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Jhansi News: बुंदेलखंड मे सर्प शिक्षा अभियान द्वारा सर्प दंश मृत्यु रोकी जा सकेगी: डॉ.अनिल बाबू स्टेट कोऑर्डिनेटर

Jhansi News: सर्प शिक्षा अभियान के अंतर्गत श्री कृष्णा आदर्श इंटर कॉलेज एवं बड़ागांव इंटर कॉलेज, बड़ागांव के संयुक्त तत्वाधान में सर्पदंश मृत्यु विहीन उत्तर प्रदेश जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ।

Gaurav kushwaha
Published on: 5 Feb 2025 4:00 PM IST
Jhansi News (Photo Social Media)
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Jhansi News: सर्प शिक्षा अभियान के अंतर्गत श्री कृष्णा आदर्श इंटर कॉलेज एवं बड़ागांव इंटर कॉलेज, बड़ागांव के संयुक्त तत्वाधान में सर्पदंश मृत्यु विहीन उत्तर प्रदेश जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सर्प शिक्षा अभियान के राष्ट्रीय संयोजक प्रो. कृष्ण कुमार शर्मा पूर्व कुलपति महर्षि दयानंद सरस्वती वि.वि. अजमेर ने बोलते हुए कहा कि विश्व मे सभी को पर्यावरण एवं जैव विविधता को बनाए रखने के लिए सांपों को संरक्षित करना अति आवश्यक है। प्रोफेसर शर्मा ने सर्प शिक्षा अभियान शुरू कर गांव में जनसामान्य, किसान एवं मजदूर वर्ग को सांपों की विभिन्न प्रजातियों विशेषकर जिसमें विषैली प्रजाति के नाग कोबरा सा स्केल्ड वाइपर, रसल्स वाइपर एवं करैत के बारे में जानकारी दी ताकि उनको देख कर कोई भी जन सामान्य विषैले एवं विषहीन सांपों को पहचान सकें साथ ही उन्होंने सांपों में पाए जाने वाले विष की प्रकृति के आधार पर नाग एवं करैत को न्यूरोटोक्सिक जो तंत्रिका तंत्र पर एवं वाइपर का विष ब्लड पर रुधिर पर जो कि हिमोटॉक्सिक प्रकृति का होता है। उन्होंने सांपों के काटने पर उनके दांतों के यानी फैन्स के निसान/चिन्ह को किस प्रकार से पहचाना जाए। यदि किसी व्यक्ति को सर्पदंश होता है तो प्राथमिक उपचार के तहत सर्पदंश की जगह डेटॉल या एंटीसेप्टिक की बूंदे डाल देनी चाहिए। सर्प दंश स्थान पर मालिश या रगड़े नहीं और जिस जगह पर सर्प दंश हुआ है उस स्थान को बिना हिलाए डुलाए प्रेसर इमोबिलाइजेशन तकनीकी जो इंटरनेट पर उपलब्ध है का प्रयोग करे। रस्सी, डोरी से कसकर नहीं बांधे, चीरा नहीं लगाए और सर्प दंश के स्थान पर चूसने का प्रयास नहीं करे। पीड़ित व्यक्ति को ढांढस बाधाएं की सर्पदंश का इलाज सरकारी चिकित्सालय में संभव है। पीड़ित व्यक्ति को एंटी स्नेक वेनम देकर बचाया जा सकता है। हमें कभी भी अंधविश्वास जैसे झाड़फूक, तांत्रिक एवं टोने टोटके इत्यादि से से बचना चाहिए। सभी को सर्पों की रक्षा करनी चाहिए अगर हम सर्पों को मारते रहे तो सर्परक्षक दवा एंटी स्नेक वेनम नहीं बनाई जा सकती है।

सर्प शिक्षा अभियान के स्टेट कोऑर्डनिटर सर्प शिक्षक डॉ.अनिल बाबू असिस्टेंट प्रोफेसर, ,बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने बताया कि भारत में 50% से ज्यादा सांपों की प्रजातियां विषहीन होती हैं इनमें से केवल चार सर्प कोबरा, क्रेट, रसल वाइपर और सॉ स्केल्ड वाइपर सबसे ज्यादा विषैले होते हैं। सर्प किसान की मित्र होते हैं क्योंकि सांप खेतों में रोडेंट्स जैसे चूहाँ को खाकर खेतों में अनाज के क्षय को रोकते हैं। सभी लोगों को भी सांपों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी होनी चाहिए जिससे पर्यावरण की इस अनुपम कृति सर्प को बचा सकें यदि सरीसृप प्रजातियां खत्म हो गई तो मनुष्य प्रजाति पर भी संकट आ जाएगी और खाद्यान्न खत्म हो जाएंगे और बिना खाद्यान्न की हम जीवित नहीं रह पाएंगे।

रिटायर्ड चीफ मेडिकल ऑफिसर श्री पी.डी. गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में सर्प दंश के मामले निरंतर बड़ रहे है। बारिश के समय में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के सर्प दंश के मामलों में वृद्धि हुई है इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में सर्प शिक्षा अभिायन जैसे जन जागरूकता की ज्यादा आवश्यकता है। जिससे लोग सर्पों की पहचान कर सर्प दंश के भय को दूर कर सके। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के विभिन्न प्रकार के भ्रम को दूर किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य रामकुमार वर्मा, बड़ागांव इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य नसीम खान, अनुराग भदौरिया, अवधेश कुमार श्रीवास्तव, बृज गोपाल शर्मा, , संजीव कुमार वर्मा, हेमलता गुप्ता विशाल सेन, लोकेंद्र सिंह यादव, सत्येंद्र प्रताप सिंह, विकास धन्य, विजय प्रताप मुदित गुप्ता आभार राकेश कुमार रावत ने व्यक्त किया।



Ramkrishna Vajpei

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