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झांसी मेडिकल कॉलेज की पहाड़ी का मामला गर्माया, चपेट में नर्सिंग होम

Jhansi: मेडिकल कॉलेज के सामने की जमीन का पट्टा अब विवादों के घेरे में आ गया हैं। मंडलायुक्त द्वारा कराई गई जांच में पाया गया कि तत्कालीन अफसरों ने पट्टा आवंटन की प्रक्रिया गलत तरीके से हुई थी। यह जमीन ननि को देने की तैयारी शुरु हो गई है।

B.K Kushwaha
Report B.K KushwahaPublished By Deepak Kumar
Published on: 10 April 2022 1:54 PM GMT
Jhansi News In hindi
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झांसी मेडिकल कॉलेज। (Social Media)

Jhansi: मेडिकल कॉलेज के सामने की जमीन का पट्टा अब विवादों के घेरे में आ गया हैं। मंडलायुक्त द्वारा कराई गई जांच में पाया गया कि तत्कालीन अफसरों ने पट्टा आवंटन की प्रक्रिया गलत तरीके से हुई थी। यह जमीन ननि को देने की तैयारी शुरु हो गई है। पता चला है कि इस पहाड़ी के आस-पास कई नर्सिंग होम बन गए हैं। यह नर्सिंग भी चपेट में आ गए हैं। बताया जा रहा है कि योगी बाबा का बुलडोजर कभी भी चल सकता हैं, इसको लेकर नर्सिंग होम के संचालक परेशान हैँ। यही नहीं, एक या दो लोगों ने अदालत की शऱण लेने का मन बनाया है। इसको लेकर प्रशासन के अफसर सक्रिय हो गए हैं। वह लोग नर्सिंग होम के संचालकों की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।

1974 में तत्कालीन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का किया गया था गठन

वर्ष 1974 में तत्कालीन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी द्वारा मेडिकल कॉलेज के सामने की जमीन को पट्टा पर दिया गया था। कुछ दिनों से उक्त जमीन अब विवादों के घेरे में आ गई है। इस संबंध में एक व्यक्ति ने झांसी के कमिश्नर से शिकायत करते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की थी। कमिश्नर ने उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। कमिश्नर के आदेश पर हुई जांच में सामने आया है कि पट्टा आवंटन की प्रक्रिया गलत तरीके से हुई थी। साथ ही जमीन को बेशकीमती बताते हुए सरकार के नियंत्रण में लेने का सुझाव दिया गया है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक मौजा पिछोर में पहाड़ के नाम दर्ज ग्राम सभा की पांच एकड़ जमीन का आवासीय पट्टा वर्ष 1976 में भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण महोत्सव झाँसी के नाम किया गया था। इस जमीन के एक हिस्से में डॉ अनुप श्रीवास्तव क्लीनिक व पैथोलॉजी सेंटर, बुन्देलखंड फर्टिलिटी सेंटर, वाहनों हेतु गैरिज व वाणिज्य की दुकानें संचालित हैं।

जमीन अभिलेखों में अभी भी भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण महोत्सव झांसी के नाम दर्ज

बताते हैं कि यह जमीन अभिलेखों में अभी भी भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण महोत्सव झांसी के नाम दर्ज है। इस समिति के संरक्षक कमिश्नर हैं और अध्यक्ष जिलाधिकारी हैं। उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार जैन, अभिनंदन कुमार, सचिव शिखरचंद्र जैन और संपर्क अधिकारी जिला हरिजन तथा समाज कल्याण अधिकारी रहे हैं। समिति के तीन सरकारी सदस्य पदेन हैं और तीन गैर सरकारी सदस्य जीवित नहीं हैं। जमीन समिति के नाम होने के कारण इन सरकारी अफसरों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। पट्टा आवंटन के कुछ वर्षों बाद जैन समाज द्वारा श्री भगवान महावीर लोक कल्याण समिति झांसी नाम की संस्था बनाकर इस जमीन का प्रबंधन देखा जाने लगा।

भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव झांसी को जमीन का नियमों के विरुद्ध किया आवंटन

दस्तावेजों के परीक्षण में सामने आया है कि भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण महोत्सव झांसी को जमीन का आवंटन नियमों के विरुद्ध किया गया। तत्कालीन अफसरों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए पट्टे का आवंटन किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह जमीन उस मकसद से आवंटित की गई थी कि यहां धर्मशाला व उद्यान का निर्माण किया जाएगा, जिससे सभी नागरिकों को लाभ होगा लेकिन इस जमीन का व्यावसायिक उपयोग कर कुछ लोग निजी लाभ ले रहे हैं और अनाधिकृत व्यावसायिक निर्माण किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट में प्रस्ताव दिया गया है कि जमीन पहाड़ी में दर्ज होने के कारण इसका पट्टा नियमों का उल्लंघन करते हुए किया गया है और इसे तत्काल नगर निगम को अपने अधीन ले लेना चाहिए। समिति के तीन सदस्य उत्तर प्रदेश सरकार के अफसर हैं और इसलिए इस जमीन का प्रबंध राज्य सरकार की ओर से नगर निगम द्वारा कराया जाना चाहिए।

पहाड़ी के आसपास कई नर्सिंग होम

उधर, इस पहाड़ी के आसपास कई नर्सिंग होम बने हैं। वह चपेट में आ गए हैं। इसको लेकर नर्सिंग होम के संचालक काफी परेशान हैं। बताया जा रहा है कि योगी बाबा का बुलडोजर किस समय चल जाएगा, इसका अभी तक तय नहीं हो सका है। उधर, नर्सिंग होम के संचालकों ने अदालत की शरण में जाने का मन बनाया है। इसकी भनक प्रशासन के अफसरों को अच्छी तरह से पता चल जाएगी। इस आधार पर वहां की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही हैं।

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Deepak Kumar

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