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Jhansi News: गलत इंजेक्शन से नवजात की मौत पर परिजनों का हंगामा, बेसमेंट में चल रही ओपीडी
Jhansi News: परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगने के बाद नवजात बच्चे की मौत हुई है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
Jhansi News: उत्तर प्रदेश के जनपद झांसी में एक माह के नवजात बच्चे की मौत पर हंगामा हो गया। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगने के बाद नवजात बच्चे की मौत हुई है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। तो वहीं दूसरी तरफ बेसमेंट में चल रही ओपीडी में एक मरीज को एक्सपायरी दवा दे दी जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।
बरुआसागर थाना क्षेत्र के ग्राम चिपलौटा में रहीस रायकवार परिवार समेत रहता है। रहीस रायकवार की शादी चार साल पहले संगीता से हुई थी। 33 दिन पहले ऑपरेशन से संगीता का दूसरा बेटा हुआ था। इसका नाम संजू रखा गया था। शनिवार को उसे एक इंजेक्शन लगाया गया था। इसके बाद से बच्चा लगातार रो रहा था। रविवार की सुबह चार बजे बच्चे की मौत हो गई। यह जानकारी लगते ही परिजन आग बबूला हो गए। उन्होंने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है। इस पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों से बातचीत की। बाद में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
घर में मातम का माहौल
बच्चे की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। रहीस रायकवार मेहनत मजदूरी करता है। रहीस का पहला बच्चा दो साल का मक्कू है। अब दूसरा बच्चा भी लड़का हुआ था। बेटे की मौत के बाद मां संगीता का रो रोकर बुरा हाल है। इस मामले में सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। इसके बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
बेसमेंट में चल रही ओपीडी, मरीज को दी एक्सपायरी दवा, हालत बिगड़ी
निजी अस्पताल के संचालक प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह लोग अपनी मनमर्जी के तहत निजी अस्पताल के बेसमेंट में चल रहा है। इन लोगों को डीएम और सीएमओ का खौफ नहीं है। यही कारण है कि बेसमेंट में चल रही ओपीडी में एक मरीज को एक्सपायरी दवा दे दी जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। पीड़ित मरीज के परिजनों ने इस मामले की शिकायत नवाबाद थाना पुलिस से की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
मध्य प्रदेश के जिला दतिया में रहने वाले शब्बीर ने नवाबाद थाना पुलिस को लिखित तहरीर देते हुए बताया है कि 28 जुलाई को वह अपने सात वर्षीय पुत्र को झांसी रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। बीते रोज हॉस्पिटल के अंदर स्थित मेडिकल स्टोर से उसे दवा दे दी गई। दवा खाने के बाद मरीज की हालात बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर परिजन दूसरे डॉक्टर से इलाज करवाया और उसे दवाएं चैक कराई तो बताया गया कि दवा एक्सपायरी है।
इस पर परिजनों ने हॉस्पिटल के डॉक्टर से वार्ता की। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने सभी से गलत व्यवहार किया। शिकायती पत्र के माध्यम से जांच कराए जाने की मांग की। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।