीठ माता शीतला मंदिर चौकियां धाम जी का श्रृंगार महोत्सव दिनांक 23,24,25 जनवरी को होगा जिसमें लाखों भक्त दर्शन करने आते है। मंदिर प्रातः 5 बजे मंदिर खुलने से रात्रि 9 बजे तक दर्शन पूजन श्रद्धालु कर सकेंगें। श्रृंगार महोत्सव का शुभारंभ 23 जनवरी को शाम 6 बजे होगा। समस्त कार्यक्रम का आयोजन श्री शीतला जी मंदिर समिति ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा जिसमें मंदिर श्रृंगार , सजावट, संस्कृति कार्यक्रम भजन संध्या प्रसाद भंडारा आदि शामिल होगा।

महोत्सव में प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह , राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद यादव सहित प्रदेश के कई मंत्री अधिकारी शामिल होंगे। चौकियां मंदिर के मंहत विवेकानंद जी ने बताया कि कोलकाता के अच्छे कारीगरों द्वारा दिव्य सजावट किया जाएगा। श्रृंगार महोत्सव का सारा खर्च श्री शीतला जी मंदिर समिति ट्रस्ट द्वारा किया जाता हैं। जो भी भक्त श्रृंगार महोत्सव भंडारा में सहयोग स्वेच्छा से करना चाहते हैं मंदिर ट्रस्ट के एकाउंट नंबर 924020035649198 एक्सिस बैंक में IFSC CODE UTIB0005381 पर सहयोग कर सकते है या मंदिर में ट्रस्ट समिति के लोग से मिलकर कर सकते है।

मालूम हो कि कुछ वर्षों से देखा जा रहा है कि श्रृंगार महोत्सव भंडारा आदि के नाम पर कुछ लोग चंदा वसूली करते है जो ग़लत हैं। ट्रस्ट ने भक्तो से चौकियां धाम मंदिर के नाम पर किसी को भी किसी प्रकार का चंदा नहीं देने की अपील की है। ट्रस्ट के अध्यक्ष विकास पड़ा, प्रबंधक अजय पंडा, पुजारी लल्लन पंडा ने प्रदेश जिले के सभी चौकियां माई भक्तों से 23, 24 और 25 जनवरी को महोत्सव में भाग लेने का आग्रह किया है। बताते चलें कि बड़े उत्साह से और बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां चौकिया के दरबार में पहुंचते हैं मत्था टेकते हैं। मान्यता यह भी है कि पहले यहां दर्शन करने के बाद ही मां विंध्याचल देवी का दर्शन किया जाता है।



Shalini singh

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