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Jhansi News: परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन, टूटने के कगार पर पति पत्नी के रिश्ते की थाने में हुई काउंसलिंग
Jhansi News Today: महिला थाना में परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन किया गया। इस केंद्र में दस मामले आए हैं। इनमें चार मामलों का निस्तारण कर दिया गया।
Jhansi News: यहां आने वाली शिकायतें सबसे अधिक महिलाओं की होती हैं। इनके अलावा पति भी कई मामलों में अपनी शिकायत लेकर आते हैं। पति की तरफ से जो शिकायतें आती हैं, उसमें सबसे अधिक मायके के इंटरफेयर का मामला है। गुरसरांय इलाके के एक युवक ने बताया कि शादी के बाद पत्नी घर आ गई लेकिन दिन भर वो अपने मायके से बात करने में व्यस्त रहती है। उसे मेरे माता-पिता और परिवार से कोई मतलब ही नहीं है। इस हाल में मैं अब उसके साथ नहीं रह सकता हूं।
महिला थाना प्रभारी नीलेश कुमारी बताती है कि युवकों के शराब की लत की वजह से भी परिवार टूटने की कगार पर पहुंच रहा है। शादी के बाद लड़की और उसके मायके वाले शराब के लत की शिकायत लेकर आते हैं। उनकी शिकायत रहती है कि शादी के पहले बताया गया था कि लड़का कोई नशा नहीं करता है। शादी के बाद पता चला कि लड़का सुबह शाम शराब पीता है। इतना ही नहीं शराब पीकर लड़की और उसके परिजनों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करता है।
नई शादियों की कमजोर पड़ रही डोर
प्रभारी ने बताया कि कुछ मामले आते हैं जो दस साल या 15 साल पुरानी शादी के बाद परिवार में विवाद होता है। सबसे अधिक मामले नई नवेली शादियों वाले आते हैं। परिवार परामर्श केंद्र जब शुरु हुआ, तब अधिकाश मामले इसी तरह के आते हैं। अगस्त और सितंबर माह में 130 मामले आए हैं। जिसमें से 102 मामलों में टीम ने सुलह कराकर परिवार को जोड़ा है। यहां पर पांच काउंसलर की टीम चार से पांच बार अलग - अलग दिन बुलाकर परिवार से बातें कर उनकी काउंसलिंग करती है।
फैक्ट फिगर
देहात क्षेत्र से आते हैं अधिक मामले
कुल आए प्रार्थना पत्र -130
सुलह हुए- 102
परिवार ने अलग रहने का फैसला लिया- 43
इन मामलों में चल रही काउंसिलिंग-28
परिवार टूटने के कारण
-लड़की के मायके का इंटरफेयर
-लड़के की शराब की लत
-दूसरे के चक्कर में पति या पत्नी
10 में से 4 का हुआ निस्तारण
महिला थाना में परिवार परामर्श केंद्र का आयोजन किया गया। इस केंद्र में दस मामले आए हैं। इनमें चार मामलों का निस्तारण कर दिया गया। शेष को अगली तिथि दी गई। इस अवसर पर काउंसिलिंग मे नीति शास्त्री, डॉ आलिया एजाज, डॉ संध्या चौहान,डॉ सुमन राय, स्वप्निल मोदी, अमृता गुप्ता, महिला उपनिरीक्षक ममता यादव, महिला आरक्षी प्रतिमा यादव व महिला आरक्षी पूजा मौजूद रही।
नीलेश कुमारी, प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र का कहना है हमारी कोशिश रहती है कि परिवार को टूटने से बचाया जाए। इस समय नई-नई शादियों के एक दो साल बाद ही पति पत्नी के रिश्ते टूटने के कगार पर पहुंच जा रहे हैं। इसके कई कारण हैं। हमारे यहां पांच काउंसलर रखे गए हैं जो इनकी काउंसिलिंग करते हैं।