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Jhansi News : मुफ्ती प्रकरण पर गृह मंत्रालय की नजर, योजना बनाने वाले कट्टरपंथियों की तलाश शुरु

Jhansi News : झांसी का मुफ्ती प्रकरण अब गंभीर होता नजर आ रहा है। इस मामले पर गृह मंत्रालय लगातार नजर रखे हुए हैं।

Gaurav kushwaha
Published on: 17 Dec 2024 9:46 PM IST
Jhansi News : मुफ्ती प्रकरण पर गृह मंत्रालय की नजर, योजना बनाने वाले कट्टरपंथियों की तलाश शुरु
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Jhansi News : झांसी का मुफ्ती प्रकरण अब गंभीर होता नजर आ रहा है। इस मामले पर गृह मंत्रालय लगातार नजर रखे हुए हैं। साथ ही खालिद को छुड़ाने की योजना बनाने वाले कट्टरपंथियों तलाश की जा रही है। इन लोगों को पहले ही चिन्हित कर लिया गया है। इन लोगों पर खुफिया एजेंसी लगातार नजर रखे हुए है। यही नहीं, कुछ लोग योजना बनाने वाले आरोपी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही पुलिस पर गिरफ्तार न करने का दवाब बनाया गया है। इसको लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

मालूम हो कि बीते रोज एनआईए और एटीएस ने विदेशी फंडिग के मामले में स्थानीय पुलिस के सहयोग से कोतवाली थाना क्षेत्र के अलीगोल खिड़की मोहल्ले के सलीम बाग में रहने वाले मुफ्ती खालिद के घर पर छापा मारा था। छापे के दौरान एटीएस और एनआईए की टीम ने खालिद को पकड़ लिया था। तभी कुछ लोगों ने टीमों पर हमला करके खालिद को छुड़ा लिया था। इस मामले में कोतवाल शैलेंद्र सिंह ने 12 नामजद व सौ से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में परवेज, गुफरान और जकरया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। शेष आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमार की कार्रवाई कर रही है, मगर टीमों को सफलता नहीं मिल रही है।

खालिद को छुड़ाने के लिए सुबह छह बजे बनाई थी योजना

जैसे ही एटीएस और एनआईए ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से विदेशी फंडिग के मामले में मदरसा शिक्षक खालिद को जैसे ही हिरासत में ले लिया, तभी उसी दिन सुबह छह बजे ही छुड़ाने की योजना बना रही थी। इनमें सबसे ज्यादा यूट्यूब व मोबाइल फोन संचालक थे। इन्होंने खालिद के पकड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर तत्काल जारी कर दिया था। इसमें शिक्षक के अलावा कलमबंद लोग शामिल थे। इस समय कलमबंद भी मुल्जिम बना हुआ है। इसकी लगातार तलाश की जा रही है, मगर घर से फरार बताया जा रहा है। इस युवक के मोबाइल फोनों की कॉल डिटेल निकाली गई है। इस युवक ने लोगों को खालिद को छुड़ाने के लिए उकसाया है। इस मामले को पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने गंभीरता से लिया है।

मिले महत्वपूर्ण सुराग

खालिद को छुड़ाने के लिए जिन लोगों को नामजद किया गया है। इन लोगों ने अपने बचाव करने के लिए कई लोगों से मोबाइल फोनों पर वार्तालाप की है। इन युवकों ने कितने कॉल किए, कितने रिसीव किए, किन नंबरों पर कॉल किया है। कॉल की डेट, टाइम यानि कितने समय तक बात हुई है। इस तरह के महत्वपूर्ण सुराग हाथ लग चुके हैं। इसके बावजूद कुछ लोग चुनिंदा लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस स्टॉफ पर भी दवाब बनाया जा रहा है। यही नहीं, स्थानांतरण करने की धमकियां तक दी जा रही है। इस बात को लेकर पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।

मदरसे में दी जा रही ट्रेन पलटाने की ट्रेनिंग

झांसी और कानपुर में ट्रेन पलटाने की साजिश के पीछे एनआईए और एटीएस को मदरसा कनेक्शन के सुराग मिले हैं। ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल करके युवाओं का ब्रेन वॉश किया जाता है। इसके जरिये कट्टरपंथी बने युवाओं का देश विरोधी कार्यों में इस्तेमाल होता है। इसका मदरसों से भी कनेक्शन है। इसकी कड़ियां जाने के लिए विदेशी फंडिंग के सूत्र भी खंगाल रही है। तीन माह के दौरान झांसी और कानपुर के आसपास साबरमती एक्सप्रेस, कांलिदी एक्सप्रैस जैसी अहम ट्रेनों को पलटाने की कोशिश की गई थी। इसकी जांच शुरु हो गई है। जांच में पता चला है कि मदरसे चलाने के अलावा यह ऑनलाइन वीडियो के जरिये युवाओं का ब्रेनवॉश करके उनको कट्टरपंथी बना देते हैं। ऑनलाइन माध्यम से दीनी तालीम देने वाले लोगों के ऐसे वीडियो भी सामने आए, जिसमें फॉलोअरों को ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए उकसाया गया है। यह जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) व आईबी कर रही है। इसी आधार पर एक बार टीमों ने छापेमार की कार्रवाई की है।

आरोपियों की जा रही हैं तलाश

इस संबंध में एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिन लोगों को नामजद किया गया है। उनकी लगातार तलाश की जा रही है। अब तक उक्त मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। शेष आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार छापेमार कार्रवाई कर रही है।



Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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