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Jhansi News: राजभवन में हुई प्रतियोगिता में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी पांच में दो में प्रथम
Jhansi News: राज्यपाल ने सभी को सम्बोधित करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा प्रकृति के प्रति संवेदनशील कार्यों और विद्यार्थिन्मुख प्रतिस्पर्धाओं के बारे में जानकारी ली और अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं
Jhansi News: लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल की 148 वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस- 2025 पर उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालयों की प्रतियोगिता का लखनऊ में आयोजन हुआ। जिसमें मुख्य और अंतिम चरण की प्रतियोगिता के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की 6 सदस्य की टीम के 4 विद्यार्थियों महक, सुधांशु, अभिषेक और रितिका अग्रवाल ने प्रतिभाग किया। सुधांसु त्रिवेदी ने कविता लेखन और सुश्री महक ने निबन्ध लेखन में अपने अपने वर्ग में प्रथम स्थान अर्जित किया। राज्यपाल ने विजेताओं को प्रमाण पत्र, पुस्तक और भावी जीवन के लिए शुभाशीष दिया।
राज्यपाल ने सभी को सम्बोधित करते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा प्रकृति के प्रति संवेदनशील कार्यों और विद्यार्थिन्मुख प्रतिस्पर्धाओं के बारे में जानकारी ली और अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस टीम को कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय द्वारा अधिष्ठाता कला संकाय प्रोफेसर मुन्ना तिवारी और डॉ. शैलेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में राजभवन भेजा गया था।उत्तर प्रदेश के 34 विश्वविद्यालयों में एक मात्र बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी का दो प्रतियोगिता में प्रथम प्राप्त करने पर तथा राजभवन में उपलब्धि हासिल होने पर कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय, कुलसचिव विनय कुमार सिंह तथा विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों शिक्षकों ने सफल विद्यार्थियों तथा पूरी टीम को बधाई, शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। विश्वविद्यालय में हर्ष का वातावरण व्याप्त है ।
-- बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान ने नीति आयोग-एवीए की साझेदारी का किया समर्थन
झांसी। बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण के इको सिस्टम को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए भारत सरकार के नीति आयोग और एसोसिएशन फॉर वालंटरी एक्शन (एवीए) ने देश के सबसे पिछड़े क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तीकरण तथा अगले एक साल में देश के 104 प्रखंडों के 15,000 गांवों को बाल विवाह मुक्त घोषित करने के लिए हाथ मिलाया है। इस आशय के मंतव्य पत्र (एसओआई) पर नई दिल्ली में दस्तखत किए गए। नीति आयोग और एवीए की इस साझेदारी का स्वागत और समर्थन करते हुए बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान ने कहा कि इस कदम से उनकी कोशिशों को एक नई उर्जा और गति मिली है और वे झांसी को बाल मजदूरी, बाल विवाह, बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल यौन शोषण जैसे बच्चों के खिलाफ सभी तरह के अपराधों से मुक्त कराने के प्रयासों में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। एवीए और बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान दोनों ही बाल अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए देश के 416 जिलों में काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैरसरकारी संगठनों के नेटवर्क जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी हैं।
दो-वर्षीय एसओआई के तहत अगले दो सालों में देश के 73 जिलों के आकांक्षी प्रखंडों के इन गांवों के आर्थिक रूप से बेहद कमजोर उन परिवारों के बच्चे जो शोषण, उत्पीड़न, बाल मजदूरी या बाल विवाह दृष्टि से संवेदनशील हैं, के लिए सुरक्षित बाल ग्राम के रूप में एक सुरक्षा घेरा विकसित किया जाएगा। यह पहल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) के साथ एकरूपता और तालमेल में है, जिसका लक्ष्य देश भर के 112 सबसे अविकसित जिलों में रूपांतरकारी बदलाव लाना है।
इस पहल के साथ एकजुटता जताते हुए बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान के निदेशक वासुदेव सिंह ने कहा, “हम भारत सरकार के ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान पर अमल करते हुए अपने जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिये सतत और अनथक प्रयास कर रहे हैं। एवीए और नीति आयोग की इस साझेदारी से हमारे प्रयासों को और बल मिलेगा। एवीए के साथ मिलकर हम जिले को बाल विवाह मुक्त बने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही हम जिले में बाल सुरक्षा के व्यवस्थागत तंत्र को मजबूत बनाने के लिए भी काम करेंगे। साथ मिलकर हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारे बच्चों को एक सुरक्षित वातावरण में पुष्पित-पल्लवित होने के अवसर मिलें।
साझेदारी के तहत देश के सबसे अविकसित व संवेदनशील इलाकों में बच्चियों के सशक्तीकरण और शिक्षा की पारिस्थितिकी को मजबूत करने के लिए एक समग्र और व्यापक रणनीति पर अमल किया जाएगा। बाल विवाह और बच्चों की ट्रैफिकिंग की निगरानी और रोकथाम के लिए सभी लक्षित गांवों में पंचायत स्तर पर लोगों की आवाजाही और विवाहों के ब्योरे दर्ज करने के लिए रजिस्टर रखे जाएंगे। स्कूल नहीं जा पाने वाले बच्चों को शिक्षा और कौशल विकास के अवसरों से जोड़ा जाएगा, जबकि हाशिये के व्यक्तियों और परिवारों को सरकारी जनकल्याण योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
इस अवसर पर एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के कार्यकारी निदेशक धनंजय टिंगल ने कहा, “आज समाज के सबसे कमजोर वर्गों के सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए हम गर्व और कृतज्ञता महसूस कर रहे हैं। साझा प्रयासों से हमारा लक्ष्य 2025 के अंत तक इन प्रखंडों को बाल विवाह मुक्त बनाना और दूसरों के लिए एक मिसाल कायम करना है। यह साझेदारी प्रत्येक बच्चे की सुरक्षा, शिक्षा और सम्मान के अधिकार की रक्षा करने और बाल विवाह जैसे अपराधों के खात्मे की हमारी साझा प्रतिबद्धता का सबूत है। सरकारी निकायों, समुदायों और नागरिक समाज संगठनों राज्य, जिला और प्रखंड जैसे हर स्तरों पर एकजुट होकर काम करने और साझा प्रयासों से सही मायनों में बच्चों की सुरक्षा का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
नीति आयोग जिला, ब्लॉक और गांव स्तर पर राज्य सरकारों, केंद्रीय मंत्रालयों और अन्य प्रमुख हितधारकों के साथ सहयोग करेगा, जबकि एवीए संवेदनशील परिवारों की पहचान करने, समय पर हस्तक्षेप के लिए जिला प्रशासन, राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ सहयोग से वास्तविक समय में कठिनाई का सामना कर रहे प्रत्येक बच्चे और परिवार को राहत की दिशा में प्रगति पर नजर रखने के लिए मजबूत डेटाबेस तैयार करने, चयनित जिलों/ब्लॉकों में बाल मजदूरी, बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल विवाह सहित बच्चों की शिक्षा और संरक्षण से जुड़े प्रमुख संकेतकों पर जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगा।