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Jhansi News:सोलह माह पहले स्क्रैप खरीदने पहुंचे कंपनी के प्रतिनिधि को पकड़ना पड़ा महंगा
Jhansi News:अदालत के आदेश पर आरपीएफ स्टोर, तत्कालीन प्रेमनगर थानेदार आदि पर मुकदमा दर्ज,अफसरों ने कहा था- यह हस्ताक्षर हमारे नहीं, फर्जी हस्ताक्षर बनाए गए
Jhansi News: झाँसी रेल मंडल में स्थित भंडार डिपो के अंदर सोलह माह पहले स्क्रैप खरीदने पहुंचे एक कंपनी के प्रतिनिधि को पकड़ने आरपीएफ स्टोर प्रभारी निरीक्षक, थाने में मुकदमा दर्ज करने पर तत्कालीन थानेदार आदि को महंगा पड़ना शुरु हो गया है। इस मामले में आरोपी पक्ष ने अदालत की शरण ली है। अदालत के आदेश पर आरपीएफ स्टोर प्रभारी निरीक्षक, तत्कालीन थानेदार आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले की सीओ सदर ने विवेचना शुरु कर दी है। विवेचना में मामला पूरी तरह से संदिग्ध माना जा रहा है।
नवाबाद थाना क्षेत्र के पूनम मैरिज गार्डन के सामने डड़ियापुरा नारायण बाग रोड शिवाजी नगर में रहने वाली राखी पत्नी रविन्द चौधरी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया है। कि रेलवे डिपो स्टोर में तैनात खुर्शीद अंसारी, नितेश कुमार मिश्रा कथित रेलवे इलाहाबाद में पोस्टेड कर्मचारी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश के तहत एक गिरोह बनाकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धनउगाही करते थे। बाद में फर्जी कूटरचित दस्तावेज बनाकर लोगों का पैसा हड़प कर लेते थे। अगर कोई उनका विरोध के तो संजय शुक्ला एवं प्रदीप सिंह यादव जोकि पुलिस कर्मचारी है के साथ मिलकर झूठे मुकदमों में फंसा देते थे ताकि कोई आवाज न उठा सके।
विपक्षियों ने उससे व उसके पति रविन्द कुमार से नौकरी के नाम पर एक के बाद एक कई लाख ले लिए जिसमें कुछ लगभग 35 लाख से अधिक खुर्शीद अंसारी के अकाउंट के माध्यम से भी इन लोगों ने ट्रान्सफर करवाया गया ताकि भरोसा रहे कि ये लोग हमें धोखा नहीं देंगे। इन लोगों ने फर्जी एग्जाम करवाया, फर्जी कूटरचित प्रवेश पत्र, एग्जाम दिलवाया, रिजल्ट डाक्यूमेंट्स बेरिफिकेशन रेलवे अस्पताल में मेडिकल, ज्वाइनिंग लेटर बनाए गए। बाद में इन लोगों के फर्जीवाड़ा की जानकारी हुई तो पैसे वापस मांग की तो विपक्षियों ने उसके ससुर को झूठे मुकदमे में फंसा दिया ताकि पैसे वापस न मांग सके। प्रार्थना पत्र के माध्यम से मुकदमा दर्ज करने की मांग की। अदालत के आदेश पर प्रेमनगर थाना पुलिस ने खुर्शीद अंसारी, नितेश मिश्रा, प्रदीप सिंह यादव, संजय कुमार शुक्ला, नितेश कुमार मिश्रा आदि के खिलाफ दफा 120बी, 419, 420,467, 468, 471, 406, एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मालूम को कि 19 जनवरी 2023 को एक व्यक्ति भंडार डिपो के अंदर बने कार्यालय में पहुंचा था। यहां पर उसने अपना नाम सूरज बृजलाल चौधरी बताया है। उसने कहा था कि वह दिल्ली की मेसर्स एमएम एसोसिएट की प्रतिनिधि हैं। प्रतिनिधि के तौर पर उसने कार्यालय में कागजात जमा किए हैं और कहा कि यह सारे कागजात रेलवे के दस्तावेज हैं। इसमें पत्रांक स्क्रैप/लॉट नंबर 39677302 अंकित था। इस पर 2 अप्रैल 2022 की ताऱीख लिखी हुई थी। इन पेपरों पर डिप्टी सीएमएम एसवाईएस विवेक दिवाकर व एकाउंट ऑफीसर राजेंन्द्र कुमार रावत के हस्ताक्षर थे। इन कागजातों को संबंधित अफसरों के पास चेक करने पहुंचाया तो कागजात देख अफसरों के होंश उड़ गए। इसकी जानकारी रेलवे अफसरों ने आरपीएफ स्टोर को दी। जानकारी मिलते ही आरपीएफ टीम वहां पहुंची। टीम ने सारे कागजात अपने कब्जे में लिए। इसके बाद दस्तावेजों की जांच की गई थी। जांच में पता चला कि दोनों अधिकारियों के हस्ताक्षर ही नहीं थे। इन कागजातों पर फर्जी तरीके से हस्ताक्षर बनाए गए थे। जबकि रेलवे दस्तावेजों में दर्शायी गयी प्रोपर्टी की कीमत एक करोड़ इक्वायन लाख पचास हजार रुपया मात्र थे।
इस संबंध में उप मुख्य सामग्री प्रबंधक प्रणाली विवेक कुमार का पत्रांक झाँसी/ सीआरएसडी/ विविध 2022-23 दिनांक 19 जनवरी 2023 जारी किया गया था। इसमें दर्शाया था। कि उक्त पेपर पर उनके हस्ताक्षर नहीं थे। पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम सूरज बृजलाल चौधरी निवासी शिवाजी नगर थाना नवाबाद बताया था। उसने बताया था कि मेसर्स एमएम एसोसिएट का प्रतिनिधि हूं। बाद में उक्त व्यक्ति को प्रेमनगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया था। इस मामले में सूरज बृजलाल चौधरी के खिलाफ दफा 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। यह मामला अदालत में विचाराधीन है।