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Jhansi: रेलवे में खुली भ्रष्टाचार की पोल, कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर ने अफसरों से पैसा वापस मांगा
Jhansi News Today: झांसी रेल मंडल में भ्रष्टाचार की पोल खुलनी है। दरअसल, एक कॉर्पोरेशन को टेंडर नहीं दिए जाने पर कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर ने तैनात रेलवे अफसरों से रिश्वत का पैसा वापस मांगा है।
Jhansi News Today: अब झांसी रेल मंडल (Jhansi Railway Division) में भी भ्रष्टाचार की पोल खुलना शुरु हो गई है। पहले स्टेशनरी के नाम पर लगने वाली ड्यूटियों का पर्दाफाश किया। अब रेलवे के विद्युत विभाग में टेंडर के नाम पर हो रही गोलमाल का मामला सामने आया है। एक कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर ने यहां पर तैनात रहे रेलवे अफसरों से रिश्वत का पैसा वापस मांगा क्योंकि उक्त कारपोरेशन को टेंडर नहीं दिया है। इसमें रिश्वत के करीब पौने चार लाख रुपया वापस मांगा गया है। इसको लेकर रेलवे के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।
मालूम हो कि रेलवे के रनिंग विभाग के लोको पायलट से लेकर अन्य कर्मचारियों की स्टेशनरी के नाम पर ड्यूटी लगाई जा रही थी। इनमें वह लोग शामिल थे जो स्टेशनरी में ड्यूटी करने के बाद जमीन में कारोबार भी करते थे। बाद में विजिलेंस व समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के बाद रेलवे प्रशासन जागा तो ड्यूटी लगवाने का ठेका लेने वाले लोगों को पहले रिप्रेशर कोर्स करने के लिए भेजा था। इसके बाद उनको लाइन पर जाने पर मजबूर हो रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों का दूसरे कारोबार बिल्कुल ठप्प पड़ा है। इसलिए कुछ धनाढ्य लोगों ने रेलवे से वीआरएस मांगा है। इस मामले में रेलवे अफसरों द्वारा गोपनीय स्तर से जांच करवाई जा रही है। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है लेकिन रेलवे के विद्युत विभाग के भ्रष्टाचार की पोल उजागर हो गई है।
एचपी सेल्स कॉर्पोरेशन (HP Sales Corporation) के प्रोपराइटर ने वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) उत्तर मध्य रेलवे झांसी (North Central Railway Jhansi) को पत्र संख्या झांसी/ विद्युत/ डब्ल्यू/टी-20/18-19 तारीख 17 अगस्त 2022 (टर्मिनेशन लेटर) के संबंध में पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया है कि आपके द्वारा 48 घंटों का नोटिस 10 अगस्त 2022 का जो आपके कार्यालय से तारीख 22 अगस्त 2022 में 13.29 पीएम पर स्पीड पोस्ट किया गया था जो तारीख 16 अगस्त 2022 को उसे प्राप्त हुआ था। इसकी जानकारी आपको पूर्व पत्र में दी जा चुकी है। आपके द्वारा जारी किया गया 48 घंटों नोटिस का जवाब जब फर्म द्वारा तारीख 17 अगस्त 2022 में आपके कार्यालय को मेल द्वारा भेजा गया था। मेरा पत्र मिलते आपके द्वारा तुरंत ही टेंडर टर्मिनेशन का ऑर्डर जारी कर दिया गया। यह टेंडर आप लोग पहले से ही टर्मिनेड करना चाह रहा थे ताकि बाहर का कोई ठेकेदार आकर यहां आकर काम न कर सकें। पत्र में प्रोपराइटर ने यह भी कहा है कि में बस इतना चाहता हूं कि फर्म द्वारा आपको और आपके विभाग के लोगों को जो रिश्वत न चाहते हुए भी देनी पड़ी उसको वापस करवाने का कष्ट करें।
इनको दी गई है रिश्वत?
- पूर्व वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (प्राप्त करना) 1,50,000
- पूर्व असिं. मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (प्राप्त करना) 40,000
- सीनियर सेक्शन इंजीनियर (वि.) कार्या. वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजी. झांसी (प्राप्त करना) 40,000
- वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (देना) 75,000
- पूर्व असिं. मंडल विद्युत इंजीनियर (सा.) झांसी (देना) 20,000
- सीनियर सेक्शन इंजीनियर (वि.) कार्या. वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजी. झांसी (देना) 40,000
इनको भेजी गई शिकायतें
डीआरएम झांसी, रेल मंत्रायल नईदिल्ली, जीएम कार्यालय, प्रयागराज, असि. जीएम कार्यालय प्रयागराज, एसडीजीएम प्रयागराज और डीआईजी विजिलेंस कार्यालय प्रयागराज को शिकायती पत्र भेजा है।
आखिर कब तक रिप्रेशर कोर्स में होते रहेंगे फेल
स्टेशनरी ड्यूटी के बाद अधिकांश रनिंग स्टॉफ को रिप्रेशर कोर्स के लिए लगाया गया था। इनमें कुछ अनुपस्थित पाए गए तो कुछ लोग फेल हो गए हैं। सूत्र बताते हैं कि जानबूझकर यह लोग फेल हो रहे हैं ताकि उनकी ड्यूटी स्टेशनरी में पुनः लग जाए। इनमें 10 सहायक लोको पायलट व दो लोको पायलट शामिल है।
पंजाब मेल लोको पायलट की जांच शुरु
बताते हैं कि बीते रोज लोको पायलट सतविन्दर सिंह पंजाब मेल लेकर झांसी से दिल्ली की ओर जा रहा था। असावटी के पास इंजन के अंदर लगी पावर कार में तोड़फोड़ कर दी जिससे गाड़ी काफी देर तक खड़ी हो गई थी। बाद में इसकी सूचना पलवल आरपीएफ को दी गई। आरपीएफ पलवल (RPF Palwal) के दारोगा रणविजय सिंह (Inspector Ranvijay Singh) ने जांच में पाया कि ट्रेन के लोको पायलट सतविन्दर सिंह (Train loco pilot Satwinder Singh) ने तोड़फोड़ की है। इस आधार पर लोको पायलट के खिलाफ धारा 145 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसकी रिपोर्ट झाँसी रेल मुख्यालय को भेजी है।
सीआरबी के रवैया से देशभर का रनिंग स्टॉफ नाराज
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के त्रिपाठी (Railway Board Chairman VK Tripathi) के रवैया से रनिंग स्टॉफ नाराज है। बीते रोज सीआरबी ने जिस तरीके से वीडियो काफ्रेसिंग में व्यवहार किया है, उसको लेकर स्टॉफ काफी खफा है। सीआरबी ने स्पष्ट कहा है जिन लोको पायलट, सहायक लोको पायलट व लोको निरीक्षक ने गलती है उनको घर पर बैठा दो। इसी तरह सीआरबी ने एनसीआर के अफसरों को भी खरी खोटी सुनाई है। इस तरह के रवैया से देशभर के रनिंग स्टॉफ में काफी आक्रोश व्याप्त है।