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Jhansi News: झाँसी में बनाए गए मौत का चौराहा के लिए दोषी कौन?, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी में ठनी
Jhansi News: इस चौराहा के लिए ननि व पीडब्ल्यूडी ने भी नहीं दी थी अनुमति, उपमेयर के प्रतिनिधि ने कहा कि सांसद की अनुमति से बनाया गया चौराहा।
Jhansi News: वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के अशोक होटल तिराहा के पास बनाया गया चौराहा चर्चा का विषय बन गया है। वहां से निकल रहे लोगों ने चौराहा पर लगाए गए फरसे को लेकर मौत का चौराहा बना दिया है। इस मामले में ननि ने स्पष्ट कहा है कि इस प्रकार के चौराहा बनाने के लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी है। यह जमीन ननि की भी नहीं है बल्कि लोकनिर्माण विभाग की है। वहीं, उपमेयर के प्रतिनिधि ने कहा कि सांसद अनुराग शर्मा की अनुमति मिलने के बाद ही इस तरह का चौराहा बनाया गया है। अब सवाल यह है कि जिस तरह से चौराहा पर फरसे लगाए गए हैं अगर चौराहा से लगे फरसे से कोई व्यक्ति टकरा जाए तो उसकी मौत का जिम्मेदार कौन रहेगा। इस तरह की चर्चाएं अब आम होती जा रही हैं।
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के महानगर सबसे महत्वपूर्ण चौराहा इलाइट कहा जाता था मगर जब से स्मार्ट सिटी की कमान मिली तो चौराहा की हालात बिगाड़ दी गई। इसी चौराहा पर आए दिन सड़क हादसे होते नजर आ रहे हैं। एक तो चौराहा छोटा हो गया मगर वाहनों के आवागमन के चलते आए दिन जाम की स्थिति पैदा होती जा रही है। इसी चौराहा से कुछ दूरी पर एक ओर चौराहा बनाया गया। यह चौराहा हाफिज सिद्दकी स्कूल के ठीक सामने बना हुआ है। इस चौराहा पर जिस तरह के औजार लगाए गए, उससे लगता है कि इस चौराहा को मौत का चौराहा कहा जाता है। चौराहा की रेलिंग पर फरसे लगाए गए हैं। यह फरसे जानलेवा बन सकते हैं। किसी भी समय चौराहा पर लगाए गए औजार स्कूली बच्चों के लिए जानलेवा बन सकते हैं।
लोगों का कहना है कि रेलवे स्टेशन से आने वाले वाहनों के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रेलवे स्टेशन और सीपरी बाजार की ओर से आने वाले वाहनों को जोरदार भिड़ंत हो सकती हैं। भिड़त होने से घायल व्यक्ति कभी भी इन औजारों पर गिर सकता है जिससे उसकी जान भी जा सकती है। हालांकि अभी तक किसी अफसर व स्थानीय नेताओं ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। सूत्रों का कहना है कि अफसर या नेता इस चौराहा के उद्घाटन का इंतजार कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र के कुछ लोगों का कहना है कि अधिकाश स्कूली बच्चे साइकिल से निकलते हैं। किसी भी समय अगर साइकिल रेलिंग से टकराई तो स्कूली बच्चे के लिए यह रेलिंग व वहां लगे फरसे जानलेवा बन सकते हैं।
तिराहे पर नहीं बनते हैं गोल चक्कर
झाँसी के इतिहास में पहली बार तिराहा पर गोल चक्कर बनाया गया। इसी तिराहा से चंद कदम दूरी पर दुकानें, स्कूल, मंदिर, मॉल शॉप, पेट्रोल पंप, सिनेमा घर, बैंक है। आमतौर पर तिराहे पर कोई अवरोधक नहीं बनाया जाता है क्योंकि तिराहे पर रास्ता वैसे ही संकरा होता है। झाँसी के गोविंद तिराहे पर कोई अवरोधक नहीं है लेकिन उसके बाद भी दिन मैं कई दफा जाम लगता है। इसके बाद भी यदि जरूरी हुआ तो तिकोना बनाया जाता है। ग्वालियर रोड के जीवनशाह तिराहे पर तिकोना बनाया गया है जिससे कोई परेशानी नहीं होती है और लोगों को परेशानी भी कम होती है।
सांसद की अनुमति से बनाया गया चौराहाः गोकुल दुबे
उप मेयर सुशीला दुबे के प्रतिनिधि गोकुल दुबे का कहना है कि अशोक होटल तिराहा पर परशुराम चौराहा बनाया गया है। यह चौराहा सांसद अनुराग शर्मा की अनुमति के आदेश पर बनाया गया है। इस चौराहा को वहां से नहीं हटने दिया जाएगा। चौराहा पर लगाए गए फरसे के मामले में वह ठीक तरह से जवाब नहीं दे पाए। मालूम हो कि गोकुल दुबे कभी विधायक तो कभी सांसद तो कभी उपमेयर के प्रतिनिधि बनते रहते हैं।
फरसों को जरुर हटवाया जाएगाः नगर आयुक्त
नगर आयुक्त सत्य प्रकाश ने कहा कि जिस तरह से चौराहा पर फरसे लगाए गए हैं। वह बिल्कुल गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी। यही नहीं, फरसों को जरुर हटवाया जाएगा। इस तरह फरसे जानलेवा हो सकते हैं। उनका कहना है कि लोकनिर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को भी पत्र लिखा जाएगा।
ननि ने नहीं दी थी अनुमतिः रौली गुप्ता
अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता का कहना है कि अशोक होटल तिराहा पर एक चौराहा बनाया गया। इस चौराहा पर फरसे लगे जाने की सूचनाएं मिल रही है। जिस तरह से चौराहा बनाया गया, उस चौराहा की नगर निगम ने किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी है। यह जमीन लोक निर्माण विभाग की है। इस बिन्दु पर लोक निर्माण विभाग की चीफ इंजीनियर से भी वार्तालाप की जाएगी। उनका कहना है कि फरसे किसके आदेश पर लगाए गए है। इन बिन्दु पर जांच होना चाहिए।
पीडब्ल्यूडी ने भी नहीं थी अनुमतिः राहुल शर्मा
लोकनिर्माण विभाग के ज्वाइंट अभियंता राहुल शर्मा ने कहा कि अशोक होटल तिराहा पर बनाए गए चौराहा बनाने की अनुमति लोक निर्माण विभाग ने भी नहीं दी थी। किसके आदेश पर बनाए गए है। यह जानकारी उनको पता नहीं है।