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जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी को बड़ा झटकाः शिया वक्फ बोर्ड की सदस्यता रद, धर्म परिवर्तन से पहले चुने गए थे
Jitender Tyagi: शिय वक्फ बोर्ड के सदस्य का चुनाव जीतने के बाद वसीम रिज़वी ने धर्म परिवर्तन कराकर हिन्दू धर्म अपनाते हुए अपना नाम जितेन्द्र त्यागी रख लिया था।
Jitender Tyagi: उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) शासन द्वारा जारी आदेश के तहत धर्म परिवर्तन (Religion change) करा मुस्लिम से हिन्दू बने जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी (Wasim Rizvi alias Jitendr tyagi) की शिया वक्फ बोर्ड (Shia Waqf Board membership) की सदस्यता रद्द कर दी गई है। वसीम रिज़वी द्वारा धर्म परिवर्तन करने के बाद से उनसे जुड़े कई मामले लगातर तूल पकड़ते रहे हैं, जिसमें विशेषकर कई मामलों में मुस्लिम समुदाय (muslim community) की आलोचना करने का मामला भी शामिल है।
वसीम रिज़वी ने धर्म परिवर्तन करने से पहले ही शिया वक्फ बोर्ड का चुनाव बोर्ड का सदस्य बनने के लिए किया था। आपको बता दें कि शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य के चुनाव में अपने पक्ष में 21 वोट प्राप्त करते हुए जीत हासिल की थी।
हिंदू धर्म अपनाकर मुस्लिम धर्म को लेकर कई विवादित बयान दिए
शिय वक्फ बोर्ड के सदस्य का चुनाव जीतने के बाद वसीम रिज़वी ने धर्म परिवर्तन कराकर हिन्दू धर्म अपनाते हुए अपना नाम जितेन्द्र त्यागी रख लिया था। वसीम रिज़वी को मुस्लिम धर्म का त्याग करने और हिन्दू धर्म अपनाने के बाद काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और साथ ही उन्होनें भी हिन्दू धर्म अपनाकर अपना नाम बदलने के बाद मुस्लिम धर्म के विषय में कई विवादित बयान दिए थे, जिसकव लेकर उनके खिलाफ पुलिस ने कार्यवाई भी कई थी।
धर्म परिवर्तन के बाद से उनकी शिय वक्फ बोर्ड की सदस्यता को लेकर भी विवाद जारी था। वसीम रिज़वी पूर्व में 15 साल तक बोर्ड के चेयरमैन के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। इस दौरान वसीम रिज़वी पर वक़्फ़ की जमीनों के खुर्द बुर्द के मामले वसीम पर चल रहे है।
इसके अलावा जितेन्द्र त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी के विरोधियों द्वारा उन्हें लंबे समय से वक्फ से मामलों से दूरी बनाने की बात कही जाती है।इसी के मद्देनज़र कई मामलों में वसीम रिज़वी के खिलाफ वक्फ की ज़मीन से सम्बंधित कई मामलों में सीबीआई द्वारा मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।