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Indian Railway: वेतन लेते हैं रेलवे से और काम करते हैं बीमा कंपनी के लिए
Railway News: झांसी रेल मंडल में कुछ रेलवे गार्ड अपनी नौकरी करने के बजाए बीमा का काम करने में लगे हैं। इसके अलावा नये रेलवे गार्डों को भी इस काम में लगाए हुए हैं।
Jhansi News: उत्तर मध्य रेलवे के झांसी रेल मंडल में कुछ रेलवे गार्ड अपनी नौकरी करने के बजाए बीमा का काम करने में लगे हैं। इसके अलावा नये रेलवे गार्डों को भी इस काम में लगाए हुए हैं। शिकायत हुई, तो मुख्यालय की टीम ने झांसी डेरा डाला। टीम को कई सुबूत प्राप्त हो गए हैं। ऐसे में इन गार्डों के लिए बुरी खबर आ सकती है।उत्तर मध्य रेलवे के झांसी रेल मंडल में हाल ही में 80 नए रेलवे गार्ड आए हैं। इनमें महिलाएं भी शामिल है। इनकी ड्यूटी कार्यालय, ट्रेन आदि स्थानों पर लग रही हैं।
नौकरी के बजाए बीमा कर रहे रेलवे के कर्मचारी
बताते हैं कि कुछ दिनों पहले रेलवे गार्डों ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में शिकायत भेजी है। इसमें सीएमवीआई की पत्नी बीमा की एजेंट है। उनकी पत्नी बीमा पॉलिसी का काम करती हैं। इनकी आड़ में रेलवे के तीन गार्ड ऐसे हैं जो रेलवे गार्ड की नौकरी नहीं, बीमा पॉलिसी का काम रहे हैं। इन्हीं लोगों ने नए रेलवे गार्डों से जबरन बीमा पॉलिसी कराई है, जिसने मना किया तो कार्रवाई करने की चेतावनी दी। शिकायती पत्र को प्रयागराज मुख्यालय में बैठे अफसरों ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए एक टीम का गठन किया गया।
40 नाम उजागर, एक गार्ड की पत्नी भी है बीमा एजेंट
तीन सदस्यीय टीम झांसी पहुंची। झांसी आई टीम ने वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर बने सीएमवाईआई कार्यालय में जाकर जांच की जिससे वहां हड़कंप मच गया। जांच में पाया गया कि करीब 40 रेलवे गार्डों की बीमा पॉलिसी करवाई गई हैं। इनके नाम भी उजागर हो गए। वहीं, टीम ने पुराने व नए रेलवे गार्डों की सूची की जांच की। जांच में तीन-चार रेलवे गार्ड ऐसे पाए गए जिनकी पोस्टिंग कहीं है और वेतन झांसी में बन रहा हैं। इस मामले में टीम ने दस्तावेज इकट्ठा कर लिए हैं। रेलवे सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों को तबादला बाहर हुआ था, उन लोगों की अभी तक वापसी नहीं हुई है। इसके बावजूद वह लोग झांसी से वेतन ले रहे हैं। इसके अलावा खेल के नाम पर भी रेलवे को चूना लगाया जा रहा हैं। इसमें टीम को महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।