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Jhansi News: ट्रेनों में खानपान को लेकर चलेगा विशेष अभियान, निगरानी करेंगे अधिकारी
Jhansi News: रेलयात्रियों को ट्रेनों में दिए जाने वाले खान में कभी काकरोच मिलने की घटना तो खाने की गुणवत्ता की शिकायतें मिल रही है। इसको लेकर रेल मंत्रालय ने चिंता जताई है।
Jhansi News: अब ट्रेनों में खानपान को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 29 जून तक चलेगा। इस अभियान की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। रेलयात्रियों को ट्रेनों में दिए जाने वाले खान में कभी काकरोच मिलने की घटना तो खाने की गुणवत्ता की शिकायतें मिल रही है। इसको लेकर रेल मंत्रालय ने चिंता जताई है। इससे चिंतित रेल मंत्रालय ने खानपान का एक्सरे करेगा।
लगातार मिल रही थी शिकायतें
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने इस मामले में सभी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को स्पेशल अभियान चलाने के निर्देश जारी किए। खासकर उत्तर मध्य रेलवे में इस तरह की शिकायतें ज्यादा आ रही हैं, जिसको लेकर मुख्य वाणिज्य प्रबंधक कैटरिंग को इसकी मानीटरिंग करने के निर्देश दिए। 21 जून को रेल मंत्रालय ने सभी जोन के प्रिंसिपल चीफ कॉमर्शियल मैनेजर और चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (आइआरसीटीसी) को भी इस विशेष अभियान के बारे में अवगत कराया।
रेल मंत्रालय को भेजी जाएगी अभियान की रिपोर्ट
अभियान को लेकर एक रिपोर्ट का प्रारुप भी दिया गया है, जिसमें रोजाना रिपोर्ट मुख्यालय को भेजनी होगी। रिपोर्ट में जोन कौन सा है, किस आफीसर ने किस तारीख को किस स्टेशन पर निरीक्षण किया, ओवरचार्जिंग की कितनी शिकायतें मिली, फूड क्वालिटी, सर्विस स्टाफ का व्यवहार, कमी पाए जाने पर क्या एक्शन लिया गया। इसके अलावा पूरे निरीक्षण को लेकर विशेष टिप्पणी करनी होगी। यह फॉर्मेंट रोजाना जोन के माध्यम से रेल मंत्रालय तक पहुंचेगा।
जुर्माने के लिए होगी सिफारिश
रेलवे की कई ऐसी महत्वपूर्ण ट्रेनें हैं, जिसमें यात्रियों के खाने का चार्ज टिकट में ही जोड़ दिया जाता है। शताब्दी, राजधानी, दुरंतो, वंदेभारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में प्राइवेट कंपनियों के लोग ही बेस किचिन में खाना तैयार करते हैं और फिर यह स्टेशन के माध्य से ट्रेन में यात्रियों को दिया जाता है। खाना सर्व होने से पहले अधिकारियों का इसका स्वाद चखना होगा और खाना बनाते समय किसी प्रकार की कोई कमी तो नहीं, इसको लेकर भी जांच की जाएगी। खाने का स्वाद ही नहीं, यह कैसे बनाया जा रहा है, साफ सफाई का कितना प्रबंध है, इसको लेकर भी रिपोर्ट तैयार होगी। यदि कहीं कमी मिलती है तो आईआरसीटीसी को जुर्माने लगाने के लिए रेल मंत्रालय सिफारिश करेगा और इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
इस तरह की मिली थी शिकायतें
प्रीमियम ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे दंपति के भोजन में काकरोज मिला। दंपति भोपाल से आगरा की ओर यात्रा कर रहा था। इसकी शिकायत एक्स पर की थी। आईआरसीटीसी से आनलाइन खाना आर्डर किया था। लंच पैकेट में मरा हुआ काकरोच दिखा तो दोनों घबरा गए। वहीं, वंदेभारत एक्सप्रेस में खाना कम पड़ने की शिकायत के बाद आईआरसीटीसी ने 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया था। आईआरसीटीसी का कहना था कि यह सेवा प्रदाता की कमी है। इसके लिए कैटरिंग कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदार हैं। उधर, बांद्रा टर्मिनस-हजरत निजामुद्दीन गरीब रथ एक्सप्रेस में खाना सामग्री को दिव्यांग कोच के शौचालय में स्टोर करने संबंधी इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। रेलवे ने आईआरसीटीसी से बात कर इस गाड़ी के ठेकेदार पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।
इनका कहना है
उत्तर मध्य रेलवे झांसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेनों और प्लेटफार्म पर यात्रियां की मजबूरी होती है और वे ऐसे पानी की बोतल खरीद लेते हैं। रेलवे के इस अभियान में पानी की बोतलों को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। चेकिंग टीम अब ट्रेनों में रेल नीर की कितनी बोतलें उपलब्ध हैं, इसको लेकर भी चेकिंग करेगी। यात्रियों को पानी अनाधिकृत मार्का का तो नहीं दिया जा रहा है, इसको लेकर भी चेकिंग होगी।