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Kannauj News: बेसिक शिक्षा विभाग कर रहा स्वास्थ्य से खिलवाड़, खराब चावल-आटा खाने को मजबूर छात्र
Kannauj News: जिले में जलालाबाद ब्लाक में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालय में छात्रों को वितरित कराया जाने वाला मध्याह्न भोजन बद से बदतर देखने को मिला।
कन्नौज में खराब चावल-आटा खाने को मजबूर छात्र (न्यूजट्रैक)
Kannauj News: जिले में जलालाबाद ब्लाक में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालय में छात्रों को वितरित कराया जाने वाला मध्याह्न भोजन बद से बदतर देखने को मिला। वहीं आला अधिकारी आंख-कान बंद किए हैं। विभाग की इस लापरवाही का इन दिनों एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें ग्राम प्रधान खुद इस बात का खुलासा करते नजर आ रहे हैं। ब्लाक जलालाबाद के प्राथमिक विद्यालय मूसरी में मध्याह्न भोजन की स्थिति बहुत ही दयनीय मिली।
मध्याह्न भोजन के अंतर्गत मीनू के आधार पर भोजन गुणवत्ता रहित बनाया गया था। विद्यालय के स्टोर रूम में रखे चावलों मे सूडी और गेहूँ में घुन कीट लगा होने से आटा में खराब महक आ रही थी। आलू भी खराब पाया गया। छात्रों को इसी आटे और चावल को खिलाया जाता है। इंचार्ज प्रधानाध्यापिका महिमा त्रिवेदी ने गुणवत्ता विहीन ही राशन उपलब्ध कराने जाने की बात कही। महिमा त्रिवेदी ने बताया कि उनके द्वारा अनाज को साफ कराने के बाद ही आटा बनवाया जाता, किंतु घुन की महक को दूर नहीं किया जा सकता। इस विद्यालय में कुल 62, छात्रों का पंजीकरण बताया गया जिसमें 50 छात्रों की उपस्थिति बताई गई। वायरल वीडियो के आधार पर जब प्रतिनिधि ने विद्यालय पहुंच कर जानकारी लेनी चाही तो महिमा त्रिवेदी ने बिना अधिकारियों की अनुमति विद्यालय में घुसने से मना किया।
छात्रों ने बताया कि आज केवल दाल बनी थी। अधिक जानकारी करने पर दाल में लगभग एक सौ ग्राम टमाटर डाले जाने की बात कही। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि एवं भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अजीत पांडे ने बताया कि उनके पास प्रायः मध्याह्न भोजन के सम्बंध में शिकायत आती रही किन्तु प्रधानाध्यापिका महिमा त्रिवेदी ने कहे जाने के बाद भी इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। शिक्षिका की मंशा शासन को बदनाम करने की मालूम पड़ती।
उन्होंने कहा कि सुधार न होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया जाएगा और छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी डाक्टर पूरन सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। शीघ्र ही विद्यालय की जांच कराकर दोषी पाए जाने पर सम्बन्धित शिक्षिका के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।