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Jhansi News: फिर चला बाबा का बुलडोजर, शहीद दारोगा के परिवार को भी किया बेघर
Jhansi News:नगर निगम की टीम ने रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के कब्जे से लगभग 40 करोड़ की जमीन को कब्जा से मुक्त कराया है। यह जमीन बीच शहर में है। इस पर 10 मकान बने हुए हैं, जिनमें रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के परिवार कई सालों से रह रहे थे।
Jhansi News: ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिस दारोगा के परिवार को भी बेघर कर दिया। इस परिवार के द्वारा किए गए कब्जाधारी मकान को ध्वस्त कर दिया। नगर निगम की टीम ने रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के कब्जे से लगभग 40 करोड़ की जमीन को कब्जा से मुक्त कराया है। यह जमीन बीच शहर में है। इस पर 10 मकान बने हुए हैं, जिनमें रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के परिवार कई सालों से रह रहे थे। नगर निगम की टीम ने पहले इन घरों को खाली कराया और फिर बुलडोजर चला कर करोड़ की जमीन को कब्जा मुक्त कराया है।
झाँसी के महानगर के कोतवाली क्षेत्र के शहर में बीचो-बीच रानी महल के सामने करोड़ों की सरकारी जमीन है। जिस पर कभी पुरानी कोतवाली हुआ करती थी। इस जमीन पर रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के परिवार अवैध तरीके से कब्जा कर रहे थे। जिसे गम्भीरता से लेते हुए नगर निगम की टीम ने पहले नोटिस देकर इसे खाली कराया। इसके बाद आज सुबह-सुबह नगर निगम झांसी के अधिकारी बुलडोजर लेकर टीम के साथ उक्त जमीन पर पहुंच गए।
जहां एक-साथ कई बुलडोजर गरजे। बुलडोजर की मदद से 10 मकानों को बुलडोजर की मदद से गिराकर करोड़ों की जमीन को कब्जामुक्त कराया है। कार्यवाही करती हुईं अपर नगर आयुक्त श्रीमती रॉली गुप्ता ने बताया कि यह जमीन नगर निगम की है। ये पुलिस विभाग को काफी साल पहले दी गई थी। जिस प्रयोजन के लिए गई थी उसे भिन्न प्रयोग पाया गया है। इसको खाली कराने के लिए नोटिस दिए गए एक सप्ताह पहले। कल यह सब खाली हो गए थे। आज तोड़ने के लिए कार्यवाही चल रही है।
इनके मकान किए गए ध्वस्त
आवास संख्या 304 प्रमिला चतुर्वेदी, आवास संख्या 305 राजेंद्र कुमार वर्मा, आवास संख्या 306 अभिषेक द्विवेदी, आवास संख्या 307 अल्पना सिंह, आवास संख्या 308 संजीव कुमार शुक्ला, आवास संख्या 309, नरेंद्र मिश्रा, आवास संख्या 310 हरेंद्र सिंह राजपूत, आवास संख्या 311 प्रहलाद तिवारी, आवास संख्या 312 हरीप्रसाद त्रिवेदी, आवास संख्या 313 रामप्रसाद यादव निवास करते हैं। यह लोग पुलिस विभाग व अन्य विभाग में कार्यरत हैं। इन लोगों ने कब्जा कर रखा था।
उपनिरीक्षक राम अवतार चतुर्वेदी हुए थे शहीद
कई साल पहले कोतवाली थाना क्षेत्र में उपनिरीक्षक राम अवतार चतुर्वेदी पदस्थ थे। वह रानी महल के पास बने आवास संख्या 304 में परिवार समेत रहते थे। कई साल पहले कोतवाली थाना क्षेत्र के पास पुराना बस स्टैंड के पास एक होटल थे। इस होटल में बदमाशों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर उपनिरीक्षक राम अवतार चतुर्वेदी ने छापा मारा था। छापे के दौरान होटल में ब्लास्ट हो गया था जिससे दारोगा राम अवतार चतुर्वेदी शहीद हो गए थे। इसके बाद होटल की सीज कर दिया था। बताते हैं कि शहीद हुए दारोगा का परिवार उक्त आवास में निवास कर रहा था।
ट्रांसपोर्टर से परेशान ट्रक मालिक का शव पेड़ से मिला लटकता
बबीना थाना क्षेत्र में रेलवे लाइन किनारे ट्रक मालिक का शव पेड़ से फांसी पर लटका मिला। मृतक कल से लापता चल रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पेड़ से लटक रहे शव को उतारा और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। भाई का आरोप है कि मृतक को ट्रांसपोर्टर परेशान कर रहा था। आशंका जताई जा रही है इसी से तंग आकर मृतक ने यह कदम उठाया है।
बबीना थाना क्षेत्र के नोटा खैलार में रहने वाले बड़े भाई हरीराम ने बताया है कि उसके भाई अनिल प्रजापति ने लगभग 8 माह पहले ट्रक खरीदा था। जिसे वह स्वयं चलता था। अभी 6 माह पहले उसकी शादी हुई थी। अब ट्रक को ड्राईवर चला रहा है। विगत दिवस अनिल बिना बताए हुए घर से चला गया। इसी दौरान ट्रांसपोर्टर उसके घर आया। जिसने बताया कि अनिल ने चोरी से मूंगफली बेच दी थी। जिसका रुपए अभी तक नहीं दिया गया। यह सुनकर सभी के होश उड़ गए।
अनिल को काफी फोन लगाया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हो पा रहा था। उसकी खोजबीन शुरु कर दी गई। रात्रि 2 बजे तक उन्हें खोजा गया। लेकिन कोई सफलता नही मिली। परेशान होकर घर चले गए। आज सुबह चरवाहे ने बताया कि रेलवे लाइन किनारे एक शव फांसी पर लटक रहा है। मौके पर जाकर देखा तो उक्त शव अनिल का निकला। इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी गई।
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फांसी से उतारकर कब्जे में लिया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी रणविजय सिंह ने बताया कि मृतक ने आत्महत्या क्यों की यह स्पष्ट नहीं है। अभी तक उन्हें परिवार के किसी भी सदस्य ने शिकायत नहीं की है। शिकायत मिलने पर छानबीन की जाएगी।