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Jhansi News: बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहा पिता, एसएसपी से मांगा न्याय, साहब बेटी को दिलाएं न्याय
Jhansi News: दो बच्चों को जन्म देने के बाद ससुरालियों ने बेटी को घर से निकाल दिया। अब कह रहे है कि अपने बाप से दो लाख रुपया लाओ, तभी घर में घुसने देंगे, वरना घर छोड़कर चली जाओ।
Jhansi News: काफी दिनों से बेटी को न्याय दिलाने के लिए उसका पिता थाने तो कभी एसएसपी कार्यालय के चक्कर काट रहा है। बेटी ससुरालियों से परेशान है। दो बच्चों को जन्म देने के बाद ससुरालियों ने बेटी को घर से निकाल दिया। अब कह रहे है कि अपने बाप से दो लाख रुपया लाओ, तभी घर में घुसने देंगे, वरना घर छोड़कर चली जाओ। यह बात पीड़िता के पिता ने कही है। पिता ने एसएसपी कार्यालय में शिकायती पत्र देकर बेटी के लिए न्याय मांगा है। न्याय न मिलने से वह काफी दुखी है।
मध्य प्रदेश के थाना पृथ्वीपुर के ग्राम ग्रेवरा निवासी भरोसी लाल बीते रोज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। दोपहर के समय वह पेड़ के नीचे बैठकर टिफिन खोला और खाना शुरु किया। अपने हाथों से बेटी को भी खाना खिलाया। यह खाना वह पृथ्वीपुर से बनाकर अपनी बेटी के लिए लाए थे, क्योंकि उनको अपनी बेटी के लिए न्याय चाहिए। भरोसी का कहना है कि उसकी बेटी सपना की शादी बबीना थाना क्षेत्र के ग्राम टूका किल्चवारा निवासी एक युवक से पांच साल पहले हुई थी। शादी में अपनी हैसियत के अनुसार दहेज दिया था। शादी के बाद कुछ दिनों तक ससुरालियों ने बेटी को ठीक ठाक तरह से रखा। जब बेटी ने बच्चों को जन्म दिया तो ससुरालियों को दुखी हो गया क्योंकि बेटी दो बेटियों को जन्म दे चुकी है।
बेटी ने जन्म देने के बाद बच्चों को दूध पिलाया। इसके बाद ससुरालियों ने दोनों मासूम बच्चों व उसकी बेटी को घर से धक्का देकर निकाल दिया। बेटी ने ससुर, सास, जेठ, जेठानी के पैर पकड़े, मगर उल्टे लात देकर घर से खदेड़ दिया। किसी तरह से बचकर बेटी उसके घर लौट आई थी। यहां आकर बेटी ने आपबीती सुनाई। आपबीती सुनकर वह बेटी की ससुराल गया और ससुरालियों से हाथ पैर जोड़े मगर उन्होंने उल्टे ही उसकी पिटाई कर दी और भगा दिया।
इसकी जानकारी उसने थाना बबीना पुलिस को दी मगर वहां की पुलिस से किसी तरह का न्याय नहीं मिला है। भरोसी का कहना है कि बाद में उन्हें जानकारी मिली कि झाँसी में पदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हर किसी को न्याय दिलवा रहे हैं इसलिए वह अपनी बेटी को लेकर साहब से न्याय मांगने आया है। शिकायती पत्र देकर उसने अपनी बेटी के लिए न्याय मांगा है। शिकायती पत्र के माध्यम से ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।