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Jhansi News: रेलवे को दीमक की तरह चाट रहा है भ्रष्टाचार, फर्जी माइलेज क्लेम करके लगा रहे हैं चूना!

Jhansi News: पीएमओ को पिछले काफी समय से रेलवे में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी, जिनमें जोन और मंडल स्तर के कई रेलवे अफसरों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए गए हैं।

B.K Kushwaha
Published on: 15 Feb 2023 8:01 PM IST
Jhansi Corruption in Railways
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Jhansi Corruption in Railways (Social Media)

Jhansi News: प्रगति (प्रोएक्टिव गवर्नेस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन) की समीक्षा बैठक के दौरान रेलवे में भ्रष्टाचार का मुद्दा प्रधानमंत्री ने यूं ही नहीं उठाया है। पीएमओ को पिछले काफी समय से रेलवे में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी, जिनमें जोन और मंडल स्तर के कई रेलवे अफसरों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए गए हैं।

इनमें व्यक्तिगत शानोशौकत पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने, रिश्वत लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग करने और फर्जी फुटपेट्रोलिंग प्रदर्शित कर फर्जी माइलेज क्लेम करके रेलवे के राजस्व को चूना लगाए जाने के मामले में प्रमुख है। झाँसी रेल मंडल तो अन्य रेल मंडलों से पहले से ही भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन पर रहा हैं। हालांकि अफसरों को फंसा देख ऊपर बैठे रेलवे अफसर अधिकांश मामलों को रफा दफा ही कर देते हैं?।

झाँसी डिवीजन में पदस्थ सीएलआई के यह करतूतें?

सीएलआई अपने एसाइन चालकों एवं सहाचालकों के साथ इंजन जाए बिना ही टीएलसी/झाँसी में पदस्थ कर्मचारियों के साथ सांठ-गांठ करके फर्जी फुट पेट्रोलिंग प्रदर्शित कर फर्जी माइलेज क्लेम करके रेलवे के राजस्व को सालों से नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह एक गंभीर अपराध है।

क्या सीएलआई के महिला से नाजायज संबंध है?

सीएलआई के झाँसी में पदस्थ एक महिला के साथ 14 सालों से नाजायज संबंध है। इसके चलते उक्त महिला कई बार गर्भपात करा चुकी है। इनके क्रत्यों से रनिग स्टाफ की बदनामी चरमसीमा पर है। पूर्व में भी इसकी शिकायत तत्कालिक डीआरएम साहब से हो चुके है, परन्तु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। नाजायज रिश्ते की वजह से सीएलआई द्वारा लॉबी, कंट्रोल एवं चीफ सीसी ऑफिस के कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव बनाकर महिला को पार्सल,पाइथन आदि गाड़ियों पर हमेशा बुक कराया जाता है। सदैव ही आउट ऑफ स्टेशन से स्पेयर वापिसी होती है। फर्जी स्लोअफ किए जाते हैं एवं नाइट में कभी भी ड्यूटी नहीं की गई। कई सालों की वर्किंग निकलवाकर जांच की जाए। योग्यता को दरकिनार करते हुए इनका चयन ड्रॉफ्टिड पद पर कराकर सीएलआई , उक्त महिला की एसी जगह पोस्टिंग हेतु प्रयासरत है जहां नाइट ड्यूटी न करनी पड़े।

क्या आय से अधिक संपत्ति अर्जित है?

सीएलआई ने भ्रष्टाचार व अवैध तरीके से आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर रखी है। इनका आवास महानगर में है। जहां से विशाल एरिया में डिस्क का संचालन कई सालों से करके आय अर्जन कर रहे हैं। इनके द्वारा ग्वालियर-शिवपुरी हाइवे पर एक कॉलोनी बनाई गई। जहां इनके कई प्लॉट, मकान व ऑफिस है। इनके एक ओर कालोनी में दो फ्लैट है। एक गांव में कई एकड़ जमीन प्लाटिंग करने हेतु खरीदी है। इनके पास लाखों कीमत की एक गाड़ी के अतिरिक्त चार पहिया वाहन है।

सीएचसीसी बनने के प्रयासरत में है सीएलआई?

सीएलआई पूर्व में सीएचसीसी के पद पर रह चुके हैं। पुनः वह उसकी पद पर बनने के लिए कई सालों से प्रयासरत है। इनके चलते रुकावट बनने वाले साथी सीएलआई एवं वर्तमान में जो भी सीएचसीसी बनता है, उसे पद से हटाने हेतु यहां तक कि इन्हें सीएचसीसी न बनाने की वजह से तत्कालिक एवं वर्तमान अफसर को बदनाम करने हेतु भ्रष्टाचार के आरोप सार्वजनिक रुप से लगाते रहते हैं। विगत कुछ माह पूर्व इनके द्वारा प्रस्तुत की गई शिकायतों में महिला सहाचालिकाओं एवं सीएलआई साथी के चरित्र पर कीचड़ उछालने की वजह से रनिंग स्टाफ की बहुत बदनामी हुई जबकि अपने सीएचसीसी कार्यकाल के दौरान ये सबसे बेकार सीएचसीसी साबित हुए थे जिन्हें यूनियन एवं चालकगण के जबरदस्त विरोध के चलते पद से हटाया गया था।

अफसरों का खुलेआम करता हैं प्रचार-प्रसार

सीएलआई वरिष्ठ अधिकारियों से अपने संबंधों का प्रचार प्रसार बड़े घटिया तरीके से करके लॉबी, कंट्रोल, सीएचसीसी ऑफिस के कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव बनाकर मनमाना कार्य कराते हैं। कुछ समय पूर्व एनसीआर/ प्रयागराज के एक वरिष्ठ अधिकारी से संबंधों का घटिता प्रचार प्रसार करके रनिंग कर्मचारियों से काम के बदले लाखों रुपये वसूले एवं एक तत्कालिक सीएचसीसी को पद से हटाने की धमकी देकर हर माह मोटी रकम वसूली की जाती है।

मुख्यालय में पदस्थ विजिलेंस अफसर से हैं सांठगांठ?

सूत्र बताते हैं कि इस समय एनसीआर मुख्यालय में विजिलेंस अफसर है। उक्त अफसर पहले झाँसी रेल मंडल में पदस्थ रह चुके हैं। उसी समय एक ओर अफसर तैनात थे। इस अफसर ने विद्युत विभाग के एसएसई के खिलाफ कार्रवाई कर दी थी। इसी बात को लेकर दोनों अफसरों को तबादला प्रयागराज हो चुका था। जैसे ही सीएलआई के निकटतम अफसर ने विजिलेंस अफसर का पदभार संभाला तो तत्काल झाँसी से स्थानांतरित किए गए अफसर के खिलाफ भ्रष्टाचार की कार्रवाई कर दी थी। बताते हैं कि उक्त एसएसई रेलवे से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वह रेलवे में ठेकेदारी कर रहे हैं।

साहब हमें चाहिए न्याय

झाँसी रेल मंडल के चालक और सहायक चालकों ने रेलवे बोर्ड के चैयरमैन, रेलवे बोर्ड के विजिलेंस अफसर, महाप्रबंधक एनसीआर, एसडीजीएम एनसीआर, डीआरएम झाँसी रेल मंडल समेत अन्य अफसरों को शिकायती पत्र भेजा है। पत्र के माध्यम से ऐसे सीएलआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।



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Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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