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Jhansi News: परीक्षा रद्द करें, नायर में हुई धांधली, आरोप लगाकर अभ्यर्थी गए कोर्ट

Jhansi News:पूर्व में मिलने वाली धांधली की शिकायतों के बाद इस बार परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (नायर) बड़ौदा को सौंपी गई थी।

Gaurav kushwaha
Published on: 17 Sept 2024 9:14 PM IST
National Academy of Indian Railways, candidates demanded cancellation of examination
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नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे, अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की: Photo- Social Media

Jhansi News: नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (नायर) बड़ौदा एक बार फिर चर्चा में आ गया। हाल ही में नायर द्वारा कराई गई सहायक मंडल अभियंता/एएक्सईएन की परीक्षा में धांधली करने का आरोप लगाया गया। अभ्यर्थियों में रेलवे बोर्ड और अदालत की शरण ली है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की है।

नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (नायर) बड़ौदा द्वारा 4 अगस्त 2024 को एईएन/एएक्सईएन पद हेतु सीबीटी आधार पर पदोन्नति हेतु परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें प्रयागराज और आगरा के 150-150 अभ्यर्थी और झांसी में 250 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। तीनों मंडल की परीक्षाएं अलग- अलग स्थानों पर कराई गई थी। झांसी में उक्त पद हेतु डीबी सिंह विसेन डिग्री कालेज में परीक्षा आयोजित की गई थी। बताते हैं कि पूर्व में मिलने वाली धांधली की शिकायतों के बाद इस बार परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे (नायर) बड़ौदा को सौंपी गई थी। परीक्षा के बाद 9 सितंबर 2024 को परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया।

बताते हैं कि झांसी में तीन, आगरा में चार और प्रयागराज में 14 अभ्यर्थी पास किए गए हैं। पूरे जोन में पांच लोगों का सिलेक्शन होना है। इनमें तीन जनरल, एक एससी और एक एसटी अभ्यर्थी शामिल होगा।

नकल करवाकर कराए गए पास?

बताते हैं कि इस परीक्षा को जोन के अंतर्गत निर्धारित सेंटर पर डिवीजन में कराया जाता है जैसे की झांसी का झांसी, आगरा का आगरा व प्रयागराज का प्रयागराज में। झांसी व आगरा में बैठने की व्यवस्था नियमानुसार की गई, लेकिन प्रयागराज डिवीजन में बैठने की क्रम में एक ही विभाग को एक साथ बैठाया गया है, जिससे कि वह नकल कर सकें। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण रिजल्ट के अनुक्रमांक व रिजल्ट का प्रतिशत से हैं। इसकी पुष्टि सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों से की जा सकती है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि रोल नंबर 45,48,50,51,52,56, 61,62 है। इस मामले की शिकायत अभ्यर्थियों ने रेलवे बोर्ड और अदालत की शरण ली है। अभ्यर्थियों ने जांच कराए जाने की मांग की है।



Shashi kant gautam

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