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Jhansi News: शहर में दौड़ रही बिना नंबर की बाइकें, ऐसे वाहनों से बन रही अपराध की आशंका
Jhansi News: महानगर के सुनसान रास्तों पर बिना नंबर की बाइकें अक्सर देखी जाती हैं। लेकिन पुलिस ऐसे वाहनों को चिह्नत करने का प्रयास नहीं कर रही है।
Jhansi News: महानगर में बिना नंबर के वाहन खुलेआम दौड़ रहे हैं। लेकिन, अपराधों का ग्राफ बढ़ने के बावजूद पुलिस ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान शुरु करने से बच रही है। बिना नंबरों की बाइकों में सवार बदमाशों द्वारा चेन और पर्स झपटने की कई वारदात भी सामने आ चुकी है। महानगर के सुनसान रास्तों पर बिना नंबर की बाइकें अक्सर देखी जाती हैं। लेकिन पुलिस ऐसे वाहनों को चिह्नत करने का प्रयास नहीं कर रही है।
महानगर में हुई कई आपराधिक वारदातों में सामने आया था कि बदमाश फर्जी नंबर या बिना नंबर की बाइकों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि पुलिस को चकमा देकर आसानी से बचा जा सके। महानगर में पिछले कुछ दिनों से बिना नंबर की कई बाइकें दौड़ रही हैं। पूर्व में महानगर में महिलाओं से दिनदहाड़े पर्स झपटने और चेन छीनने की कई वारदातें हो चुकी हैं। अधिकांश वारदातों में बिना नंबर की बाइकों का इस्तेमाल होता रहा है। यह बात पुलिस को भी पता है लेकिन पुलिस इस तरफ कभी गंभीर नहीं दिखती है। पुलिस बिना नंबर के बाइकों के खिलाफ गंभीरता से अभियान चलाए तो अपराधों में कमी आ सकती है।
कहां कहां हुई वारदात
-बालाजीपुरम कॉलोनी में विवेक कुमार के गले से सोने की जंजीर छीनी
-भगवंतपुरा के पास ममता देवी के गले से सोने का लॉकेट छीना
-रेलवे कालोनी में सुशील दुबे की पत्नी विमला देवी का पर्स छीना गया
-मलबा मेडिकल कॉलेज के पास नर्स आशा देवी के गले से मंगलसूत्र छीना
-पॉलीटेक्निक कॉलेज के पास छात्रा का पर्स छीना गया
नए वाहनों पर एएफ लिखवाना अवैध
नई बाइक और कारों पर नंबर प्लेट पर एएफ (अपलाइड फोर) लिखवाना मानकों के अनुरुप नहीं है। महानगर में नए वाहनों के साथ पुराने वाहन भी बिना नंबर के दौड़ रहे हैं। पुलिस की माने तो नया वाहन खरीदने के ही दिन वाहन का अस्थायी रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है। इस अस्थायी रजिस्ट्रेशन नंबर को ही वाहन की नंबर प्लेट पर लिखवाया जाना चाहिए। टीएसआई का कहना है कि बिना नंबर के वाहनों के खिलाफ यातायात पुलिस की ओर से अभियान चलाया जाता है।
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है
पर्स छीनने और मंगलसूत्र छीनने की वारदातों में इजाफा हुआ है, मगर अधिकांश पीड़ितों ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। इस मामले में संबंधित क्षेत्र के थानेदारों से विचार विमर्श किया जाएगा। साथ ही उन्हें हिदायत दी जाएगी कि इस तरह की वारदातों पर अंकुश लगाएं, वरना कार्रवाई की जाएगी।