Jhansi News: शक की दीवार डाल रही हंसते-खेलते घर में दरार,दो दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज

Jhansi News: हाथों में लिए हाथ, पति-पत्नी साथ-साथ घर गए। दो दर्जन से अधिक मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई। ज्यादातर मामले पति-पत्नी के एक दूसरे पर शक करने के हैं।

Gaurav kushwaha
Published on: 18 Aug 2024 10:25 AM GMT
Jhansi News ( Pic- Newstrack)
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 Jhansi News ( Pic- Newstrack)

Jhansi News: महिला थाना परिसर में स्थित परिवार परामर्श केंद्र टूटते परिवार को जोड़ रहा है। यहां अब तक कई परिवारों में खुशियां लौट आई। हाथों में लिए हाथ, पति-पत्नी साथ-साथ घर गए। दो दर्जन से अधिक मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई। ज्यादातर मामले पति-पत्नी के एक दूसरे पर शक करने के हैं।

पति-पत्नी के बीच मामूली बातों से शुरु हुआ मनमुटाव

एक-दूसरे से अलग होने तक पहुंच रहा है। परिवार के लोग और रिश्तेदार जब पति और पत्नी के विवादों को नहीं सुलझा पाते हैं तो मामला पुलिस तक पहुंचता है। पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और अन्य आरोपों में शिकायती पत्र दिया जाता है, जिससे रिपोर्ट दर्ज हो जाए। महिला थाना या फिर एसएसपी कार्यालय में आने वाले एेसे शिकायती पत्र को परिवार परामर्श केंद्र भेजा जाता है, ताकि कानूनी कार्रवाई के बजाय समझौता हो सके। परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी किरन रावत ने बताया कि केंद्र पर सबसे अधिक मामले घरेलू हिंसा के आ रहे हैं। इनके अलावा पति-पत्नी के बीच शक के भी मामले आते हैं। केंद्र पर काउंसलरों की कोशिश ज्यादा से ज्यादा मामलों में सहमति बनाने की होती है। उन्होंने बताया कि 2024 में अब तकक परिवार परामर्श केंद्र में सौ से ज्यादा प्रार्थना पत्र आए हैं। इनमें 84 परिवारों के बीच समझौता कराया गया। पांच मामलों में फैसला हुआ, जबकि कई मामलों में एफआईआर दर्ज करानी पड़ी है। एक दर्जन से अधिक शिकायतें लंबित है।

केस नंबर एक

रेलवे कालोनी निवासी ममता( बदला हुआ नाम) ने महिला थाने में प्रार्थना पत्र दिया था। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा। यहां पर पति-पत्नी दोनों को बुलाया और काउंसलों ने काउंसिलिंग की। दो से तीन बार आना पड़ा। कांउसिलिंग में बात हुई तो शक दूर हो गया। फिर पति के साथ जाक ममता काफी खुश हुई।

केस नंबर दो

पति कय्यूम पत्नी रुखसाना (बदले हुए नाम) ने काफी दिनों से मायके से नहीं लौटने पर नाराज हो गए थे। बात इतनी बढ़ी कि दोनों को परामर्श केंद्र तक आना पड़ा। दो तारीखों के बाद मामले में शनिवार को केंद्र के काउंसलरों ने समझौता करा दिया। कय्यूम का कहना था कि हम दोनों को गलत फहमियां दूर हो चुकी हैं।

तेईस मामलों में से दो में हुआ समझौता

शनिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर महिला थानाध्यक्ष किरन रावत की अध्यक्षता में परिवार परामर्श केंद्र का आय़ोजन किया गया। इसमें 33 फाइल लगी हुई थी। इनमें से दो में समझौता हुआ तथा दो मामलों का निस्तारण किया गया। एक मामले में राजीनामा, चार मामले में अदालत कार्रवाई औऱ तीन मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया। अन्य मामलों को अगली तारीख दी गई। इस अवसर पर महिला उपनिरीक्षक विमल मिश्रा, मुख्य आरक्षी किरन देवी, रजनी, अर्चना त्रिपाठी, मुख्य आरक्षी प्रशांत आदि लोग मौजूद रहे।

परिवार को टूटने से बचा रहा है परिवार परामर्श केंद्रः एसएसपी

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने बताया कि परिवार परामर्श केंद्र में एेसे दंपतियों की सुलह और समझौता कराया जाता है, जिनके बीच मनमुटाव या झगड़ा है और वे काउंसलिंग के लिए तैयार है। पूर्व से ही परिवार परामर्श केंद्र अच्छा काम कर रहा है। इस केंद्र ने कई परिवारों की काउंसलिंग कर उनके परिवार को टूटने से बचाकर उनकी जिंदगी में रंग भरने का काम किया है।

Shalini Rai

Shalini Rai

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