×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Jhansi News: जेल में कैदियों को बनाया जा रहा साक्षर, कई ने पाठ्यक्रमों में लिया प्रवेश

Jhansi News: झांसी जेल में कैदियों को साक्षर बनाने के लिए पहल की गई है। अब तक 171 कैदियों को साक्षर किया जा चुका है।

Gaurav kushwaha
Published on: 25 May 2024 5:11 PM IST (Updated on: 28 May 2024 3:15 PM IST)
Jhansi News
X

Jhansi News (Pic: Social Media)

Jhansi News: उत्तर प्रदेश सरकार जिला कारागार के बंदियों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं। झांसी जेल में बंद कैदियों को साक्षर और शिक्षित बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। जेल में बंद 246 कैदी ऐसे चिह्नित हुए जो पूरी तरह निरक्षर थे। इनमें से 171 बंदियों को निरक्षर से साक्षर किया गया है जबकि 40 बंदी ऐसे हैं, जो विभिन्न पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर रहे हैं।

इतने कैदी बने छात्र

कक्षा पांच में 6, कक्षा छह में 4, कक्षा आठ में 11 लोगों का, कक्षा नौ में 2, बीए में 1, बीए द्वितीय वर्ष में 1, एमए प्रथम वर्ष में 1 को प्रवेश दिलाया गया है। इग्नू के अंतर्गत चलने वाले कोर्स में बीए प्रथम वर्ष में 1 कैदी, बीए द्वितीय वर्ष में 1 कैदी, एमए प्रथम वर्ष में 1 कैदी ने प्रवेश लिया है। ह्यूमन रिसोर्स के सर्टिफिकेट कोर्स में 2 और फूड एंड न्यूट्रीशन सर्टिफिकेट कोर्स में 9 कैदी पढ़ाई कर रहे हैं। सरकारी शिक्षकों के साथ ही जेल में तैनात डिप्टी जेलर प्रकाश बंसल, सुरेश मिश्र, जयवीर सिंह चौहान की टीम भी कैदियों को पढ़ाते हैं।

171 हुए साक्षर

झांसी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार के अनुसार जेल में निरुद्ध कुछ कैदी निरक्षर होते हैं, जबकि कुछ पढ़े लिखे होते हैं। अभी हमने प्रयास किया था कि उन्हें अक्षर ज्ञान दिया जाए। हमने 171 बंदियों को निरक्षर से साक्षर किया है। बहुत सारे बंदियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाया गया है। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जो जिस शिक्षा के लिये उपयुक्त है, उन बंदियों को वह सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराई जाए।



\
Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

Next Story