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Jhansi News: मत फेंको बोतल का पानी, मत छोड़ो बोतल में पानी" कैम्पेन प्रारंभ
Jhansi News: केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कुमार तिवारी के संयोजन में लोगों का इस ओर ध्यानाकर्षण करने की रूपरेखा बनी और इसके लिए आज से "मत फेंको बोतल का पानी, मत छोड़ो बोतल में पानी" कैम्पेन शुरु किया गया।
Jhansi News: प्रायः देखने में आता है कि रेस्टोरेंट में या अन्य किसी स्थल पर होने वाले फंक्शन में बोतल बन्द पानी सर्व किया जाता है। आधुनिकता और हाई सोसायटी के दौर में यह अब फैशन बन रहा है। लेकिन अक्सर इन बोतल का थोड़ा पानी पीकर छोड़ देने की प्रवत्ति भी नजरों में आ रही है। ऐसा करके बड़ी संख्या में लोग पानी को बर्बाद करने वाले बन रहे हैं। इस ओर जागरूकता के लिए जिला जनकल्याण महासमिति ने अपना रुख किया है।
पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए कार्य योजना तैयार
केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कुमार तिवारी के संयोजन में लोगों का इस ओर ध्यानाकर्षण करने की रूपरेखा बनी और इसके लिए आज से "मत फेंको बोतल का पानी, मत छोड़ो बोतल में पानी" कैम्पेन शुरु किया गया। डॉ. जितेंद्र तिवारी ने कहा कि प्रतिदिन इस तरह हजारों लीटर पानी बचाया जा सकता है। होटल, रेस्त्रां एवं अन्य फंक्शन स्थल पर पहुंचकर बोतल पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। ऐसे लोग जो पानी छोड़कर उठ जाते हैं, को चेताने का निर्णय लिया गया। उन्हें सुझाया जाएगा कि वह उस बचे पानी की बोतल को साथ लेते जाएं और सड़क किनारे लगे पेड़ पौधों में डाल दें , जिससे गर्मी में पानी के आभाव में झुलस रहे पौधों को पानी मिलेगा और आपकी बोतल का पानी बर्बाद होने से बच जायेगा। और बोतल को उचित स्थल पर डाल दें जिससे बोतल को रिसाइकल भी किया जा सके। जिला जनकल्याण महासमिति झांसी एवं रानी झांसी फाउंडेशन झांसी के संयुक्त तत्वावधान में स्वच्छता, सौंदर्य का कारक विषय पर संगोष्ठी के साथ जल संरक्षण के लिए यह जन जागरुकता अभियान शुरू किया गया।
जल को संरक्षित करने के साथ ही गन्दा करने से बचे
संगोष्ठी में कहा गया कि स्वच्छ रहना और अपने वातावरण को स्वच्छ रखना अपने आप में सौन्दर्य का एक कारक है। निश्चित रूप से साफ सफाई से रहने से एक आकर्षण उत्पन्न होता है। स्वच्छता के लिए भी स्वच्छ जल की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में साफ पानी के लिए भी हमारी जिम्मेदारी बनती है। हमें चाहिए कि हम जल को संरक्षित करने के साथ ही उसका गन्दा करने से बचें। क्योंकि प्रदूषित जल से स्वच्छता तो सम्भव है नहीं बल्कि बीमारियों का कारण और है। ऐसे में जिला जनकल्याण महासमिति ने अनवरत रूप से स्वच्छता, पर्यावरण और जल संरक्षण को लेकर मुहिम चला रखी है।
केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई इस संगोष्ठी में स्वच्छता पर विशेष बल दिया गया। महानगर धर्माचार्य पं हरिओम पाठक ने कहा कि महासमिति ने जो बीड़ा उठाया है। वह काम थमने वाला नहीं है। क्योंकि लोगों को प्रेरित करते रहना पड़ेगा। थोड़ी सी ढिलाई और गम्भीरता का अभाव हमें प्रदूषण के गर्त में धकेल देता है। इससे हमारे पीने और इस्तेमाल के लिए साफ पानी की कठिनाई भी आ जाती है। विशेषकर गर्मी में यह स्थिति और भी विकराल हो जाती है। ऐसे में ग्रीष्म ऋतु में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। पानी की बर्बादी को रोकना हम सबका दायित्व है। स्वच्छता और जल संरक्षण की उपेक्षा हमारे जीवन की उपेक्षा करने जैसा है। इसके लिए सभी से इस मुहिम को सतत चलाए रखने का आह्वान किया गया। आभार डॉ. अचल सिंह चिरार ने प्रकट किया।
यह लोग रहे मौजूद
इस दौरान शिक्षक नेता अब्दुल नोमान, सतेंद्र कुमार तिवारी, कैलाश नारायण मालवीय, ओम प्रकाश, सुषमा सिंह, दीपक यादव, मुकेश वर्मा, निर्मल तिवारी, धर्मेंद्र कारलेकर, सौरभ जेजुरकर, वंदना प्रजापति, देवेन्द्र कुशवाहा ने अपने विचार व्यक्त किए।