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Jhansi News: हादसे का तीसरा दिन, 11 मौतें, कार्रवाई शून्य महारानी लक्ष्मीबाई कालेज के एसएनसीयू वार्ड में हुए अग्निकांड का मामला
Jhansi News: हैरत की बात यह है कि 11 बच्चों की जघन्य मौत के बाद भी अभी खबर लिखे जाने तक किसी की न तो जिम्मेदारी तय की गयी है और न ही किसी पर कोई कार्रवाई की गयी है।
Jhansi News: महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू वार्ड में शुक्रवार रात हुए अग्निकांड के दौरान रेस्क्यू किये गए बच्चों में से एक की तीसरे दिन इलाज के दौरान मौत हो गयी। हैरत की बात यह है कि 11 बच्चों की जघन्य मौत के बाद भी अभी खबर लिखे जाने तक किसी की न तो जिम्मेदारी तय की गयी है और न ही किसी पर कोई कार्रवाई की गयी है। ऐसा लग रहा है कि इस मामले में परिजनों और विपक्ष की ओर से उठाये गए सवालों को दरकिनार करने की कोशिश की जा रही है। प्राथमिक जांच में अभी तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हो सकी है। इससे सवाल खड़े हो रहे हैं कि आख़िरकार इस जघन्य घटना के दोषियों को चिह्नित कब किया जा सकेगा कर उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। मासूम बच्चों की दुखद और जघन्य मौत के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं होना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
शुक्रवार की रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के एसएनसीयू वार्ड में शार्ट सर्किट से आग लग गई थी जिसमें 10 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी जबकि 39 बच्चों को रेस्क्यू कर बचाया गया था। इनमें कुछ बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए यूपी की डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को झांसी भेजा था। यहां आकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने घटना का अवलोकन किया। एसएनसीयू वार्ड का निरीक्षण कर वापस लखनऊ चले गए थे। वहीं, शासन ने जांच के लिए तीन कमेटियों का गठन कर दिया था। एक कमेटी की 12 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी थी। इस कमेटी में मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे और पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी को रखा था।
मरने वालों की संख्या हुई 11
मेडिकल कॉलेज अग्निकांड में एक और नवजात की मौत हो गई। हादसे में मरने वालों की संख्या अब 11 हो गई है। शुक्रवार की रात एसएनसीयू में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। जिसमें दस मासूमों की मौत हो गई थी। डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि हादसे के समय एसएनसीयू में 49 नवजात शिशु थे। 39 शिशुओं का रिस्क्यू किया गया था। उन्होंने बताया कि रविवार को उपचार के दौरान एक और शिशु की मौत हो गई है। इससे हादसे में मरने वालों की संख्या 11 पहुंच गई है।
जांच रिपोर्ट सीएम को सौंपी, शॉर्ट सर्किट से लगी थी आग
अग्निकांड के मामले की एक रिपोर्ट मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे और पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने सौंप दी है, जिसमें आग लगने की वजह का खुलासा किया गया। बताया गया है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी।जांच कमेटी को डॉक्टरों ने बताया कि एसएनसीयू वार्ड में नवजात शिशुओं के चलते वॉटर स्प्रिंकलर नहीं लगाए जाते हैं। स्विच बोर्ड में स्पार्क होने से आग लगी थी। एक नर्स ने इसे अपने से ठीक करने की कोशिश की। इस प्रयास में वो जख्मी भी हो गई थी। इस दौरान आग ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर की तरफ फैलने लगी थी वो नर्स चिल्लाते हुए बाहर आई थी।