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Jhansi News: झांसी रेलवे स्टेशन अब हुआ वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन, अत्याधुनिक डिजाइन से किया जा रहा सुसज्जित
Jhansi News Today: प्रस्ताव भेजा गया था कि झांसी रेलवे स्टेशन का नाम महारानी लक्ष्मी बाई के नाम पर रखा जाए ।
Jhansi News: वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन, उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड (Bundelkhand) क्षेत्र में झाँसी शहर में स्थित एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है। यह भारत के सबसे व्यस्ततम और सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह भारत में कई सुपरफास्ट ट्रेनों के लिए एक प्रमुख अन्तरनगरीय हब और तकनीकी ठहराव है। भारतीय रेलवे (Indian Railways) के उत्तर मध्य रेलवे जोन में झाँसी का अपना एक मंडल है। यह दिल्ली-चेन्नई और दिल्ली-मुंबई लाइन पर स्थित है। इस स्टेशन का कोड VGLB है। उत्तर प्रदेश सरकार ने रेलवे बोर्ड को एक प्रताव भेजा था जिसमें लिखा था कि झांसी रेलवे स्टेशन का नाम महारानी लक्ष्मी बाई के नाम पर रखा जाए । इस प्रकार से इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन (Veerangana Laxmibai Junction) हो गया है।
झाँसी रेलवे स्टेशन (Jhansi Railway Station) का निर्माण अंग्रेजों ने 1880 के दशक के अंतर में किया गया था। तीन स्थानों के लंबे सर्वेक्षण के बाद वर्तमान स्थल को स्टेशन के लिए चुना गया था। स्टेशन एक विशाल किले जैसी इमारत जिसे मरुन और श्वेत रंग में रोंगन किया गया है।
स्टेशन कि बिल्डिंग के स्वरुप में तकरीबन डेढ़ दशक में बदलाव तो कई हुए। लेकिन इसका हेरिटेज लुक बरकरार रखा गया। अब इसे अत्याधुनिक रुप में कलात्मक डिजाइन में अत्याधुनिक से सुसज्जित किया जा रहा है। रेलवे के डीआरएम आशुतोष के निर्देशन में स्टेशन डायरेक्टर नीरज भटनागर के नेतृत्व में स्टेशन को एक अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त रेलवे स्टेशन की इमारत की इबारत लिखी जा रही है।
रेलवे स्टेशन सिर्फ परिवहन केंद्र ही नहीं है
यह ऐसी जगह है जो आपको आपकी ट्रेन के प्लेटफार्म से निकलने से पहले ही दूसरी दुनिया में ले जाती है। भारत में, रेलवे स्टेशनों का दौरा अक्सर एक और युग की याद दिलाता है जैसे पुरानी यादों, वास्तुकला और दिलचस्प इतिहास देशभर में ट्रेन से लोग सफर करते हैं। इसके द्वारा सफर करने से आसानी से दूसरे शहर तक पहुंचा जा सकता है।
क्रांतिकारियों के नाम व खिलाड़ियों की रेलवे स्टेशन पर चस्पा की गई फोटो
भारत में ऐसे कई रेलवे स्टेशन हैं, जिनका नाम देश के क्रांतिकारियों के नाम पर रखा गया है। रेल परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन है। आज देश के एक कोने से लेकर दूसरे कोने तक लोग रेल की मदद लेते हैं। देश की आजादी में कई लोगों ने अपना अभूतपूर्व योगदान दिया, लेकिन फिर भी लोग इनके बारे में बहुत कम ही जानते हैं। लेकिन यह रेलवे स्टेशन ऐसे ही सैनानियों व उनके त्याग को हमेशा जिंदा रखने में मदद करते हैं।
वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन पर भगत सिंह, चंद्रेशेखर आजाद, मेजर ध्यानचंद्र, शिवराम हरि राजगुरु, सचिन तेंदुलकर, पी वी सिन्धु, एम पी मैरी कॉम, मिथाली राज, पी टी ऊषा व सानिया मिर्जा की फोटो रेलवे स्टेशन के पुल पर लगाई गई है। इन फोटो को देखने के लिए यात्रियों की भीड़ भी देखी गई है। यह फोटो वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन के सौंदयीकरण के मद्देनजर लगाई गई है।
वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टशन झाँसी
1880 के अंत में अंग्रेजों द्वारा निर्मित झाँसी रेलवे स्टेशन देश के उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। पहले इसे झाँसी रेलवे स्टेशन था, लेकिन अब इसका नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन रख दिया गया। रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1828 में हुआ था। उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था। उन्होंने अपनी झाँसी की रक्षा के लिए महज 29 वर्ष की उम्र में अंग्रेज साम्राज्य की सेना से युद्ध किया और रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हुई।