TRENDING TAGS :
Jhansi News: जमीन गिरवी रख घायल भाई को बचाने का किया प्रयास, नहीं बच सकी जान
Jhansi News: सड़क हादसे में घायल युवक की जान बचाने के लिए उसके सगे भाईयों ने कई जतन किए। यहां तक कि जमीन भी गिरवी रख दी। इसके बाद भी वह उसकी जान बचाने में सफल नहीं हो सके। उसने उपचार के दौरान मेडिकल में दम तोड़ दिया।
Jhansi News (Social Media)
Jhansi News: सड़क हादसे में घायल युवक की जान बचाने के लिए उसके सगे भाईयों ने कई जतन किए। यहां तक कि जमीन भी गिरवी रख दी। इसके बाद भी वह उसकी जान बचाने में सफल नहीं हो सके। उसने उपचार के दौरान मेडिकल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया।
लंबे इलाज के बाद भी दम तोड़ दिया
ललितपुर के ग्राम बिजरौठा टपरियन के पास कमलेश कुशवाहा परिवार समेत रहता था। परिजनों के मुताबिक कमलेश मजदूरी करता था। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। बीते रोज कमलेश बाइक से अपने मामा के साथ बांसी जा रहा था। तभी आगे जा रहे ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे वह घायल हो गए। हादसे को देख राहगीरों ने इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को उपचार के लिए मेडिकल कालेज भेजा गया। परिजनों ने उसे मेडिकल कालेज में न ले जाकर निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। कमलेश के इलाज में उसके सभी भाईयों ने जमीन गिरवी रख दी। कई दिन इलाज चला, इसके बाद भी उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
बंटवारे से नाखुश छोटे भाई ने जहर खाकर दे दी जान
जमीन बंटवारे से नाखुश छोटे भाई ने जहर खाकर जान दे दी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गुढ़िया में बाबूलाल परिवार समेत जीवन-यापन करता था। उनके पास 10 बीघा जमीन थी। बीते रोज बाबूलाल का भाई से विवाद हो गया था। इसके बाद वह घर पर आकर सो गए थे। सुबह वह परिजनों को बगैर कुछ बताए घर से चला गया। इसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा। काफी देर तक वापस न होने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरु कर दी। परिजनों को पता चला है कि वह खेत पर मौजूद है। इस पर घर के लोग वहां पहुंचे। यहां परिजनों ने बाबूलाल से घर चलने के लिए कहा। इस पर बाबूलाल ने परिजनों से कहा कि वह शौच करने जा रहा है। इसके बाद घर चलेंगे।
इस पर परिजन वहीं खड़े होकर उसका इंतजार करने लगे, लेकिन वह काफी देर तक नहीं लौटा। जब जाकर देखा तो वह उल्टी कर रहा था। बेहोशी हालात में परिजन आनन-फानन में मऊरानीपुर अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों को उसके पास सल्फास की डिब्बी मिली। बताया कि उसने डेढ़ गोली खाई थी, जबकि आधी गोली डिब्बी में पड़ी हुई थी। स्थिति गंभीर होने पर उसे मेडिकल कालेज लाया गया। यहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना पर गई पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। परिजनों ने बताया कि पिता ने बाबूलाल और उसके बड़े भाई को हिस्से में दस-दस बीघा जमीन दी थी। बड़ा भाई बंटवारे से नाखुश था। इसी को लेकर दोनों में विवाद बना रहता था। इन्हीं कारणों के चलते उसने सल्फास की गोलियां खाकर जान दी है।