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Jhansi: एडीजी PAC ने दीक्षांत परेड की ली सलामी, रिक्रूटों को पढ़ाया साहस, ईमानदारी और सेवा का पाठ

Jhansi News: एडीजी पीएसी ने प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 173 रिक्रूटों आरक्षियों को पुरस्कृत किया।

B.K Kushwaha
Published on: 6 April 2024 4:54 PM GMT
ADG PAC took the salute of the convocation parade, taught the recruits the lesson of courage, honesty and service
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एडीजी PAC ने दीक्षांत परेड की ली सलामी, रिक्रूटों को पढ़ाया साहस, ईमानदारी और सेवा का पाठ: Photo- Newstrack

Jhansi News: अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी सुजीत पांडेय ने रिक्रूटों को साहस, ईमानदारी, देश सेवा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों को निभाने के साथ मन में सेवा भाव होना जरुरी है। यह बात उन्होंने 33 वीं वाहिनी पीएसी के प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित दीक्षांत परेड समारोह - 2024 में कही है। इसके बाद उन्होंने 173 रिक्रूट आरक्षी नागरिक पुलिस (महिला/पुरुष) के आधारभूत प्रशिक्षण पूरा करने पर दीक्षांत परेड का निरीक्षण कर सलामी ली।

एडीजी पीएसी ने प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 173 रिक्रूटों आरक्षियों को पुरस्कृत किया। समारोह की अध्यक्षता सेनानायक 33 वीं वाहिनी पीएसी झांसी अजीत कुमार सिन्हा ने की। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि ने परेड कमांडर रिक्रूट आरक्षी आय़ुष राणा के नेतृत्व में आय़ोजित दीक्षांत परेड का मान प्रणाम ग्रहण किया गया। तत्पश्चात एडीजी पीएसी ने परेड का निरीक्षण किया।


कर्तव्य पालन की शपथ दिलाई गई

उन्होंने उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं को कर्तव्य पालन की शपथ दिलाई गई। तत्पश्चात उन्होंने अन्तः कक्षीय व बाह्रा कक्षीय परीक्षाओं में प्रथम स्थान पर रहे पुरस्कार विजेता प्रशिक्षुओं एवं आरटीसी स्टाफ को प्रशंसा चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उधर, अन्तः विषय बाह्रा विषय एवं साक्षात्कार के आधार पर सर्वांग सर्वोत्तम प्रशिक्षु 154 शिल्पी पाल घोषित की गई। इसके अलावा परेड कमांडर आयुष राणा को प्रथम, परेड कमांडर द्वितीय गुल्फान व शिल्पी पाल को तृतीय स्थान मिला है।


देखने योग्य था अनुशासन

पासिंग आउट परेड में छह माह प्रशिक्षणरत रिक्रूट आरक्षियों का अनुशासन देखने योग्य था। एडीजी ने नियमित व्यायाम, अध्ययन एवं जनता के बीच उच्चकोटि की पुलिसिंग के लिए आवश्यक सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था में पीएसी का अहम योगदान है। इसके जवान सदैव अनुशासति एवं अपने कर्तव्य पर दृढ़ रहे हैं। उम्मीद है कि नए जीवन भी अपने कर्तव्य के निर्वहन में कोई कसर नहीं रखेंगे।


छह माह चला प्रशिक्षण

सात टोलियों में विभक्त कर छह प्रशिक्षकों ने छह माह प्रशिक्षण किया गया। प्रशिक्षण अवधि में वाह्य कक्षीय एवं अंत कक्षीय प्रशिक्षण के अंतर्गत अऩुशासन, परेड, कानून की जानकारी सेवारत व सेवानिवृत्त अनुभवी प्रशिक्षकों ने दी। इस अवसर पर पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस, एसपी रेलवे विपुल कुमार श्रीवास्तव, 33 वीं वाहिनी के शिवरपाल प्रणय कुमार सिंह, सूबेदार सैन्य सहायक/ आरटीसी प्रभारी धर्मराज भदौरिया व अन्य लोग उपस्थित रहे।

Shashi kant gautam

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