Jhansi: माताटीला बांध से छोड़ा गया 50,000 क्यूसेक पानी, अलर्ट मोड पर प्रशासन

Jhansi: जिलाधिकारी ने कहा कि सड़कों पर पानी आ जाने के कारण यदि गांव का आवागमन बाधित हुआ है तो ऐसे गांव की जानकारी तत्काल मुख्यालय पर उपलब्ध कराएं।

Gaurav kushwaha
Published on: 29 July 2024 9:40 AM GMT
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माताटीला बांध से छोड़ा गया 50,000 क्यूसेक पानी (न्यूजट्रैक)

Jhansi News: जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि 28 जुलाई शाम को माताटीला बांध से लगभग 50,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो रात में बढ़ कर 1,50,000 क्यूसेक किया जा सकता है, जिस कारण जनपद के कई गांव प्रभावित होने की संभावना पर नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई। उन्होंने बताया ऐसे गांव जो नदी किनारे और पानी छोड़े जाने की स्थिति में प्रभावित होने वाले हैं, वहां के ग्राम प्रधान, ग्राम निगरानी समिति, लेखपाल, सचिव सहित अन्य सभी को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी लोग पूर्ण सतर्क रहते हुए नदी के बढ़ते जल स्तर पर सतत दृष्टि बनाए रखें और लगातार जानकारी देते रहे। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।

गोताखोर तथा नाव की व्यवस्था हो

जिलाधिकारी ने बेतवा नदी के किनारे बसे गांव के तट के बढ़े जलस्तर को गंभीरता से देखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कों पर पानी आ जाने के कारण यदि गांव का आवागमन बाधित हुआ है तो ऐसे गांव की जानकारी तत्काल मुख्यालय पर उपलब्ध कराएं। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि गोताखोर तथा नाव की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें ताकि वक्त रहते लोगों को दुर्घटना से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होना चाहिए, रिपटे पर यदि पानी का बहाव तेज है तो सड़क पार करने से बचें और दूसरों को भी बचाएं। आप लोग निरंतर क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। कहीं पर कोई समस्या हो तो तत्काल अवगत कराया जाए।

नदी के किनारे बसे हुए गांव के लोगों को करे अलर्ट

जिलाधिकारी ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि 28 जुलाई को राजघाट डैम से 84720 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जो बढ़कर लगभग 2,00,000 क्यूसेक किया जा सकता है। माताटीला से 28 जुलाई को देर शाम को लगभग 50,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जो रात में बढ़ कर 1,50,000 क्यूसेक किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने जनपद के नदी के किनारे बसे हुए गांव के लोगों को अलर्ट करते हुए कहा है कि यदि नदी के तट के किनारे कोई गो-आश्रय स्थल है तो वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने कहा कि पशु हानि और मानव हानि किसी भी दशा में ना हो इसे अवश्य सुनिश्चित कर लें और कोई अन्न समस्या हो तो तत्काल कलक्ट्रेट स्थित जनपदीय जन सुविधा केंद्र में बने कंट्रोल रूम के फोन नंबर- 0510-2371100,2371199 पर तत्काल सूचना दें।

Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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