Jhansi News: निजी चिकित्सालय द्वारा प्रसव हेतु भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाए : सीएमओ

Jhansi News: निजी चिकित्सालय के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि प्रसव हेतु भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाए एवं दक्ष स्टाफ से ही प्रसव कार्य कराया जाए।

Gaurav kushwaha
Published on: 16 July 2024 12:51 PM GMT (Updated on: 16 July 2024 12:52 PM GMT)
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Jhansi News: मातृ मृत्यु दर में कमी लाने हेतु शासन द्वारा प्रत्येक मातृ मृत्यु केस की गहन समीक्षा किए जाने के निर्देश के क्रम में आज सीएमओ कार्यालय में जिला मातृ मृत्यु समीक्षा समिति की बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी डॉ सुधाकर पांडे की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में माह जून 2024 में रिपोर्ट किए गए जनपद झांसी के पांच केसों की गहन समीक्षा की गई। नोडल अधिकारी डॉ एन के जैन ने बताया कि प्रत्येक मातृ मृत्यु केस की इकाई आधारित समीक्षा तथा समुदाय आधारित समीक्षा निर्धारित प्रपत्रों पर की जाती है। जनपदीय समिति के समक्ष दोनों समीक्षाओं का गहन विश्लेषण किया जाता है एवं भविष्य में मातृ मृत्यु को होने से रोकने हेतु आवश्यक रणनीतियां बनाई जाती हैं।

केस के विश्लेषण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी डॉ सुधाकर पाण्डेय ने निर्देश दिए कि सभी अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अपने क्षेत्र की उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की महिलाओं की सतत निगरानी संबंधित आशा व एएनएम के माध्यम से करना सुनिश्चित करें। साथ ही सुरक्षित प्रसव हो जाने के बाद 42 दिनों तक फॉलो अप अवश्य किया जाए। फॉलो अप के दौरान महिला अथवा नवजात शिशु में खतरे के चिन्ह दिखाई देने पर तत्काल उच्च स्तरीय चिकित्सा इकाई पर उपचार हेतु संदर्भित किया जाए। उन्होंने निजी चिकित्सालय के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि प्रसव हेतु भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाए एवं दक्ष स्टाफ से ही प्रसव कार्य कराया जाए।

अप्रैल से जून तक 18 मातृ मृत्यु केस दर्ज किए

बैठक में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजय शुक्ला ने पावरप्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया कि माह अप्रैल 2024 से जून 2024 के मध्य 18 मातृ मृत्यु केस रिपोर्ट किए गए हैं। जिसमें से जनपद झांसी के 9 केस रिपोर्ट किए गए हैं, जो कि मऊरानीपुर के 3, बड़ागांव के 2, मोंठ व बबीना का 1-1 और नगरीय क्षेत्र के 2 केस हैं। 18 सूचित मातृ मृत्यु केस में से 14 केस की मृत्यु महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में, 1 की मृत्यु सीएचसी पर, 2 की मृत्यु प्राइवेट हॉस्पिटल में एवं 1 मातृ मृत्यु रास्ते में हुई है।

नोडल अधिकारी डॉ एन के जैन ने समीक्षा करते हुए सभी अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक माह की 1, 9, 16 व 24 तारीख को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में एचआरपी महिलाओं की चिकित्सक द्वारा गुणवत्तापूर्ण जांच की जाती है एवं ई रूपी वाउचर जनरेट कर निर्धारित अल्ट्रासाउंड सेंटर पर निःशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जाती है। सभी आशाओं व एएनएम को प्राथमिकता के आधार पर एचआरपी महिलाओं तथा सभी गर्भवती महिलाओं की जांच चिकित्सक से करवाने हेतु निर्देशित किया जाए। फील्ड स्टॉफ की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में पीएमएसएमए दिवस पर आने वाली गर्भवती महिलाओं की क्षेत्रवार समीक्षा करते हुए जिस क्षेत्र की गर्भवती महिला पीएमएसएमए दिवस पर जांच हेतु नहीं आती है, उस क्षेत्र की आशा व एएनएम को चेतावनी दी जाए।

यह लोग रहे मौजूद

इस बैठक में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूतिरोग विभाग से डॉ दिव्या जैन, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमाकांत स्वर्णकार, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ उत्सव राज, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजय शुक्ला, डीपीएम श्री ऋषि राज सिंह, अर्बन कोऑर्डिनेटर जियाउर्रहमान सहित सभी ब्लॉक से अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ संबंधित क्षेत्र की आशा व एएनएम और राधा हॉस्पिटल, संजीवनी हॉस्पिटल व एम के होप अस्पताल से चिकित्सक उपस्थित रहे।

Shalini singh

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