Jhansi Khajuraho Rail Route Blast: ट्रैक के साथ डीआरएम विशेष यान उड़ाने की थी साजिश?

Jhansi Khajuraho Rail Route Blast: झाँसी-ललितपुर-खजुराहो रेलखंड के मध्य ग्राम धनुपुरा में हुए विस्फोट से रेलवे की खुफिया एजेंसियों की पोल खोल गई है।

B.K Kushwaha
Published on: 4 Nov 2022 5:05 PM GMT
Jhansi Khajuraho Rail Route Blast
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Jhansi Khajuraho Rail Route Blast। (Social Media)

Jhansi Khajuraho Rail Route Blast: झाँसी-ललितपुर-खजुराहो रेलखंड के मध्य ग्राम धनुपुरा में हुए विस्फोट से रेलवे की खुफिया एजेंसियों की पोल खोल गई है। यह विस्फोट अभी से नहीं, काफी समय से वहां पर विस्फोट किया जा रहा था। यह माना जा रहा है कि उक्त विस्फोट से ट्रैक के साथ डीआरएम का विशेष यान उड़ाने का प्रयास किया गया? मगर डीआरएम व उनकी टीम की किस्मत रही कि टीम पूरी तरह से बाल-बाल बच गई।

आए दिन हो रहे रेलवे अफसरों के निरीक्षण से अवैध खनन करने वाले कारोबारी काफी दुखी थे?, क्योंकि निरीक्षण के चलते अवैध खनन नहीं किया जा सकता था?। इस मामले को रेलवे प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इस हादसे में रेलवे को 80 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। यही नहीं, इस घटना से उस दिन छह घंटे रेल यातायात प्रभावित रहा है।

अवैध खनन करने वालों ने ट्रैक के पास विस्फोटक लगाकर जोरदार धमाका

मालूम हो कि वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी-ललितपुर-खजुराहो रेलखंड पर मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष अन्य अधिकारियों के साथ बुधवार को विशेष निरीक्षण यान से निरीक्षण करते हुए खजुराहो पहुंचे थे। वापसी में वह खजुराहो-ललितपुर रेलमार्ग के पोल नंबर 1199/16 व 1200/2 और धनुपुरा गांव से चार किलोमीटर आगे निकले ही थी कि अवैध खनन करने वालों ने ट्रैक के पास विस्फोटक लगाकर जोरदार धमाका कर दिया। ब्लास्ट इतना तेज था कि ट्रैक का दो किलोमीटर तक का हिस्सा उजड़ गया था। बताते हैं कि ऐसे में यदि डीआरएम का विशेष यान निकलने में थोड़ी देर हो जाती तो रेल ट्रैक के साथ वह भी उड़ जाता, मगर किस्मत अच्छी रही कि टीम पूरी तरह से बाल-बाल बच गई।

ओम साईराम क्रशर संचालक व भोला एक्सप्लोसिव के मालिक पर मुकदमा दर्ज

एसएसई/पीवे छतरपुर संजीव कुमार ने लिखित तहरीर देते हुए बताया है कि 2 नवंबर के करीब 14.45 बजे के आसपास ओमसाई राम क्रेशर संचालक रुचिर जैन एवं भोला एक्सप्लोसिव प्रो. हरिशचंद्र पांडेय मैंग्जीन प्रदाय कर्ता दोनों के द्वारा अवैध रुप से रेलवे सीमा के अंदर भारी मात्रा में अवैध तरीके से विस्फोटक लगाकर अवैध रुप से पत्थर निकालते हुए विस्फोट किया गया जिसमें रेलवे लाइन ओएचई पोल नंबर 1199/15,1200/2 के मध्य की रेलवे लाईन (पटरी) स्लीपर एवं फार्मेसन करीब 200 मीटर, ओएचई पोल एवं तार तथा वेन्टीलीवर बहुत ही बुरी तरीके से लगभग 2 किलोमीटर क्षतिग्रस्त हो गया जिसकी कीमत करीबन 80 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

घर ग्रहस्थी का सामान भी विस्फोट के कारण बुरी तरह से ध्वस्त

रेलवे लाइन के बगल में स्थित लखनलाल पटेल निवासी धनुपुरी का मकान एवं मकान के अंदर रखे घर ग्रहस्थी का सामान भी विस्फोट के कारण बुरी तरह से ध्वस्त हो गया जिससे लखनलाल पटेल का लगभग 10 लाख रुपये का नुकसान हो गया। लखनलाल पटेल के सिर के बगल में एक भारी बोल्डर (पत्थर) उड़ते हुये निकल गया। क्रेशर संचालक एवं मैगजीन प्रदाय कर्ता के द्वारा बिना रेलवे विभाग तथा आसपास के लोगों को सूचना दिये बगैर रेलवे एवं आसपास के कई लोगों की जिंदगी को खतरे में डालते हुए अवैध तरीके से रेलवे की जमीन में भारी मात्रा में हाई एक्सप्लोसिव लगाकर विस्फोट किया गया जिसके कारण लगभग 150-200 मीटर की एरिया में बड़े-बड़े पत्थर के बोल्डर उड़कर फैल गए। तथा आसपास के कई लोग खेतों में काम करने वाले घायल होते होते बच गए।

इस घटना के कारण रेलवे विभाग एवं आसपास के एरिया में भारी नुकसान हुआ है। विस्फोट होने के उपरांत विस्फोट का मलबा पूरी तरह तरह से रेलवे ट्रैक पर फैल गया। तथा रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त होने से ट्रेनों का आवागमन करीब 14.45 से 20.45 बजे तक अवरुद्ध रहा है यानि छह घंटे रेलयातायात प्रभावित रहा है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ दफा 307,286, 427, रेलवे एक्ट 1989 की धारा 150, व विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं आरपीएफ ने भी विशेष रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

नया विद्युतीकरण भी हुआ ध्वस्त

जिस ललितपुर-खजुराहो रेलमार्ग पर यह धमाका किया गया है, उस खंड पर 20 अक्टूबर को ही रेलवे ने पूरे रेलमार्ग का विद्युतीकरण किया है। बताया जा रहा है कि धमाका इतना शक्तिशाली था कि हवा में उड़ते पत्थरों से ओएचई केबल भी टूट गई थी।

जांच के लिए आंतरिक समिति का गठन

डीआरएम आशुतोष ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर अवैध खनन करने वालों से किए गए धमाकों से रेलवे ट्रैक को काफी नुकसान हुआ है। कई घंटे का ब्लाक लेकर मरम्मत कार्य कराया गया। मामले की जांच के लिए आतंरिक समिति का गठन किया गया है।

Deepak Kumar

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