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Jhansi News: स्कूल की छात्राएं दहशत में, अभिभावक भी सहमें, शर्मसार कर रही हैं छेड़छाड़ की वारदातें
Jhansi News: स्कूल से बाहर निकलते ही बच्चियों से छेड़छाड़ की घटनाएं की जा रही है। यह पहली घटना नहीं है। इस स्कूल में एक माह के दौरान छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की वारदातें हो चुकी हैं मगर छात्राएं व अभिभावक काफी डरे व सहमे हुए हैं।
Jhansi News: यूपी के महारानी लक्ष्मीबाई के झांसी में शिक्षा के मंदिर कलंकित हो रहे हैं। स्कूल से बाहर निकलते ही बच्चियों से छेड़छाड़ की घटनाएं की जा रही है। यह पहली घटना नहीं है। इस स्कूल में एक माह के दौरान छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की वारदातें हो चुकी हैं मगर छात्राएं व अभिभावक काफी डरे व सहमे हुए हैं। बीते रोज हुई घटना को लेकर पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है। पुलिस टीम ने मौका पर जाकर निरीक्षण किया। साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए। यही नहीं, पीड़िता छात्रा से वार्तालाप की है। हालांकि, कालेज प्रबंधन ने गेट नंबर से निकलने वाले छात्राओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। अब केवल गेट नंबर एक ही छात्राओं का आवागमन होगा।
झांसी पुलिस की लापरवाही बढ़ा रही है छेड़छाड़ की वारदातें
काफी दिनों पहले दिल्ली में स्कूली छात्रा से गैंगरेप के बाद जहां पूरा देश शर्मसार था। वहीं, झांसी पुलिस इस घटना से कोई सीख लेती नजर नहीं आ रही है। सदर बाजार थाना क्षेत्र में सेंट फ्रांसिस गर्ल्स इंटर कालेज है। इसमें मात्रा छात्राएं ही पढ़ती है। इस कालेज में शहर की अधिकांश बच्चियां पढ़ती है। कुछ बच्चियों को अभिभावक खुद छोड़ने जाते हैं या फिर ई-रिक्शा व आटो से आती जाती है। इस स्कूल में दो गेट है। गेट नंबर एक और गेट नंबर दो। गेट नंबर एक मैनगेट पर है। इसी गेट के सामने वाहनों का जमघट बना रहता है। इस कारण गेट नंबर दो से कक्षा छह व कक्षा चार की छात्राओं के लिए खोला जाता है।
बताते हैं कि जैसे ही बीते रोज कक्षा छह की छात्रा गेट नंबर दो के बाहर आई, तभी गेट के सामने खड़े एक युवक ने छात्रा को पकड़ लिया और मुंह दबाकर छेड़छाड़ की वारदात की। इस पर छात्रा ने शोर मचाया और कुछ दूरी पर खड़े लोग व स्कूली का स्टॉफ इकट्ठा हो गया। मौका देख शोहदा वहां से आर्मी क्षेत्र की तरफ भाग गया। लोगों ने इसका पीछा किया मगर कुछ पता नहीं चला है। बाद में पता चला कि यह युवक एक माह से गेट नंबर दो से निकलने वाली छात्राओं से छेड़छाड़ की वारदातों को अंजाम दे रहा है, मगर छात्राएं काफी दहशत में है। अधिकांश छात्राओं ने इस मामले की जानकारी अपने अभिभावकों को नहीं दी है। शनिवार को हुई वारदात के बाद अन्य छात्राएं चितिंत हुई। उन्होंने अपने अभिभावकों को घटना के बारे में जानकारी दी। इस पर अभिभावकों ने स्कूल में जमकर बवाल किया।
अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से मांग की है कि स्कूल के आसपास महिला पुलिस स्टॉफ की ड्यूटी लगाई जाए। इस मामले को स्कूल प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है। तत्काल जिलाधिकारी, एसएसपी और आर्मी अफसरों को एक पत्र भेजकर सुरक्षा व्यवस्था किए जाने की मांग की है। झांसी महानगर में भी एेसे मामलों ने न केवल पीड़ित बच्ची और उसके परिजनों बल्कि स्कूल में पढ़ने वाली हर बच्ची के अभिभावकों को झकझोर कर रखा दिया है। छात्रा के साथ हुई छेड़छाड़ की वारदात को लेकर छात्राएं काफी दहशत में तो है। साथ ही एेसे में अभिभावकों की चिंता यह है कि आखिर भरोसा करें तो किस पर।
इसके पहले भी हो चुकी हैं वारदातें
अन्य अभिभावक का कहना है कि स्कूल प्रबंधक को अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगनी चाहिए। अभिभावकों को बुलाकर स्कूल परिसर में बच्चों की सुरक्षा को लेकर बातचीत करनी चाहिए और आगे भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा न हो इसके लि कायदे कानून बनाने चाहिए। एक छात्रा की मां ने बताया कि हम चाहते हैं कि शांति से बैठकर बात की जाए। हम लोग ऑफिस की छुट्टी लेकर इनसे मिलने आए हैं, लेकिन ये लोग स्कूल से छुट्टी लेकर भाग गए। इससे ये जाहिर होता है कि स्कूल प्रशासन अपनी गलती स्वीकार नहीं करता है और बच्चों की सुरक्षा पर अभिभावकों से नहीं मिलना चाहता है।
छेड़छाड़ के मामले बढ़े, अभिभावक डरे
स्कूलों में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एेसे में अब अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने में डर सताने लगा है। अभिभावकों की स्कूल प्रशासन से मांग है कि सबसे पहले स्कूल परिसर में एेसी जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए, जहां कवरेज नहीं मिल पा रहा है। अभिभावक ने बताया कि जिस व्यक्ति ने ये कृत्य किया है, उसको सार्वजनिक करना चाहिए। उसके खिलाफ अलर्ट जारी होना चाहिए, जिससे उसको कहीं भी नौकरी न मिले।
छेड़खानी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाईः एसपी सिटी
इस संबंध में एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि लड़कियों से छेड़खानी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए स्कूल के आसपास सादा वर्दी में पुलिस स्टॉफ को तैनात किया जाएगा। उनका कहना है कि स्कूल के वाहनों का सत्यापन कराया जाएगा।