×

रेलवे का बड़ा फैसला: बंद हुईं मानवयुक्त लेवल क्रासिंग, ये है वजह...

सड़क उपयोगकर्ताओं की संरक्षा बढ़ाने के लिए सितंबर 2020 में 03 मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया। इस साल अब तक 18 लेवल क्रॉसिंग बंद हो चुकी हैं।

Shivani
Published on: 6 Oct 2020 5:41 PM GMT
रेलवे का बड़ा फैसला: बंद हुईं मानवयुक्त लेवल क्रासिंग, ये है वजह...
X

झाँसी। ट्रेन संचालन में संरक्षा और दक्षता बढ़ाने के क्रम में उत्तर मध्य रेलवे निरंतर प्रयासरत है। 130 किमी प्रति घंटे की गति के मुख्य मार्गों वाले उच्चतम धनत्व के नेटवर्क और यातायात की उच्च मात्रा के दृष्टिगत संरक्षायुक्त और निर्बाध ट्रेन संचालन उत्तर मध्य रेलवे के तीनो मण्डलों के लिए अति महत्वपूर्ण है।

संरक्षा बढ़ाने के लिए मंडल में तीन मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग बंद

सड़क उपयोगकर्ताओं की संरक्षा बढ़ाने के लिए सितंबर 2020 में 03 मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया है और, चालू वित्त वर्ष में अब तक 18 लेवल क्रॉसिंगो को बंद किया जा चुका है। प्रयागराज- पं दीन दयाल उपाध्याय खण्ड के समपार स. 123 पर एक रोड ओवर ब्रिज की कमिशनिंग के साथ ही चालू वित्तीय वर्ष में कुल 04 रोड ओवर ब्रिज के कार्य पूरे किये जा चुके हैं।

लेवल क्रॉसिंग सिग्नल के साथ इंटरलॉक

झांसी मण्डल के सांक-मुरैना खंड पर लेवल क्रॉसिंग गेट नं 445 को सिग्नल के साथ इंटरलॉक किया गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में अब तक 05 गेटों को इंटरलॉक किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गेट बंद होने के बाद ही ट्रेन का सिग्नल लोअर हो। सितंबर -2020 के दौरान, झांसी मण्डल के बिरलानगर रायरू खंड में रोड ओवर ब्रिज स. 426 पर 300 मीटर से अधिक वजन वाले 42 मीटर स्पैन के बो स्टिंग गर्डर लॉन्च करने का एक बड़ा काम सफलतापूर्वक किया गया है।

ये भी पढ़ेंः UPA सरकार के इस फैसले पर अब अमल, भड़क गए राहुल गांधी, जानें क्या है मामला

ट्रैक संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता

उत्तर मध्य रेलवे पर ट्रैक संरक्षा को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है और सितंबर 20 में किए गए 53 ट्रैक किलोमीटर का ट्रैक नवीकरण के साथ कुल 193 ट्रैक किलोमीटर टीआरआर (प्राथमिक) का कार्य 2020-21 में सितंबर तक पूरा किया गया है। प्वाइंटों और क्रॉसिंग ज़ोन पर ट्रेनों की संरक्षा और गति बढ़ाने के लिए, सितंबर 2020 में 06 थिक वेब स्विच स्थापित किए गए हैं और वित्त वर्ष 2020-21 में अब तक 15 थिक वेब स्विच कमीशन किए गए हैं। कोविड -19 के स्थिति के बावजूद अन्य सभी संरक्षा संबंधी ट्रैक रखरखाव कार्यों का निष्पादन भी रेलवे बोर्ड के सितंबर -20 के लक्ष्य से ऊपर रहा है।

ललितपुर और खजुरोहा स्टेशनों के मध्य ट्रेनों की गति बढ़ाई गई

ललितपुर और खजुराहो स्टेशनों के मध्य पहले रनिंग लूप में ट्रेनों के तीव्र आगमन और प्रस्थान के लिये गतिसीमा 15 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 30 किमी प्रति घंटे कर दी गई है। यात्रियों की संरक्षा के दृष्टिगत कनवार स्टेशन पर नए फुट ओवर ब्रिज को सितंबर में कमीशन कर दिया गया और अब तक मौजूदा वित्तीय वर्ष में 04 नए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा चुका है।

ये भी पढ़ें- 500 बोरी सड़ा सेब: हिमाचल से यूपी में हो रहा व्यापार, लोगों की जान से खिलवाड़

667 वागनों की आवधिक ओवरहॉलिंग की गई

रोलिंग स्टॉक संरक्षा के क्षेत्र में कार्य करते हुये 50 कोचों के मध्यवर्ती ओवरहालिंग (IOH), 29 एलएचबी कोचों का शॉप शेड्यूल (एसएस- I), 31 कोचों का आवधिक ओवरहॉलिंग (पीओएच), 286 वैगनों का नियमित ओवरहॉलिंग (आरओएच) और 667 वैगनों की आवधिक ओवरहॉलिंग (पीओएच) का कार्य सितम्बर -20 के दौरान किया गया। संरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रनिंग और अन्य श्रेणी के कर्मचारियों का कौशल और ज्ञान अपडेशन अत्यंत महत्वपूर्ण है। कोविड -19 के दौर में , सभी तीन मण्डलों में ऑनलाइन प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं और अब तक, 1300 से अधिक विद्युत और डीजल आपरेशन से जुड़े कर्मचारियों को ऑनलाइन माध्यम से रेफ्रेशर प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।

बीके कुशवाहा

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani

Shivani

Next Story