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Jhansi News: तिलक अहिरवार थाम सकते हैं BJP का दामन, भाजपा थमा सकती है महापौर का टिकट
Jhansi News: तिलक चंद्र अहिरवार मऊरानीपुर से विधानसभा चुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी में निष्क्रिय हैं।
Jhansi News: राजनीति में न कोई स्थाई दोस्त होता है और ना कोई दुश्मन। आज की राजनीति भविष्य के लिए वर्तमान को देखती। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लग सकता है और पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व एमएलसी एवं मऊरानीपुर से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े तिलक चंद्र अहिरवार BJP का दामन थाम सकते हैं भाजपा उन्हें महापौर के रूप में अपना प्रत्याशी बना सकती है। तिलक चंद्र अहिरवार मऊरानीपुर से विधानसभा चुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी में निष्क्रिय हैं।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कुछ नेताओं से उनकी बातचीत हो चुकी है। अब समय का इंतजार है। झांसी नगर निगम महापौर की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने से तिलक अहिरवार को पार्टी महापौर प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार सकती है। अगर ऐसा हुआ तो भारतीय जनता पार्टी से महापौर की टिकट की लाइन में लगे अन्य अनुसूचित जाति के नेताओं को तगड़ा झटका लग सकता है।
बढ़ सकती हैं भाजपा के पुराने नेता राकेश रत्नाकर की परेशानी
वर्तमान में महापौर पद के लिए पूर्व महापौर किरण वर्मा के पति राजू बुक सेलर, 5 साल से भाजपा में सक्रिय भूमिका निभा रहे संतराम पेंटर एवं भाजपा के पुराने नेता राकेश रत्नाकर की परेशानी बढ़ सकती हैं। हालांकि भारतीय जनता पार्टी अभी तक दलित वर्ग में कोरी समाज को पहली प्राथमिकता देती है। अहिरवार जाति बसपा का ठोस वोट बैंक माना जाता है। इसी के चलते अन्य दल अहिरवार जाति के लोगों को टिकट देने में परहेज करते हैं। लेकिन BJP बदली हुई परिस्थिति में दलितों पर डोरे डाल रही है। खासकर मायावती के वोट बैंक माने जाने वाले अहिरवार वोट पर विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का दलित वोट भारतीय जनता पार्टी को मिल गया था। इस वोट बैंक को स्थाई बनाए रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी अहिरवार जाति से जुड़े कद्दावर नेता तिलक चंद अहिरवार को टिकट दे सकती है। तिलक चंद अहिरवार बहुजन समाज पार्टी में अबेक महत्वपूर्ण पदों पर ले चुके हैं।वह सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं।