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Jhansi News : 'हिंदू नहीं तो न हिंदुस्तान और न ही संस्कृति-परंपरा रहेग', सनातन एकता पद यात्रा में बोले बागेश्वर महाराज
Jhansi News : बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि तमाम परिस्थितियों के कारण सीधे-साधे लोग उन तक नहीं पहुंच पाते हैं।
Jhansi News : बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि तमाम परिस्थितियों के कारण सीधे-साधे लोग उन तक नहीं पहुंच पाते हैं। इसलिए इस यात्रा से एक संकल्प लिया है कि वे बीच-बीच में गांव-गांव जाएंगे और लोगों को कट्टर हिन्दू बनाने के लिए जगाएंगे। उन्होंने कहा, इस पदयात्रा से जो अलख जगी है, वह लगातार बढ़ती रही है। क्योंकि अगर हिन्दू नहीं रहेगा तो न हिन्दुस्तान रहेगा न संस्कृति रहेगी और न परंपरा बचेगी। गांव-गांव जाकर लोगों को जगाकर उनसे दक्षिणा नहीं बल्कि यह वचन लेना है कि वे आखिरी सांस तक अपने धर्म में रहे।
यात्रा समापन पर उन्होंने उप्र और मप्र के प्रशासनिक अधिकारियों सहित प्रशासन के अन्य सदस्यों का सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने देहरादून से आए आर्यन हॉस्पिटल की टीम का आभार व्यक्त करते हुए दमोह और सागर मण्डल द्वारा रस्सा पकड़कर कड़ी मेहनत करने के लिए आभार जताया साथ ही मीडिया साथियों तथा पैदल चलने वाले यात्रियों का आभार व्यक्त किया। उधर महाराजश्री जैसे ही बागेश्वर धाम पहुंचे वैसे ही ग्राम रक्षा समिति ने यात्रा के निर्विघ्र सम्पन्न होने पर महाराजश्री का आत्मीय स्वागत किया। समिति का कहना है कि उनके धाम से महाराजश्री ने जो अलख जगाई है उम्मीद है यह जलती रहेगी।
सुबह 11 बजे संतों के साथ रामराजा सरकार की शरण में पहुंचे और पूजा अर्चना करते हुए ध्वज चढ़ाया। यात्रा में चलने वाले लोगों की मंगल कामना के लिए रामराजा सरकार से प्रार्थना की। इस विराम दिवस पर बागेश्वर महाराज के गुरू जगतगुरू परम पूज्य रामभद्राचार्य महाराज ने पदयात्रियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जो हिमालय के समान स्थिर और चन्द्रमा के समान शीतल है वही हिन्दू है। हिन्दू कभी हिंसक नहीं होता लेकिन हिंसा का विनाश करने वाला अवश्य होता है।
उन्होंने कहा कि अब ओम शांति के साथ ओम क्रांति का नारा भी लगना चाहिए। जगतगुरू महाराज ने कहा उन्होंने यह भी कहा कि रामकृष्ण के बिन्दु हैं हम हिन्दू हैं। उन्होंने एक सवाल में यह कहा कि जहां भी हिन्दू मंदिर होंगे उन्हें लेकर रहेंगे। जगतगुरू महाराज के पहले उनके शिष्य एवं उत्तराधिकारी रामचन्द्रदास महाराज ने कहा कि ओरछा दूसरी अयोध्या है यहां से जाति-पाति के ढांचे को ढहाने का संकल्प लेना है।
बोले, तुलसी पीठाधीश्वर
विराम के अवसर पर आए जगतगुरू तुलसी पीठाधीश्वर पूज्य रामभद्राचार्य जी महाराज ने मुख्य वक्ता के रूप में उद्बोधन देते हुए कहा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री लोगों के भूत-प्रेत भगाते रहे हैं अब जात-पात और छुआछूत रूपी भूत-प्रेत भगाने में लगे हैं। महाराज श्री ने ओरछा पहुंचने पर महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को पुष्पांजलि समर्पित की। इस अवसर पर स्वामी कृष्णानंद महाराज, हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास महाराज सहित विभिन्न स्थानों से आए संतों के अलावा मप्र के मंत्री प्रहलाद पटेल, दिलीप अहिरवार, विधायक अरविंद पटैरिया, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, झांसी महापौर बिहारीलाल आर्य, विधायक संजय पाठक सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
जात-पात की दीवार तोड़ेंगे : चिदानंद मुनि जी महाराज
उत्तराखण्ड के ऋषिकेश में स्थित परमार्थ निकेतन से आए चिदानंद मुनि जी महाराज ने कहा कि आज खण्ड-खण्ड भारत होते देखकर मन में पीड़ा होती है लेकिन एक मंदिर से शुरू हुई दूसरे तीर्थ स्थल की पदयात्रा विश्व यात्रा बनेगी। उन्होंने कहा कि आज हम सब संकल्प लें कि जाति-पाति की दीवार को हम मिटाकर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सनातन बचेगा तभी भारत बचेगा। वहीं श्रीधाम वृंदावन से आए मृदुलकांत शास्त्री ने कहा कि बागेश्वर महाराज अगली यात्रा बृज से निकालें, सभी मंदिर यात्रा की व्यवस्था देखेंगे। उन्होंने पदयात्रियों से कहा कि सभी लोग हर रोज पांच या 11 हनुमान चालीसा करें ताकि अखण्ड भारत के लिए समर्थन मिल सके।