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पॉलिटेक्निक कॉलेज अश्लीलता का अड्डा, कई बार हुई छेड़छाड़, अब सारी हदें की पार
कॉलेज के लगभग एक दर्जन छात्र उसे कैंपस के अंदर ले गए थे, हां उनमें से एक ने उसके साथ रेप किया था। यह घटना कैंपस के अंदर हुई थी,
झाँसी पहले की तरह अब पॉलिटेक्निक कालेज छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने का अड्डा बनता जा रहा है। हॉस्टल बंद होने के बावजूद वहां पर कालेज के छात्रों हॉस्टलों को हर तरह के शौक करने के लिए अड्डा बना लिया है। इसकी जानकारी कालेज के प्रशासन को अच्छी तरह से है मगर छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने के नाम कालेज प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। उधर, कालेज के अंदर कईयों बार मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी है। इसमें सिपाहियों से लेकर दारोगाओं को बेरहमी से पिटाई भी की गई है।
पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र द्वारा पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कैंपस के अंदर 17 वर्षीय छात्रा के साथ दुष्कर्म किया गया। घटना तब हुई जब कॉलेज में सिविल सेवा परीक्षा चल रही थी। लड़की के साथ हैवानियत करने वालों ने उसे लूटा, आपत्तिजनक वीडियो बनाए और उस लड़के की भी पिटाई की जिससे वह मिलने गई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि कॉलेज के लगभग एक दर्जन छात्र उसे कैंपस के अंदर ले गए थे, हां उनमें से एक ने उसके साथ रेप किया था। यह घटना कैंपस के अंदर हुई थी, जहां भारी पुलिस सुरक्षा के बीच प्रांतीय लोक सेवाओं (पीसीएस) की परीक्षा हो रही थी।
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इन पर हुआ मुकदमा, भेजा जेल
एसएसपी दिनेश कुमार पी के निर्देश पर गठित की गई टीम ने महोबा के थाना कुलपहाड़ क्षेत्र में रहने वाले रोहित कुमार सैनी, थाना बरई के ग्राम छानीकला निवासी भरत कुमार कुशवाहा, गोण्डा के थाना वजीरगंज के पाठकपुरवा निवासी शैलेन्द्र नाथ पाठक, महोबा के थाना कुलपहाड़ के ग्राम मोड़ारी निवासी संजय कुशवाहा,
मऊरानीपुर के रानीपुर निवासी धर्मेन्द्र सेन, मऊरानीपुर के मोहल्ला रौनियापुरा निवासी मोनू पार्या, टहरौली थाना क्षेत्र के ग्राम खिल्लावारी निवासी मयंक शिवहरे व प्रयागराज के थाना थरबई के दामोदरपुर उर्फ तिवारीपुर निवासी विपिन तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी के खिलाफ दफा 120बी, 376बी,395, 386, 323, 66 आईटीएक्त एवं 3/4 पाक्सो एक्ट 2012 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। बताते हैं कि गिरफ्तार कर जेल भेजे गए छात्रों के परिजनों को सूचना दी गई है। साथ ही कालेज से बाहर कर दिया है। उधर, प्रिंसिपल का कहना है कि यह छात्र दूसरे वर्ष के हैं। वे हॉस्टल में रहने वाले छात्र हैं या नहीं, पूरे कैम्पस के लिए केवल एक सुरक्षा गार्ड है जो घटना के समय कहां था। इसका पता नहीं क्योंकि वह रविवार को कॉलेज में चल रही पीसीएस परीक्षा में व्यस्त था।
सोशल मीडिया से फोटो
तृतीय वर्ष के छात्रों की चल रही थी परीक्षाएं
पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे छात्रों के दो हॉस्टल बने हैं। अधिकांश दूसरे शहरों के छात्र यहां रहते हैं। कोरोना महामारी के कारण सभी छात्र घर पर चले गए। 23 सितंबर से 9 अक्तूबर तक तृतीय वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं थी। बाहर से जो छात्र आए थे, उनके रुकने के लिए एक हॉस्टल खोल दिया गया था। छात्रों के वापस जाने पर दस अक्तूबर को हॉस्टल को बंद कर दिया गया। हॉस्टल की चाबी मेस इंचार्ज पन्नालाल के पास थी।
कोचिंग से पढ़कर लौट रहे थे दोनों
छात्र अपने दोस्त को पिछले एक साल से जानती है। दोनों तकनीकी परीक्षा के लिए कोचिंग कर रहे हैं। पहले वे बीकेडी के निकट एक कोचिंग में पढ़ते थे। पिछले कुछ दिनों से दोनों दतिया गेट के निकट एक कोचिंग में पढ़ने लगे थे। रविवार की सुबह दोनों कोचिंग से पढ़ने के बाद वापस अपनी गाड़ियों से घर लौट रहे थे। इस बीच वे पॉलीटेक्निक कालेज के हॉस्टल के निकट खड़े होकर दोनों बातें करने लगे और इसके बाद घटना के शिकार हो गए।
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गुटबाजी के चलते आए दिन होता हैं झगड़ा
पॉलीटेक्निक कालेज में अराजकता का माहौल है। इस कॉलेज में गुटबाजी के चलते आए दिन झगड़ा होता रहता है। स्थानीय छात्र व बुंदेलखंड से बाहर के छात्रों में गुटबाजी है। इस गुटबाजी के चलते कइयों बार पुलिस और दारोगाओं के साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। इसकी जानकारी यहां के पुलिस और प्रशासन के अफसरों को अच्छी तरह से मालूम है। इसके बावजूद यह लोग मूकदर्शक बने हुए हैं।
रिपोर्टर बी के कुशवाहा