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UP Rajya Sabha Election: जयंत ने बनाई राज्यसभा चुनाव की रणनीति, रालोद विधायकों की बैठक में रुख कर दिया साफ
UP Rajya Sabha Election: रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने रविवार को मथुरा स्थित अपने आवास पर पार्टी विधायकों की बैठक में राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति तय की।
UP Rajya Sabha Election: उत्तर प्रदेश का राज्यसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की जंग बन गया है। भाजपा की ओर से आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को उतारे जाने के बाद दोनों खेमों की ओर से जबर्दस्त जोड़-तोड़ की जा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। ऐसे में रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने रविवार को मथुरा स्थित अपने आवास पर पार्टी विधायकों की बैठक में राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति तय की।
इस बैठक में जयंत चौधरी ने अपना रुख पूरी तरह साफ करते हुए पार्टी विधायकों को राज्यसभा चुनाव में भाजपा के लिए मतदान करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान उन्होंने विधायकों को लोकसभा चुनाव में जनता के बीच उठाए जाने वाले मुद्दों के भी जानकारी दी। इसके साथ ही पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए जरूरी कदमों के संबंध में भी उचित दिशा निर्देश दिया।
रालोद विधायकों की बैठक क्यों है महत्वपूर्ण
मथुरा में जयंत चौधरी के आवास पर हुई इस महत्वपूर्ण बैठक पर सबकी निगाहें लगी हुई थीं। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के नौ रालोद विधायकों के साथ ही राजस्थान के भरतपुर सीट पर जीतने वाले पार्टी विधायक ने भी हिस्सा लिया। बैठक के दौरान रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के दौरान पार्टी के सभी विधायकों को एकजुट होकर भाजपा के पक्ष में मतदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में हमें भाजपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए।
रालोद विधायकों में टूट की संभावना को देखते हुए यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही थी। दरअसल रालोद में तीन विधायक समाजवादी पृष्ठभूमि के माने जा रहे हैं और इन्हें लेकर सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं। सपा की ओर से इन विधायकों का समर्थन हासिल होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि जयंत चौधरी अपने सभी विधायकों को एकजुट बनाए रखने में कामयाब हो पाते हैं या नहीं।
राज्यसभा चुनाव में साफ कर दिया रुख
बैठक के दौरान रालोद मुखिया ने कहा कि हमें एकजुट होकर चलना है और सभी जातियों और धर्मों से जुड़े हुए लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी पूर्व की तरह भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की विचारधारा पर ही आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि खेती और किसानी ही हमारा धर्म है और किसानों से जुड़े हुए मुद्दों को पहले की तरह आगे भी पार्टी की ओर से प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों को अपनी मांगों को लेकर धैर्य बनाए रखना चाहिए और धैर्य बनाए रखने पर ही समस्या का समाधान किया जा सकता है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि बैठक के दौरान कई विधायकों ने पार्टी के भावी रुख को लेकर सवाल पूछे जिस पर जयंत चौधरी का कहना था कि पहले हमें राज्यसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन करना है। बाकी बातें बाद में तय की जाएंगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमें कोई शर्त नहीं रखती है और पूरी सियासी तस्वीर जल्द ही साफ हो जाएगी। उन्होंने विधायकों को फिलहाल पूरा फोकस राज्यसभा चुनाव पर ही रखने का निर्देश दिया।
इन विधायकों ने लिया बैठक में हिस्सा
रालोद की इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान बागपत की छपरौली विधानसभा सीट से विधायक अजय कुमार,शामली से प्रसन्न चौधरी, थानाभवन से अशरफ अली, पुरकाजी से अनिल कुमार, बुढ़ाना से राजपाल बालियान, मीरापुर से चंदन चौहान, खतौली से मदन भैया, हाथरस की सादाबाद से प्रदीप चौधरी, मेरठ सिवालखास से हाजी गुलाम मोहम्मद मौजूद थे। राजस्थान की भरतपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले विधायक सुभाष गर्ग ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया।