Jhansi News: वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर ठेकेदारों का वर्चस्व जारी, जानें पूरा मामला

Jhansi News: वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर खानपान की सामग्री का ग्राफ दिनों दिन कम होता जा रहा है। इस स्टेशन के सात स्टॉल 21 जनवरी 2024 से बंद पड़े हैं।

Gaurav kushwaha
Published on: 22 July 2024 5:15 AM GMT
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Jhansi News (Pic: Social Media)

Jhansi News: वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर रेलवे के ठेकेदारों का वर्चस्व जारी है। इसी के मद्देनजर एक बार फिर से रिफ्रेसमेंस बंद होने की कगार पर है। संभावना है कि अगस्त माह में इसे पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। यही नहीं, दहशत के चलते रेलवे के ठेकेदार स्टॉल लेने को तैयार नहीं है क्योंकि यहां पर ठेकेदारी को लेकर वर्चस्व जारी है। इन ठेकेदारों में किसी भी समय गैंगवार से इनकार नहीं किया जा सकता है।

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को भोजन के लिए रेलवे रिफ्रेसमेंस रुम बनाया गया था। इस रुम को पहले दीपक सेंगर चलाते थे, लेकिन कोरोना के बाद इसे बंद कर दिया गया था। इसके बाद पुनः इसका टेंडर निकाला गया था। इस टेंडर को इटारसी के ठेकेदार ने लिया था। इस रिफ्रेसमेंस रुम का पांच साल के लिए टेंडर हुआ था। इसके लिए एक साल की 75 लाख रुपया लाइसेंस फीस निर्धारित की गई थी। इस आधार पर 22 अगस्त 2023 को रिफ्रेसमेंस रुम चालू किया गया था। बताते हैं कि इस रिफ्रेसमेंट रुम में जनता खाना और भोजनालय में खाना पका हुआ मिलता है।

बताते हैं कि जब से रिफ्रेसमेंस रुम चालू किया गया था, तभी रिफ्रेसमेंस नुकसान में चल रहा है। इस रुम में बीस लोगों का स्टॉफ है। बताते हैं कि रोजाना की लाइसेंस फीस 27 हजार रुपया देना पड़ रहा हैं, लेकिन एक दिन की बिक्री 20 हजार पांच सौ 47 रुपया आ रही है। इस आधार पर रिफ्रेसमेंस रुम के दिन बदलने लगे हैं। रिफ्रेसमेंस रुम के संचालक ने इसे बंद करने का निर्णय लिया है। इस मामले में रेलवे के वाणिज्य विभाग के अफसरों को पत्र भी भेजा है।

जनवरी से इतने स्टॉल है बंद

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर खानपान की सामग्री का ग्राफ दिनों दिन कम होता जा रहा है। इस स्टेशन के सात स्टॉल 21 जनवरी 2024 से बंद पड़े हैं। इस स्टेशन के स्टॉल नंबर एक, स्टॉल नंबर दो, स्टॉल नंबर चार, स्टॉल नंबर नौ, स्टॉल नंबर दस, स्टॉल नंबर तेरह, स्टॉल नंबर चौदह बंद पड़े हैं। इन स्टॉलों को चालू करने के लिए अभी तक टेंडर आमंत्रित नहीं किए गए हैं। इनकी आड़ में रेलवे के ठेकेदार अपना फायदा उठा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ठेकेदारों की वर्चस्व को लेकर स्टॉल का ठेका लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा पा रहे हैं।

आरआर के स्टॉफ को पीटा

आरआर स्टॉफ में तैनात रामनिवास बीते रोज बैंक गया था। बैंक से वह आरआर वापस लौट रहा था, तभी डांडी यात्रा के पास बाइक सवार युवकों ने रोक लिया। विरोध करने पर बेरहमी से पिटाई की जिससे वह घायल हो गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। इस मामले में रामनिवास ने अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखित तहरीर दी है। इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, फूड प्लाजा में तैनात बृजेश सिंह अपने आवास से रेलवे स्टेशन आ रहा था, तभी रास्ते में कुछ लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया। वह किसी तरह से अपनी जान बचाकर भाग आया था। बृजेश का कहना है कि वह 45 हजार रुपया कैश लिए हुए था। संभावना है कि कैश लूटने का प्रयास किया है।

रेलवे ठेकेदार नहीं सुधरे तो करेंगे कार्रवाई

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा का कहना है कि स्थानीय रेलवे स्टेशन पर फूड प्लाजा के दो कर्मचारियों के साथ अभ्रदता की शिकायत मिली थी। इसकी जांच करवाई जा रही हैं। उनका कहना है कि जिस ठेकेदार ने गुंडई की तो उस ठेकेदार के लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। उनका कहना है कि वाणिज्य विभाग पूरी तरह से खानपान के स्टॉल चलाने वाले लोगों के साथ है।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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