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Jhansi News: कंपेटिटिव प्रोग्रामिंग Workshop, छात्रों को डेटा स्ट्रक्चर और कंपेटिटिव प्रोग्रामिंग बतायी

Jhansi News: कंपेटिटिव प्रोग्रामिंग पर चर्चा करते हुए, मेंटर्स ने छात्रों को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे कोडफोर्सेस, लीटकोड,हैकररैंक, गीक्सफॉरगीक्स जैसे प्लेटफॉर्म के बारे में बताया, जहां वे अभ्यास कर सकते हैं।

Gaurav kushwaha
Published on: 18 Nov 2024 9:31 PM IST
Jhansi News
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Jhansi News: बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में चल रहे डेव्सऑनलूप क्लब के पांचवें दिन का आयोजन इनोवेशन और इनक्यूबेशन सेल के अंतर्गत सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस दिन के सत्र में मेंटर्स ऋतिक राठौर और रोहित शंकर सिन्हा ने छात्रों को डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम और कंपेटिटिव प्रोग्रामिंग के महत्व के बारे में जानकारी दी।

मेंटर्स ने बताया कि डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम किसी भी प्रोग्रामिंग समस्या को हल करने का आधार है। उन्होंने समझाया कि यह केवल प्रोग्रामिंग प्रतियोगिताओं के लिए ही नहीं, बल्कि इंटरव्यू क्रैक करने और एक मजबूत प्रोग्रामर बनने के लिए भी आवश्यक है। सत्र में यह भी बताया गया कि डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम और वेब डेवलपमेंट दोनों समान रूप से महत्वपूर्ण हैं, और छात्रों को दोनों पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ सकें। कंपेटिटिव प्रोग्रामिंग पर चर्चा करते हुए, मेंटर्स ने छात्रों को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे कोडफोर्सेस, लीटकोड,हैकररैंक, गीक्सफॉरगीक्स जैसे प्लेटफॉर्म के बारे में बताया, जहां वे अभ्यास कर सकते हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर समय-सीमा आधारित समस्याएं हल करके छात्र अपनी समस्या समाधान क्षमताओं को बेहतर बना सकते हैं।

छात्रों ने इस सत्र में गहरी रुचि दिखाई और मेंटर्स द्वारा बताए गए टिप्स और सुझावों को ध्यान से सुना। संस्थान के नवाचार परिषद की अध्यक्षा एवं इनोवेशन और इंक्यूबेशन सेंटर की निदेशक प्रो. शहनाज़ अयूब ने कहा कि इस सत्र ने छात्रों को यह समझने में मदद की कि कैसे डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम और कंपेटिटिव प्रोग्रामिंग उनकी तकनीकी समझ को गहराई देती है और करियर के लिए नए रास्ते खोलती है।

उन्होंने कहा कि डेव्सऑनलूप क्लब का यह सत्र छात्रों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ। पांचवें दिन की सफलता ने छात्रों को प्रेरित किया कि वे नियमित रूप से प्रोग्रामिंग का अभ्यास करें और खुद को तकनीकी एवं स्टार्टअप्स की चुनौतियों के लिए तैयार करें।



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Shalini singh

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