TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Jhansi News: जिला कारागार के बाहर लगी भीड़, बहनों ने भाइयों के किया टीका

Jhansi News: भैया दूज का त्योहार भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र औऱ सुख- समृद्धि के लिए पूजा करती हैं। भाई अपनी बहनों को उपहार देकर उनके प्रति अपना स्नेह जताते हैं।

Gaurav kushwaha
Published on: 3 Nov 2024 6:17 PM IST
Jhansi News ( Pic- News Track)
X

 Jhansi News ( Pic- News Track)

Jhansi News: जिला कारागार में रविवार को भाई दूज का पर्व मनाया गया। जेल प्रशासन की तरफ से भाई दूज के पर्व पर जेल में सारे इंतजाम किए गए थे। मुलाकात पर्ची काउन्टर पर प्रार्थना पत्र लिखे जाने के लिए अतिरिक्त काउन्टर भी बनाए गए थे, जिसमें अतिरिक्त स्टॉफ तैनात किया गया था। जिससे बंदियों के परिजनों को इंतजार न करना पड़े और उनके प्रार्थनापत्र तत्काल तैयार किए जा सके।

रविवार के दिन जिला कारागार के बंद कैदियों से मुलाकात नहीं कराई जाती है, लेकिन विभागीय आदेश के मद्देनजर त्योहार को लेकर भाइयों की बहनों से मुलाकात के लिए विशेष कानून का पालन किया गया। भैया दूज का त्योहार में भाई बहन के पवित्र रिश्ते के लिए काफी मायने हैं।

बहनों के लिए जलपान की व्यवस्था

रविवार यानी आज भैया दूज के त्योहार को भव्य रुप से मनाने के लिए जेल प्रशासन कोई कोताही नहीं बरती है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कारागार प्रशासन ने जेल के अंदर और बाहर जलपान की खास व्यवस्था की गई है जिससे मुलाकात के लिए आने वाली बहनों को भूखा न लौटना पड़े। भैया दूज का त्योहार भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र औऱ सुख- समृद्धि के लिए पूजा करती हैं। भाई अपनी बहनों को उपहार देकर उनके प्रति अपना स्नेह जताते हैं। इस खास मौके पर बहनों को अपने भाइयों से मिलने की अनुमति दी गई है।

यह अवसर सभी कैदियों और उनके परिवारों के लिए बहुत खास है, क्योंकि अक्सर जेल में रहकर इस तरह के पारिवारिक त्योहार मनाने को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। कुछ बहनें इस उम्मीद के साथ जिला कारागार पहुंची हैं कि भाई के साथ बिताई गई उनकी पुरानी यादें ताजा कर देगा।

इस तरह के आयोजनों से बंदियों का बढ़ता है मनोबलः जेल सुपरिटेंडेंट

जिला कारागार के सुपरिटेंडेंट विनोद कुमार ने बताया कि जेल में कैदियों के सुधार के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिससे कि वे अपने परिवार से जुड़ाव महसूस कर सकें। इस तरह के आयोजनों से बंदियों का मनोबल बढ़ता है और वे सकारात्मक सोच के साथ अपने जीवन में सुधार की दिशा में कदम बढ़ाते हैं। उनका कहना है कि इस आयोजन से जेल प्रशासन ने बंदियों और उनके परिवारों के बीच एक मजबूत सेतु का निर्माण किया है। यह उनके रिश्तों को और मजबूत करती है। जेल प्रशासन का मानना है कि अगर कैदियों के मनोबल को इसी तरह से बढ़ावा दिया जाए तो उन्हें समाज की मुख्यधारा से दोबारा जुड़ने में आसानी होती है।

बहनों ने जताया आभार

भाइयों से मुलाकात के बाद कारागार पहुंचने वाली बहनों ने जेल प्रशासन का आभार जताया। जिला कारागार पहुंची बहनों ने बताया कि आमतौर पर जेल में बंद भाइयों से अच्छे तरीके से मुलाकात नहीं पाती है। मुलाकात के चंद मिनट दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि आज मुलाकात के लिए भरपूर समय मिला। जेल प्रशासन ने यहां जलपान के साथ तिलक सहित अन्य चीजों को उपलब्ध कराया गया था।



\
Shalini Rai

Shalini Rai

Next Story