Jhansi News: पति की पिटाई से तंग पत्नी ने लगा ली फांसी, पिता ने दामाद पर लगाए गंभीर आरोप

Jhansi News: नवाबाद थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पिता का आरोप है कि उसकी बेटी ने पति की पिटाई से तंग होकर यह कदम उठाया है।

B.K Kushwaha
Published on: 29 Dec 2022 1:40 PM GMT
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फांसी (photo: social media )

Jhansi News: नवाबाद थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पिता का आरोप है कि उसकी बेटी ने पति की पिटाई से तंग होकर यह कदम उठाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

ये है मामला

हमीरपुर के कुरारा में रहने वाला आशु नवाबाद थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर में अपनी पत्नी दीप्ति व दो बेटियों के साथ रहता है। आशु बामौर के सरकारी स्कूल में अध्यापक के पद पर तैनात है। पति आशु ने बताया कि बुधवार की शाम वह स्कूल से घर लौटा था। खाना खाकर वह बेटियों के साथ सोने की तैयारी कर रहा था। रात करीब 9.30 बजे पत्नी दीप्ति दूसरे कमरे में चली गई। थोड़ी देर बाद बेटी कमरे में गई तो दीप्ति फंदे पर लटकी थी। बेटी ने आकर बताया तो कमरा में गया। दीप्ति की मौत की सूचना पर मायके पक्ष के लोग झाँसी पहुंच गए थे।

अक्सर दामाद और बेटी के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर होता था झगड़ा: मृतका के पिता

उरई के शांति नगर में रहने वाले मृतका के पिता महेश चंद्र राजस्व विभाग में आरआई है। महेश चंद्र ने बताया कि इकलौती बेटी दीप्ति की शादी 11 साल पहले हमीरपुर के कुरारा निवासी आशु जवालिया के साथ की थी। उसका दामाद बामौर ब्लॉक में सरकारी अध्यापक है। अक्सर दामाद और बेटी के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा और मारपीट होती थी। जिस कारण लगभग 6 माह पहले वह अपनी बेटी को लेकर मायके शांति नगर उरई आ गए थे।

बेटी ने पिटाई से तंग आकर फांसी लगा ली: महेश

दीप्ति की दो बेटियां आठ साल की अनन्या और पांच साल की रेशी है। इसके बाद लगभग डेढ़ माह सामाजिक समझौते के बाद उन्होंने अपनी बेटी को वापस ससुराल शिवाजी नगर भेज दिया था। महेश ने बताया कि बुधवार शाम बेटी ने अपनी मां राजकुमारी से बात की तो सब ठीक था। इसके बाद रात 12 बजे मौत की सूचना मिली। बेटी ने पिटाई से तंग आकर फांसी लगा ली। जिससे उसकी मौत हो गई। उसने जांच की मांग की है।

बिना पोस्टमार्टम के परिजन शव लेकर चले गए गाजियाबाद

मेमो पहुंचने पर पोस्टमार्टम करने पहुंची बबीना पुलिस के सामने अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई। दो घंटे तक पुलिस लाश को वहां पर ढूंढती रही। पता चला कि बिना पोस्टमार्टम के ही शव को परिजन अपने घर गाजियाबाद ले गए। परिजन शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाने चाहते थे।

ये है मामला

लोनी देहात के गौरी पट्टी निवासी वसीम खान मजदूर था। वसीम के भाई सलीम ने पुलिस को बताया कि वह भाई के साथ पूना जा रहा था। झांसी निकलने के बाद वसीम को अचानक ठंड लगने लगी। इस पर उसे बबीना स्टेशन पर नीचे उतार लिया। वसीम को बबीना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बबीना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर ने वसीम की मौत होने पर मेमो बनाकर बबीना पुलिस को सूचना दे दी। इसके बाद परिजन शव को ले गए।

वसीम का पोस्टमार्टम नहीं कराने चाहते थे परिजन

डॉक्टर को लगा कि वे पोस्टमार्टम के लिए शव को झाँसी ले जा रहे हैं। लेकिन परिजन शव को झाँसी न लाकर सीधे गाजियाबाद ले गए। वहीं, सूचना पर बबीना पुलिस पोस्टमार्टम कक्ष पहुंची। काफी देर तक शव की तलाश की मगर पता नहीं चला। बाद में पुलिस ने भाई सलीम से फोन पर बात की तो पता चला कि वे शव को परिजन घर ले गए है। सलीम ने बताया कि वह भाई वसीम के साथ मोबाइल टॉवर रिपेयरिंग का काम करता है। काम के सिलसिले में ही दोनों पूना जा रहे थे। वसीम बाथरुम में भींग गया था। बृहस्पतिवार सुबह उसको ठंड लगने लगी। अस्पताल ले गए तो भाई की मौत हो चुकी थी। वसीम की मौत सामान्य हुई है इसलिए पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। न उनको किसी ने पोस्टमार्टम के लिए कहा। इसलिए शव को लेकर घर के लिए रवाना हो चुके हैं।

Deepak Kumar

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